वर्ष - 30
अंक - 13
27-03-2021

 

केन्द्र की मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब समेत देश के किसानों के जबरदस्त आंदोलन व चौथे महीने में जा पहुंचे दिल्ली बाॅर्डर धरनों और साथ ही, चार श्रम कोड व निजीकरण के विरोध में देश के मजदूर-कर्मचारी वर्ग केे तीखे आंदोलन की पृष्ठभूमि में इस बार शहीदे आजम भगत सिंह और उनके साथियों के शहादत दिवस (23 मार्च) कार्यक्रमों ने नई ऊंचाई हासिल कर ली. यह दिन देश को फिर से कंपनी राज के हवाले करने की फासीवादी मुहिम के खिलाफ देश की जनता के युद्धघोष का दिन बन गया.

उस दिन जहां दिल्ली के टिकरी, गाजीपुर, सिंघु समेत उन तमाम बाॅर्डरों पर चल रहे किसान धरनास्थ्लों से भगत सिंह व उनके साथियों को याद करते हुए विशाल छात्र-युवा मार्च निकले, वहीं देश के कोने-कोने में प्रतिवाद मार्च, गोष्ठी, कन्वेंशन, जन पंचायत, सेमिनार आदि विविध कार्यक्रमों के जरिए शहीदे आजम के सपनों का भारत बनाने के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया गया.

बिहार की राजधानी पटना में अलग-अलग स्थानों पर भाकपा(माले), ऐक्टू व उससे सम्बद्ध बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन तथा सेवा आउटसोर्स-निजीकरण के खिलाफ सेवा नियमितीकरण की मांग को लेकर धरना पर बैठे हड़ताली कार्यपालक सहायकों ने शहीदे आजम भगत सिंह व उनके साथियों राजगुरू व सुखदेव को श्रद्धांजलि अर्पित किया.

कंकड़बाग में ऐक्टू से सम्बद्ध बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन से जुड़े सैकड़ों निर्माण मजदूरों ने भगत सिंह व साथियों के शहदत दिवस को किसान विरोधी 3 कृषि  कानूनों व 4 श्रम कोड कानूनों के विरोध दिवस के रूप में मनाया. इस मौके पर निर्माण मजदूर यूनियन नेता श्याम प्रसाद साव, अरविंद प्रसाद चन्द्रवँशी, भाकपा(माले) नेता पन्नालाल सिंह व ऐक्टू राज्य सचिव रणविजय कुमार ने भगत सिंह की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

ऐक्टू राज्य महासचिव आरएन ठाकुर, राज्य सचिव रणविजय कुमार व आइसा से जुड़े छात्र नेताओं ने गांधी मैदान स्थित भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और काॅरपोरेट-कम्पनी राज कायम करने की साजिशा के तहत लाये गये मजदूर-किसानों के गुलामी वाले 4 श्रम कोड व 3 कृषि कानूनों के खिलाफ संघर्ष का संकल्प लिया.

आउटसोर्स-ठेकाकरण के खिलाफ नियमितीकरण की मांग पर 15 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर धरना पर बैठे बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ (गोप गुट) के हड़ताली धरनार्थियों व नेताओं ने धरनास्थल पर भगत सिंह की तस्वीर पर पुष्पांजलि देते हुए उन्हें याद किया. ऐक्टू राज्य सचिव रणविजय कुमार, संघ के प्रदेश अध्यक्ष आशीष कुमार, पटना जिला अध्यक्ष अनुराग शर्मा, सचिव शशिकांत पाठक, ब्रजेश कुमार, हिमांशु श्रीवास्तव, धनजी प्रसाद सहित सैकड़ों लोग इसमें शरीक थे.

