वर्ष - 30
अंक - 12
20-03-2021

 

भाकपा(माले) की तीन सदस्यीय जांच टीम ने विगत 16 मार्च 2021 को आजमगढ़ जिले के महराजगंज थाने के गोंदापुर गांव का दौरा किया और पुलिसिया हमले में घायल महिलाओं और गांव के अन्य लोगों से बातचीत की. जांच टीम का नेतृत्व भाकपा(माले) की राज्य स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य ओमप्रकाश सिंह ने किया. जांच टीम में रामजीत प्रजापति और रामसुधार भी शामिल रहे.

पीड़ितों और ग्रामीणों से बातचीत के आधार पर ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि गुंडा एक्ट की नोटिस तामील कराने पहुंची महराजगंज पुलिस ने घरों में घुसकर महिलाओं को बुरी तरह मारा-पीटा जिसमें रंजना, पुष्पा, प्रिया और प्रियंका को गंभीर चोटें आई और उन्हें दो दिनों तक मंडलीय अस्पताल आजमगढ़ में भर्ती रहना पड़ा. उन्होंने कहा कि पुष्पा, जिनके परिवार के किसी भी सदस्य के विरुद्ध कोई मुकदमा नहीं है, के घर का दरवाजा, टिन शेड, नल वगैरह तो तोड़ा ही गया, उनकी कार को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया. हद तो यह है कि पूरी मारपीट महिला पुलिस के उपस्थित रहने के बावजूद पुरुष पुलिसकर्मियों ने किया. माले नेता ने यह भी कहा कि पीड़ित महिलाएं कल पूरे मामले की जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों को दंडित करने की मांग करने पुलिस अधीक्षक के यहां पहुंची तो महिलाओं को डांटकर भगा दिया गया. भाकपा(माले) नेता ने कहा कि मौजूदा घटना हो या प्रदेश भर में जारी महिलाओं व गरीबों के विरुद्ध हिंसक घटनाओं से शासन तंत्र और उसकी पुलिस का दमनकारी चेहरा ही उजागर हुआ है. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उतर प्रदेश में पुलिस राज कायम हो गया है. टीम ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने और महिलाओं पर हमला करने वाले थानाध्यक्ष महराजगंज वं अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की.