वर्ष - 29
अंक - 13
21-03-2020

‘आशा संयुक्त संघर्ष मंच’ के आह्वान पर विगत 17 मार्च 2020 को राज्य की हजारों आशा कार्यकर्त्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष स्थानीय गर्दनीबाग में दिसंबर 2018 में हुए हड़ताल के दौरान सरकार के साथ संपन्न समझौता को बिंदुवार लागू करने की मांगं पर ‘पोलियो को भगाया है, कोरोना को हरायेगें, नीतीश सरकार से लड़कर मानदेय का हक पाएंगे’ के नारे के साथ जुझारू प्रदर्शन किया. उनकी मुख्य मांगों में समझौता में तय 1000रु. मासिक मानदेय का आदेश निर्गत करने (जिसको एकतरफा ढंग से बदलकर पारितोषिक कर दिया गया), पारितोषिक का आदेश रद्द कर करने, अप्रैल 2019 के बजाय जनवरी 2019 से तय मानदेय राशि का 31 मार्च तक भुगतान करने, प्रोत्साहन राशि भुगतान में व्याप्त कमीशनखोरी पर रोक लगाने तथा मानदेय भुगतान (समझौते के सवा साल बीत जाने के बाद भी जो चालू नहीं हुआ) चालू करने की मांग की गई.

प्रदर्शनकारी आशाकर्मियो ने देश, समाज और जनता को कोरोना महामारी से बचाने की मुहिम में मजबूती से उतरने का संकल्प जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की वादाखिलाफी को जनता के बीच ले जाने की घोषणा की.

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वर्त्तमान प्रतिकूल परिस्थितियों जिसमें कोरोना वायरस जनित आपदा सबसे प्रमुख है, आशा संयुक्त संघर्ष मंच के बैनर तले इकट्ठा हुई आशाकर्मियों ने नीतीश सरकार से पूर्व में हुए समझौते को अक्षरशः लागू करने और आंध्रप्रदेश के तर्ज पर मासिक मानदेय देने की घोषणा करने की मांग की. साथ ही, अगर नीतीश सरकार तय 1000 रुपये मासिक मानदेय की राशि 31 मार्च तक आशाओं के खाते में नही पहुंचाती और समझौते के अन्य विन्दुओं को लागू नहीं करती तो हम सरकार के खिलाफ सीधी लड़ाई में उतरने का प्रस्ताव पारित किया.

स्थानीय गर्दनीबाग धरनास्थल पर आशा संयुक्त संघर्ष मंच का यह प्रदर्शन जिसमें बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (ऐक्टू-गोप गुट), आशा संघर्ष समिति (चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ) एवं बिहार राज्य आशा संघ (एटक) शामिल है, आयोजित हुआ. धरना स्थल पर ही का. शशि यादव, मो. लुकमान और सरिता कुमारी की संयुक्त अध्यक्षता में सभा हुई जिसे विश्वनाथ सिंह (महामंत्री, बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ), कौशलेंद्र कुमार वर्मा (महासचिव, बिहार राज्य आशा संघ, एटक), विद्यावती पांडेय (महासचिव, बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ – गोप गुट), आशा नेत्री किरण झा, पूनम कुमारी, सुधा सुमन, कविता कुमारी, नीलम झा आदि आशाकर्मी नेताओं के अलावे खास तौर से महासंघ (गोप गुट) के सम्मानित अध्यक्ष व आशा कार्यकर्त्ता संघ के मुख्य संरक्षक रामबली प्रसाद एवं ऐक्टू नेता रणविजय कुमार ने भी सम्बोधित किया.

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