वर्ष - 33
अंक - 12
16-03-2024

पटना के फतुहा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत उसफा संगत पर लगभग 20 बीघे अर्थात 5 एकड़ भूमि पर आश्रयहीन गरीब परिवारों द्वारा बनाई गई लगभग 600 झोपड़ियां विगत 10 मार्च की रात जलकर राख हो गईं. आग में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई बच्चे झुलस गए. जिन 600 परिवारों ने इन झोपड़ियों को अपना घर बनाया था, उनकी रोजमर्रा की जिंदगी और आजीविका की हर जरूरी वस्तु पूरी तरह से नष्ट हो गई है. ये झोपड़ियां नवंबर 2023 में भाकपा(माले) की फतुहा प्रखंड कमेटी के नेतृत्व में डाली गई थीं. लोकप्रिय भाकपा(माले) नेता का. सुरेश बिंद ऊर्फ आजाद जिनकी अपराधी ताकतों ने हत्या कर दी थी, के नाम पर इस झोपड़पट्टी कॉलोनी का नाम आजाद नगर रखा गया था.

का. दीपंकर भट्टाचार्य भी घटनास्थल पहुंचे

घटना की जानकारी मिलते ही भाकपा(माले)के महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य, पाटी विधायकों – का. गोपाल रविदास (फुलवारी) और संदीप सौरभ (पालीगंज), तथा पटना जिला सचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य का. अमर, खेग्रामस महासचिव का. धीरेंद्र झा के साथ घटनास्थल पहुंचे. इससे पहले स्थानीय नेताओं की एक टीम ने 11 मार्च की दोपहर में आग से तबाह हुए क्षेत्र का दौरा किया और पूरे मामले का जायजा लिया.

भाकपा(माले) महासचिव ने कहा कि नीतीश कुमार के सत्ता पलट के बाद भाजपा की सत्ता में वापसी ने पूरे बिहार में सामंती-माफिया ताकतों के मनोबल को बढ़ाया है. भू-माफिया हर जगह गरीबों को बेदखल करने की धमकी दे रहे हैं. आजाद नगर के लोगों को भी जमीन व घर खाली करने की धमकियां मिल रही थीं. लोग आगामी होली त्योहार से पहले बेदखली के हमले से आशंकित थे. उन्होंने बताया कि 3 मार्च को आजाद नगर से पांच बसों में भरकर वहां के लोग पटना गांधी के मैदान में आयोजित जन विश्वास महारैली में शामिल हुए थे.

उन्होंने याद दिलाया कि 9 मार्च को अमित शाह ने पालीगंज में एक रैली को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने भूमि अतिक्रमण करने वालों को उल्टा लटकाने की धमकी दी और अगले ही दिन आजाद नगर को राख में मिला दिया गया. स्वतंत्र उच्च स्तरीय जांच से ही आग लगने के पीछे की सच्चाई सामने आ सकती है. आग आजाद नगर निवासियों के जीवन के लिए एक बड़ा झटका है. राहत के तत्काल उपायों के साथ उनके लिए जमीन के पर्चे के साथ पक्के मकानों की व्यवस्था की जानी चाहिए.

जिलाधिकारी से भी मिले भाकपा(माले) नेता

12 मार्च को ही का. धीरेन्द्र झा और गोपाल रविदास और संदीप सौरभ (दोनों विधायक) की एक टीम ने जिलाधिकारी पटना से मुलाकात की और उनसे पीड़ित इलाके में कैंप लगाकर लोगों के लिए अगले 5 दिनों तक भोजन, तथा पानी, शौचालय, बच्चों के लिए स्कूल और बिजली की व्यवस्था करने; प्रत्येक पीड़ित परिवार को आपदा प्रबंधन से राहत राशि का भुगतान करने; सभी गरीबों के लिए पुनर्वास हेतु पक्का मकान बनाने की गारंटी करने, गरीबों के नाम उस जमीन का पर्चा निर्गत करने तथा घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की.