पटना सिटी में भाकपा(माले) और इनौस के बैनर तले जावेद अनवर, एहतेशाम व महेश चंद्रवंशी के नेतृत्व में मंगल तालाब से जूलूस निकाला गया जो कालिस्थान दीरा पर, हरमंदिर गली, झाउगंज सब्जी मंडी होते हुए भगत सिंह चौराहा पहुंचा. वहां उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि देने के बाद रामनारायण सिंह की अध्यक्षता व राजेधा कुमार के संचालन में हुई सभा को भाकपा(माले) राज्य कमेटी के सदस्य का. उमेश सिंह ने भी संबोधित किया. इस मौके पर नसीम अंसारी, शंभुनाथ मेहता, अनया मेहता, राखी मेहता, चंद्रभूशण शर्मा, ललन यादव आदि दर्जनों लोग मौजूद थे.

पटना जिले के फुलवारी शरीफ में भाकपा(माले) नेता गुरूदेव दास और शरीफा मांझी तथा संपतचक में भाकपा(माले) नेता सत्यानंद कुमार व सुरेश सिंह की अगुआई में शहीदे आजम भगत सिंह व साथियों का शहादत दिवस मनाया गया. मसौढ़ी और फतुहा में इस मौके पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित करने के साथ ही भाकपा(माले) के प्रखंड स्तरीय कन्वेंशन भी आयोजित किए गए. मनेर में पूर्व सांसद व खेग्रामस के सम्मानित राष्ट्रीय अध्यक्ष का. रामेश्वर प्रसाद, जसम के राज्य सचिव सुधीर सुमन व हिरावल के संयोजक संतोष झाा की मौजूदगी में शहीदे जाजम व साथियों का शहादत दिवस समारोह आयोजित हुआ.

भोजपुर जिले के आरा, अगिआवं बाजार व बिहिया समेत कई जगहों, रोहतास जिले के काराकाट व गोड़ारी, बक्सर जिले के डुमरावं व केसठ समेत कई जगहों पर शहीदे आजम भगत सिंह व साथियों का शहादत दिवस मनाया गया. सीवान, गोपालगंज, बेतिया व मातिहारी में भाकपा(माले), आइसा, इनौस व ऐक्टू ने शहीेदे आजम व उनके साथियों को श्रद्धांजलि दी.

मुजफ्फरपुर में आइसा ने भगत सिंह व साथियों के  शहादत दिवस को ‘रोजगार अधिकार दिवस’ के रूप में मनाया. मुखर्जी सेमिनरी रोड स्थित आइसा कार्यालय में छात्रा-नौजवानों ने भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और शहर में छात्र-युवा अधिकार मार्च निकाला गया. कार्यक्रम में आइसा के राज्य पार्षद दीपक कुमार, शाहनवाज, सौरभ कुमार, फैजान अख्तर, आइसा के पूर्व राज्य अध्यक्ष सूरज कुमार सिंह, इंसाफ मंच के जिला अध्यक्ष फहद जमां, रेयाज खान, राघवेन्द्र कुमार, मो. आदिल, मुन्ना कुमार, आनंद, सर्वेश, मो. गुलजार, सदफ, सचिन, मो.जफर सहित कई छात्र-नौजवान शामिल थे.

मधुबनी में आइसा के जिला संयोजक प्रमोद कामत, इनौस के जिला संयोजक मनीष मिश्रा व भाकपा(माले) नेता अनिल कुमार सिंह की अगुआई में शहीदे आजम भगत सिंह व साथियों का शहादत दिवस मनाया गया. जयनगर में शहीद चौक स्थित अंबेडकर स्मारक के सामने संकल्प सभा आयोजित हुई जिसे भाकपा(माले) के प्रखंड सचिव भूषण सिंह, भाकपा के पूर्व अंचल मंत्री नरेश ठाकुर, राजद नेता मौलाना नोशाद अहमद, मो. मुस्तफा, तस्लीम, विजय राय, पफूलो देवी, दौलत देवी सहित कई लोगों ने संबोधित किया.

