वर्ष - 30
अंक - 4
23-01-2021


रोहित वेमुला के 5वें शहादत दिवस को आइसा-इनौस ने संकल्प दिवस के रूप में मनाते हुए कहा कि रोहित वेमुला की शहादत हमें हमेशा समाज के हाशिये पर छोड़ दिये गए तबकों के लिए लड़ने को प्रेरित करेगी. इस मौके पर छात्र रोहित वेमुला की सांस्थानिक हत्या को याद करते हुए देशव्यापी आयोजन किए.

विगत 17 जनवरी 2021 को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने लालकुआं स्थित अपने कार्यालय में सभा का आयोजन किया जिसकी शुरूआत रोहित वेमुला को श्रद्धांजलि देकर की गई.

आइसा नेता शिवम सफीर ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पिछले तीन वर्षों में दलितों के उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि योगी सरकार आने के बाद से ही अपनी विचारधारा के मुताबिक दलित विरोधी काम कर रही है. इसी कड़ी में हमारे साथी नितिन राज को पांचवीं बार जेल भेज दिया गया है जो सरासर अन्याय है. उनका अपराध बस इतना था कि उन्होंने असंवैधानिक सीएए-एनआरसी के खिलाफ अपना प्रतिरोध दर्ज कराया था. हमें नितिन राज की रिहाई और ऐसे हर दमन के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करनी होगी और संघर्ष को तेज करना होगा.

ऐपवा नेता मीना सिंह ने कहा कि जाति आधारित हिंसा और उत्पीड़न की सबसे चरम अभिव्यक्ति दलित महिलाओं पर हो रही हिंसा और बलात्कार की घटनाओं में देखने को मिल रही है. ऐसी घटनाएं इस सरकार की दलित विरोधी-महिला विरोधी नीतियों की स्पष्ट शिनाख्त करती हैं. सभा का संचालन आइसा नेता आयुष श्रीवास्तव ने किया.

इस मौके पर आइसा से रोबिन सिंह, तुषार सिंह, अतुल, रामकृष्ण यादव, यश चंदोला, आदर्श, अमन, भाकपा(माले) राज्य स्थायी समिति के सदस्य राधेश्याम मौर्य, इनौस के जिला संयोजक राजीव गुप्ता, दुर्गेश कुमार और भाकपा(माले) नेता एडवोकेट मोहम्मद कामिल आदि मौजूद रहे.

आरा के क्रांति पार्क में आइसा-इनौस की ओर से एक संकल्प सभा का आयोजन किया गया. संकल्प सभा में शामिल भाकपा(माले) के पोलित ब्यूरो के सदस्य का. स्वदेश भट्टाचार्य, समकालीन लोकयुद्ध के संपादक संतोष सहर, अगिआंव के विधायक व इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज मंजिल, तरारी के विधायक व किसान नेता सुदामा प्रसाद, आइसा के राज्य सचिव सबीर कुमार, इनौस के जिला संयोजक शिवप्रकाश रंजन, भाकपा(माले) नगर सचिव दिलराज प्रीतम समेत दर्जनों छात्र-युवाओं ने रोहित वेमुला को श्रद्धांजलि दी.

आइसा के जिला सचिव रंजन कुमार के संचालन में हुई सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) पोलित ब्यूरो सदस्य का. स्वदेश भट्टाचार्य ने दलितों के शिक्षा अधिकार पर हो रहे हमलों के खिलाफ रोहित वेमुला की शहादत की याद दिलाते हुए जनअधिकार के सवाल पर हर कुर्बानी देने की परंपरा की याद दिलाई.

अन्य वक्ताओं ने भी भाजपा के मनुवादी-फासीवादी हमले के दौर में जन अधिकारों के सवाल पर आंदोलन तेज करने और देश में चल रहे किसान आंदोलन के पक्ष में मजबूती से खड़ा होने की जरूरत बताई.

बिहार के मधुबनी में इनौस के राज्य कार्यकारिणी सदस्य केशरी कुमार यादव ने रोहित वेमुला के चित्रा पर माल्यार्पन करते हुए कहा कि ठीक आज से पांच वर्ष पहले आंध्रप्रदेश में भाजपा व मनुवादियों के उत्पीड़न के कारण दलित व होनहार छात्र रोहित वेमुला संस्थानिक हत्या के शिकार हुए थे. भाजपा की निर्दय कारपोरेट हिंदुत्व आज संपूर्ण देश को बर्बाद करने पर तुला हुआ है. आज देश के लाखों-करोड़ों अन्नदाता किसानों को मोदी सरकार के कृषि विरोधी तीनों कानूनों के खिलाफ लंम्बी लड़ाई लड़नी पर रही है. हम छात्रा नौजवान भी किसान आंदोलन के साथ हैं.

मिथिला विवि में आइसा नेता मयंक कुमार ने कहा कि रोहित वेमुला के संस्थानिक हत्या के खिलाफ आइसा ने जोरदार आंदोलन चलाया था. मनुवादी फासीवादी ताकतों के खिलाफ संघर्ष को मजबूत करना ही रोहित वेमुला की सच्ची श्रद्धांजलि होगी. सभा में भाकपा(माले) नेता अनिल कुमार सिंह, इनौस नेता पवन झा, अवधेश साह, रंजीत चौधरी, संतोष साह, मिथिलेश पासबान, कृपानंद झा, अनिल मंडल, मो. गुफरान आदि दर्जनों लोग शामिल थे.