वर्ष - 30
अंक - 12
20-03-2021

 

भाकपा(माले) ने शराब के धंधे में लिप्त मंत्री रामसूरत राय को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग पर आंदोलन तेज कर दिया है. विदित हो कि मुजफ्फरपुर जिले के औराई क्षेत्रा से भाजपा विधायक व राज्य सरकार के मंत्री रामसूरत राय के भाई हंसलाल राय द्वारा संचालित स्कूल में पुलिस ने पिछले दिनों हजारों बोतल शराब बरामद किया था और इस मामले में बोचहां थाने में दर्ज एफआईआर में वे नामजद हुए थे. लेकिन पुलिस ने मंत्री के भाई को गिरफ्तार करने के बदले एक निर्दाेष शिक्षक और अन्य दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. मंत्री के दबाव पर पुलिस ने मामले को रफा-दफा करने की भी पूरी मुहिम छेड़ रखी है.

भाकपा(माले) नेताओं की एक टीम विगत 13 मार्च को बोचहां स्थित ककराचक गांव पहुंची और गिरफ्तार शिक्षक अमरेंद्र कुशवाहा के पिता रघुनाथ प्रसाद भगत और अन्य परिजनों से मुलाकात की. उनके पिता ने बताया कि आज दोपहर में मंत्री रामसूरत राय का भतीजा जो अभियुक्त हंसलाल राय का बेटा है, ने घर पर आकर मेरे छोटे बेटे के बारे में पूछताछ की. वह हमें भी अपने साथ ले जाने का दबाव डाल रहा था और इससे इंकार करने पर मुझे धमकी देकर चला गया. उन्होंने कहा कि हमलोग कापफी भयभीत हैं और पूरे परिवार पर खतरा मंडरा रहा है. भाकपा(माले) नेताओं ने जिला प्रशासन से परिवार को सुरक्षा करने की मांग की है.

माले नेताओं की टीम में भाकपा(माले) व इंसाफ मंच के नेता आफताब आलम, भाकपा(माले) के बोचहां प्रखंड सचिव रामबालक सहनी, खेग्रामस के जिला अध्यक्ष रामनंदन पासवान, किसान महासभा के नेता बिंदेश्वर साह, मजदूर नेता वीरेंद्र पासवान, इंसाफ मंच के जिला अध्यक्ष फहद जमां, मो. ऐजाज सहित अन्य शामिल थे.

भाकपा(माले) ने शराब धंधे में लिप्त पाये गए राजस्व मंत्री रामसूरत राय की मंत्री पद से बर्खास्तगी की मांग को लेकर विगत 16 मार्च को मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया. जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम पांच सूत्री मांग-पत्र प्रस्तुत कर बोचहां थाना कांड संख्या 298/2020 के मद्दे नजर मंत्री को बर्खास्त करने के साथ ही उनके शराब कारोबारी भाई हंसलाल राय को गिरफ्तार करने की मांग की. यह भी मांग की गई कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार श्री अर्जुन राय मेमोरियल ज्ञान विद्या मंदिर कैम्पस को, जिसमें पुलिस छापेमारी के दौरान हजारों बोतल शराब की बरामदगी हुई थी, सील कर उसे थाने के हवाले किया जाए और उस मामले में गिरफ्तार निर्दाेष शिक्षक अमरेंद्र कुशवाहा और अन्य दो पर से मुकदमा वापस लिया जाए.

धरना में भाकपा(माले) के जिला सचिव कृष्ण मोहन, बोचहां प्रखंड सचिव रामबालक सहनी, औराई प्रखंड सचिव मनोज यादव, इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष आफताब आलम, खेग्रामस के जिला अध्यक्ष रामनंदन पासवान व सचिव शत्राुघ्न सहनी, किसान महासभा के नेता बिंदेश्वर साह, होरिल राय, गिरफ्तार शिक्षक के भाई अंशु कुशवाहा, इंसाफ मंच के जिला अध्यक्ष फहद जमां, असलम रहमानी, रेयाज खान, मो. ऐजाज, आइसा के सौरभ कुमार, किसान-मजदूर सभा के ब्रजकिशोर सहनी, सुरेश सहनी, नंदलाल पासवान आदि नेता व बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं.

धरना को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराब धंधेबाजों पर सख्त कारवाई की थोथी बातें करते हैं लेकिन वे शराब धंधे में लिप्त अपने ही मंत्री पर कारवाई करने से बच रहे हैं. यदि वे शराबबंदी के प्रति गंभीर होते तो सबसे पहले आरोपित मंत्री को मंत्रीमंडल से बाहर करते. वक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि चार महीने बाद भी इस मामले में नामजद मंत्री के भाई और स्कूल मालिक हंसलाल राय को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?

भाकपा(माले) नेताओं ने कहा कि शराब धंधेबाजों और माफियाओं को सरकार, राजनेताओं और पुलिस का संरक्षण प्राप्त है. नीतीश सरकार जब तक राजनीतिक संरक्षकों और शराब माफियाओं पर कारवाई नहीं करती है, बिहार में शराब का धंधा जारी रहेगा. वस्तुतः शराबबंदी महज राजनीतिक खेल बन कर रह गया है और उसके नाम पर गरीबों और दलितों-महादलितों को जेलों में बंद किया जा रहा है.