तमिलनाडु में चेन्नई से सैलम तक बनाये जा रहे 8-लेन ग्रीन एक्सप्रेसवे परियोजना को रद्द करने की मांग पर भाकपा(माले) लगातार संघर्ष कर रही है. इसी क्रम में अगस्त की शुरूआत में कोयम्बटूर से सैलम की ओर मार्च कर रहे भाकपा(माले) के तमिलनाडु राज्य कमेटी सदस्य एवं कोयम्बटूर के जिला सचिव का. एसके बालसुब्रह्मण्यम, का. एनके नटराजन, दामोदरन, वेंकटाचलम और एआईसीसीटीयू के राज्य सचिव जयप्रकाश नारायणन समेत 31 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इस परियोजना में जंगलात का बड़े पैमाने पर विध्वंस होने जा रहा और किसानों से उनकी जमीन हड़पी जा रही है. यह एक्सप्रेसवे गैरजरूरी भी है क्योंकि चेन्नई से सैलम को जोड़ने वाले तीन-तीन हाईवे पहले से ही मौजूद हैं. यात्रा के दौरान कामरेड नारे लगा रहे थे: “कृषि की रक्षा करो, लोकतंत्र की रक्षा करो”. इससे पहले जुलाई के महीने में चेन्नई सैलम एक्सप्रेसवे से जुड़े मुद्दों को समझाते हुए लिखी गई एक पुस्तिका को बांटते समय भाकपा(माले) नेताओं को गिरफ्तार किया गया था. पार्टी महासचिव कामरेड दीपंकर भट्टाचार्य ने गिरफ्तारी की निंदा करते हुए वक्तव्य जारी किया था जिसमें उन्होंने तमाम कामरेडों को बिनाशर्त रिहा करने की मांग की थी.