घटना के खिलाफ जिलाव्यापी प्रतिवाद मार्च 

फतुहा के संघत पर आजाद नगर में भू-माफिया द्वारा 590 परिवारों को झुग्गियों को जलाने की घटना के खिलाफ भाकपा(माले) ने 12 मार्च को पटना जिलाव्यापी प्रतिवाद कार्यक्रम आयोजित किया. इस कार्यक्रम के तहत के तहत मसौढ़ी, धनरूआ और पुनपुन समेत कई प्रखंडों में प्रतिवाद मार्च व सभा का आयोजन हुआ.

यह प्रतिवाद कार्यक्रम इस कांड को अंजाम देने वाले भू-माफिया पर अबिलंब एफआइआर दर्ज करने, उसे गिरफ्तार करने और कड़ी सजा देने की मांग पर आयोजित था.

प्रतिवाद मार्च और सभा के दौरान भाकपा(माले) नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार और भाजपा की सरकार भू-माफिया को संरक्षण दे रही है. अभी तक उसकी गिरफ्तारी का नहीं होना इसका जीता-जागता उदाहरण है. यहां तक कि इस आगजनी में मृतक प्रभुदयाल राय के परिजनों को अभी तक उचित मुआवजा नहीं मिला है और न हीं घर के बच्चों के समुचित इलाज व परिवार के लिए राहत-राशन की समुचित व्यवस्था की गई है.

मसौढी में भाकपा(माले) कार्यालय से निकलकर थाना रोड होते हुए कर्पूरी चौक के पास जाकर सभा आयोजित की गई. प्रतिवाद मार्च की अगुआई राज्य कमिटी सदस्य कमलेश कुमार व प्रखंड सचिव राकेश कुमार ने की. इस मौके पर जिला कमेटी सदस्य नागेश्वर पासवान, धर्मशीला देवी, ललन यादव, कृष्णा रविदास, पूनम देवी, योगेंद्र प्रसाद गुलशन, संजय यादव, चंद्रशेखर मांझी, रामप्रवेश सिंह सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे.

धनरूआ में मार्च का नेतृत्व प्रखंड सचिव अकलू पासवान ने किया. मार्च में वीरेंद्र प्रसाद, निरंजन वर्मा, रामजीवन पासवान, खुर्शीद अंसारी, रंजय बिन्द, रिंकी देवी, चितरंजन पासवान व भगवान पासवान सहित दर्जनों लोग शामिल थे.

पुनपुन में राज्य कमेटी सदस्य जयप्रकाश पासवान के नेतृत्व में प्रतिवाद मार्च हुआ. मौके पर मदन पासवान, मनोज पासवान, कुमार विद्या, विजय केवट सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे. फतुहा में प्रतिवाद मार्च के अगुआई प्रखंड सचिव शैलेंद्र यादव व संपतचक प्रखंड सचिव सत्यानंद, मुन्ना पंडित और रामप्रवेश दास ने की. फुलवारी में प्रखंड सचिव गुरुदेव दास, देवीलाल पासवान और शरीफा मांझी के नेतृत्व में प्रतिवाद मार्च हुआ.

प्रतिवाद मार्च और सभा को संबोधित करते हुए बक्ताओं ने कहा कि सरकार को गरीबों की इस बस्ती को आग लगाने वाले भू-माफिया अबिलंब पता लगाने तथा इसकी साजिश में शामिल लोगों पर एफआइआर दर्ज कर अविलंब गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए.

कहा कि सरकार की नाक के नीचे गरीब भूमिहीनों के घर को आग लगाकर उसे श्मशान बनाने की पूरी साजिश की गई है. यह गरीबों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है. वक्ताओं ने मृतक के परिजनों समेत सभी पीड़ित परिवारों को 10 लाख रुपया मुआवजा देने, बच्चों का समुचित इलाज की व्यवस्था करने तथा पीड़ित सभी 590 परिवारों को बासगीत पर्चा, पक्का मकान, राशन, पानी और बिजली समेत पुनर्वास की समुचित व्यवस्था करने की मांग की.

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