वर्ष - 28
अंक - 31
20-07-2019

lawमुंबई सीएसटी स्टेशन के सामने 12 जुलाई 2019 को शाम 5 बजे वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह, आनंद ग्रोवर तथा लाॅयर्स कलेक्टिव के खिलाफ द्वेषपूर्ण कार्यवाही के विरोध में प्रदर्शन हुआ। ‘वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह, आनंद ग्रोवर तथा लाॅयर्स कलेक्टिव के खिलाफ द्वेषपूर्ण कार्यवाही बंद करो!’ का नारा देते हुए इंदिरा जयसिंह व आनंद ग्रोवर साॅलिडरिटी समिति, भाकपा(माले) लिबरेशन, लाल निशान पार्टी, सीपीआई(एम), सीपीआई, सीटू, ऐक्टू, मुंबई राइज़ेज टू सेव डेमोक्रसी (एमआरएसडी), नारी अत्याचार विरोधी मंच (एफएओडब्लू) व आवाजे निस्वां एवं अन्य स्वयंसेवी संगठनों ने मिलकर मुंबई सीएसटी (वीटी) स्टेशन के सामने जोरदार प्रदर्शन किया.

का. संघवी ने अपने भाषण में कहा कि फासीवाद ने अपना स्वरूप दिखाना शुरू कर दिया है. इसके खिलाफ एकताबद्ध होकर लड़ना पड़ेगा. सीपीएम के शैलेन्द्र कांबले ने भाजपा की फासीवादी राजनीति का पुरजोर विरोध किया. सीपीआई के प्रकाश रेड्डी ने भी मोदी सरकार को जमकर लताड़ा. भाकपा(माले) लिबरेशन के का. श्याम गोहिल ने कहा कि मोदी सरकार के पांच साल के शासन में हम इस देश में अघोषित आपातकाल का सामना कर चुके हैं. भाजपा सरकार सभी बुद्धिजीवियों, लोकतांत्रिक संस्थाओं एवं न्यायिक संस्थाओं पर अपना फासीवादी पंजा कस रही है. सभी राजनीतिक पार्टियों, स्वयंसेवी संस्थाओं व मानवाधिकार संगठनों को साथ आकर लंबी लड़ाई की तैयारी करनी होगी. हमारी समझौताहीन लंबी लड़ाई ही फासीवाद को खत्म करेगी. मोदी सरकार लाॅयर्स कलेक्टिव के कार्यकर्ता इंदिरा जयसिंह व आनंद ग्रोवर जैसे चर्चित व सम्मानित व्यक्तियों के खिलाफ बदले की भावना से जो कार्यवाही कर रही है, उसका भाकपा(माले) विरोध करती है. इस प्रदर्शन में 200 से ज्यादा लोगों ने भाग लिया.