सुपौल में सुपौल प्रखंड के पिपरा खुर्द पंचायत के अमठो गांव में भाकपा(माले) और ऐक्टू के बैनर तले भगतसिंह व साथियों का शहादत दिवस मनाया गया. भगत सिंह के तैल चित्रा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि देने के बाद ऐक्टू के जिलाध्यक्ष जितेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में सभा का आयोजित हुई जिसे ऐक्टू के जिला सचिव अरविंद कुमार शर्मा, भाकपा(माले) नेता फूलदेव पासवान, रामप्रसाद यादव, चंद्रकिशोर यादव, लीला देवी, हीरा देवी, मीरा देवी, अमेरिका देवी, सीता देवी, अरहुलिया देवी आदि ने संबोधित किया.

औरंगाबाद जिले के ग्राम ऐकौनी में शहीदे आजम भगत सिंह जी का स्मारक  स्थापित किया गया जिसका उद्घाटन अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव व ओबरा के पूर्व विधायक का० राजाराम सिंह जी किया.

मधेपुरा में भाकपा(माले) और ऐक्टू के बैनर तले हाॅस्पिटल परिसर में शहीदे आजम भगत सिंह व साथियों का सहादात दिवस मनाया गया. इस अवसर पर भाकपा(माले) के जिला संयोजक का. रामचंद्र दास ने तीन कृषि कानूनों व चार लेबर कोड्स के खिलाफ 26 मार्च को आहूत भारत बंद को सफल बनाने का आह्वान किया.

बेगूसराय में भाकपा(माले) ओर से जिला कार्यालय कमलेश्वरी भवन में शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का शहादत दिवस नगर सचिव राजेश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में मनाया गया. इस मौके पर भाकपा(माले) राज्य कमिटी सदस्य काॅ. नवल किशोर ने भगत सिंह को याद करते हुए कहा कि भगत सिंह का राष्ट्रवाद साम्राज्यवाद व अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ था. लेकिन, भाजपा का राष्ट्रवाद अपने ही देश की जनता के खिलाफ है. भाकपा(माले) नगर सचिव राजेश श्रीवास्तव ने कंपनी राज व पुलिस राज के खिलाफ 26 मार्च को भारत बंद को ऐतिहासिक बनाने की अपील की. सभा को सुबौध सिन्हा, नूरुल इस्लाम जिम्मी, सुरेश पासवान, भूषण भारती, सुरेश दास और टेंपो चालक संघ के नेता पंकज सिंह आदि ने भी संबोधित किया. का. ननकु पासवान ने क्रांतिकारी गीतों से भगत सिंह को श्रद्धांजलि दी. सहरसा में भी शहीदे आजम भगत सिंह व उनके साथयों की तस्वीरों पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें याद किया गया.

हाजीपुर के अक्षयवट राय स्टेडियम के निकट अमर शहीद भगत सिंह का शहादत दिवस मनाया गया. इस मौके पर कार्यकर्ताओं का कन्वेंशन हुआ जिसमें 26 मार्च के भारत बंद-बिहार बंद को सफल बनाने की योजना बनाई गई.

कैमूर जिले के मोहनिया में शहीदे आजम भगत सिंह की शहादत दिवस मनाते हुए उनके स्मारक पर भगत सिंह की नई प्रतिमा लगाई गई. विदित हो कि 23 मार्च 2007 को भाकपा(माले) महासचिव कामरेड दीपंकर भट्टाचार्य ने इस स्मारक का लोकार्पण किया था. नव स्थापित मुर्ति पर माल्यर्पण कर शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि दी गई और उनके सपनों का भारत बनाने का संकल्प लिया गया. झंडोतोलन भाकपा(माले) के जिला सचिव का. विजय यादव व कार्यक्रम की अध्यक्षता खेग्रामस के जिला सचिव दुखी राम ने किया. इससे पहले मोहनियां बाजार में मार्च निकाला गया. कार्यक्रम में किसान महासभा के नेता बबन सिंह, भाकपा(माले) के जिला कार्यालय सचिव मोरध्वज सिंह, महेश राम, एकबाल राम, मुन्ना राम, जयप्रकाश निराला, इंसाफ मंच के नेता असगर खान व अफसार खां, मनीष कुमार सिंह, लक्ष्मी देवी, गीता देवी आदि शामिल थे.

गया जिले के खिजरसराय में भगत सिंह के स्मारक पर उनके साथियों राजगुरू और सुखदेव की प्रतिमा स्थापित की गई जिसका अनावरण डाॅ. उपेंद्र कुमार और भाकपा(माले) के जिला सचिव का. निरंजन कुमार ने संयुक्त रूप से किया. का. युगलकिशोर शर्मा की अध्यक्षता में हुई सभा को डाॅ. उपेन्द्र कुमार, का. निरंजन कुमार, तनुज, राजू, सीताराम यादव व अन्य लोगों ने संबोधिात किया.

नवादा में इनौस के बैनर तले डा. भीम राव अंबेदकर पार्क से जुलूस निकाल कर भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यर्पण किया गया और श्रद्धांजलि देने के बाद सभा आयोजित की गई. इनौस नेता भोला राम की अध्यक्षता में हुई सभा को भाकपा(माले) जिला सचिव नरेन्द्र प्रसाद सिंह, माकपा जिला सचिव नरेशचंद्र शर्मा, रंगकर्मी क्रांति भट्ट, ऐपवा नेत्री सावित्री देवी, लेखक शंभु विश्वकर्मा आदि ने संबोधित किया.

अरवल जिले में भगतपुर संडा, मधुबन स्थित शहीदे आजम भगत सिंह मैदान तथा अरवल भाकपा(माले) जिला कार्यालय में भगत सिंह व साथियों का शहादत दिवस मनाया गया. इनौस के वरिष्ठ नेता रविन्द्र यादव व राष्ट्रीय पार्षद अवधेश यादव, भाकपा(माले) के जिला सचिव जितेन्द्र यादव व जिला कार्यालय सचिव त्रिभुवन शर्मा, खभैनी पंचायत के मुखिया विजय पासवान, भाकपा(माले) नेता रामकुमार वर्मा व शोएब आलम इन कार्यक्रमों में शामिल रहे.

दरभंगा में पंडासराय स्थित भाकपा(माले) जिला कार्यालय में जिला सचिव का. बैद्यनाथ यादव की अगुआई में श्रद्धांजलि सभा का कार्यक्रम हुआ. श्रद्धांजलि सभा को वरिष्ठ भाकपा(माले) नेता का. आरके सहनी, सदीक भारती, कामेश्वर पासवान, रामदेव मंडल, रानी शर्मा, शिवन यादव, शैल देवी, खूशबू कुमारी आदि ने संबोधित किया.

उत्तर प्रदेश के सीतापुर में जिला मुख्यालय सीतापुर समेत हरगांव, बिसवां व महोली सहित चार केंद्रों पर भगत सिंह शहादत दिवस मनाया गया. हरगांव के राही गेस्ट हाउस में आयोजित कार्यक्रम को भाकपा(माले) जिला सचिव  अर्जुन लाल, अनिल कुमार, राम सनेही वर्मा, मो अहमद, कन्हैयालाल कश्यप ने संबोधित किया.

देवरिया जिले के अकटही बाजार (भाटपार रानी) में भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव व पाश की शहादत दिवस पर इंकलाबी नौजवान सभा ने ‘रोज़गार के बढ़ते संकट, किसान आंदोलन और युवाओं की भूमिका’ विषय पर युवा सम्मेलन आयोजित किया. सम्मेलन को इनौस के प्रदेश सचिव सुनील मौर्य व भाटपार रानी अध्यक्ष बृजेश सिंह कुशवाहा, भाकपा(माले) के जिला सचिव श्रीराम कुशवाहा, बृजेश सिंह मौर्य, कलाम अंसारी, रामकरन पासवान, हिमांशु तिवारी व ऐपवा नेत्री पूनम यादव आदि ने संबोधित किया.

रायबरेली में इंकलाबी नौजवान सभा द्वारा दरीबा तिराहा पर संकल्प सभा का आयोजन हुआ. संकल्प सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा(माले) नेता विजय विद्रोही ने कहा कि शहीद भगत सिंह व उनके साथियों ने जिस भारत को बनाने के सपने के लिए शहादत दी थी, वह सपना अधूरा है. देश की वर्तमान मोदी सरकार तो देश मे पुनः कम्पनी राज लाना चाहती है. सभा को इनौस के जिला संयोजक उदयभान चौधरी, फिरोज गाधी डिग्री कालेज के प्रोफेसर डा. दिनकर त्रिपाठी, अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष फूलचंद मौर्य आदि ने भी संबोधित किया.

आजमगढ़ शहर में शहादत दिवस मनाया गया और तहबरपुर में किसान आंदोलन और शहादत की परंपराष्विषयक संगोष्ठी आयोजित की गई. सोनभद्र में भी 23 मार्च को भगत सिंह शहादत दिवस आयोजन हुआ.

झारखंड में गिरिडीह जिले के सरिया स्थित भगत सिंह चौक पर भगत सिंह की प्रतिमा पर मालार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाकपा(माले) के प्रखंड सचिव भोला मंडल, विजय सिंह व इनौस के जिला उपाध्यक्ष सोनू पाण्डेय उपस्थित थे. गांवा के हटिया मैदान के समक्ष भाकपा(माले) व इनौस कार्यकर्ताओं ने भगत सिंह की याद में कार्यक्रम किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता मुस्लिम अंसारी एवं संचालन मंझने पंचायत के मुखिया अजीत चौधरी ने किया. मौके पर माले नेता सकलदेव यादव, इनौस नेता अशोक मिस्त्री, आनंदी यादव, अकलेश यादव, प्रदीप कुमार, संजय दास, पवन चौधरी, अशोक यादव, महेंद्र यादव, मनीष, रंजीत, विकास, नरेश, रुपेश, मुन्ना आदि मौजूद थे.

कोडरमा जिले के डोमचांच प्रखंड के नवादा चौक पर तथा हजारीबाग में शहीदे आजम भगत सिंह व उनके साथियों का शहादत दिवस मनाया.

 

struggle against Company Raj

भगत सिंह के सपनों का देश बनाना जरूरी

दीपंकर भट्टाचार्य  

शहीद-ए-आजम भगत सिंह व उनके साथियों के शहादत दिवस के अवसर पर भाकपा(माले) ने झारखंड के बगोदर में सरिया रोड स्थित शहीद महेंद्र सिंह स्मारक स्थल पर शहीद भगत सिंह की स्मृति में पुष्प अर्पित किए और देश की मुकम्मल आजादी हेतु उनकी शहादत को नमन किया. कार्यक्रम में भाकपा(माले) महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य, जिला सचिव का. मनोज भक्त, प्रखंड सचिव पवन महतो, इनौस के राष्ट्रीय सचिव संदीप जायसवाल, ऐपवा नेत्री पूनम महतो व सरिता महतो तथा किसान महासभा के नेता पूरन कुमार महतो समेत कई अन्य नेता और समर्थक शामिल थे.

का. दीपंकर भट्टाचार्य ने इस मौके पर कहा कि भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ने ब्रिटिश राज और ईस्ट इंडिया कंपनी की सालों की गुलामी के खिलाफ आजादी, बराबरी और भाईचारे के लिए अपनी शहादतें दीं और फिर देश आजाद हुआ. लेकिन, मुल्क को शहीद भगत सिंह और उनके साथियों के सपनों के अनुरूप आजादी और लोकतंत्र अभी भी हासिल होना बाकी है. काले कृषि कानूनों को थोपने और रेल, कोयला, तेल समेत अन्य प्रतिष्ठित सार्वजानिक संस्थानों का निजीकरण कर आज एक बार फिर देश को बड़ी-बड़ी कंपनियों के हाथों गिरवी रखने की कोशिश हो रही है. आज समय की मांग है कि शहीद भगत सिंह और उसके साथियों के आदर्शों पर चलकर देश को कंपनी राज के चंगुल से बचाया जाये, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

 

Gazipur Border on 23 March

 

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