वर्ष - 30
अंक - 52
25-12-2021

का. विनोद मिश्र की स्मृति में देश भर में संकल्प सभाओं का आयोजन

किसान आंदोलन की ऐतिहासिक जीत को मजबूत बनाने और फासीवाद के खिलाफ संघर्ष तेज करने का आह्वान

विगत 18 दिसंबर 2021 को भाकपा(माले) कह कतारों द्वारा देशभर में संकल्प दिवस का पालने करते हुए भाकपा(माले) के दिवंगत महासचिव कामरेड विनोद मिश्र की स्मृति में संकल्प सभाओं, बेठकों, कन्वेंशन और सेमिनारों, प्रशिक्षण शिविरों व पार्टी क्लास जैसे विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए. उस दिन पार्टी कार्यालयों पर झंडोत्तोलन किया गया, कामरेड विनोद मिश्र की प्रतिमा और तस्वीर पर पुष्पांजलि देकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और इस अवसर के लिए जारी पार्टी की केन्द्रीय कमेटी के आह्वान का पाठ करते हुए किसान आंदोलन की ऐतिहासिक जीत को मजबूत बनाने और फासीवाद के खिलाफ संघर्ष तेज करने का संकल्प लिया गया. यहां प्रस्तुत है एक संक्षिप्त रिपोर्ट :

बिहार : देश भर के किसान नेताओं ने क्रांति पार्क में का. विनोद मिश्र की प्रतिमा पर मार्ल्यापण किया

पटना स्थित राज्य कार्यालय में विनोद मिश्र को श्रद्धांजलि दी गई और तमाम शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता राजाराम, समकालीन लोकयुद्ध के संपादक संतोष सहर, सह संपादक प्रदीप झा और प्रबंध संपादक संतलाल, कुमार परवेज, संतोष झा, समता राय, विभा गुप्ता, विश्वमोहन कुमार, आदि उपस्थित थे.

नेताओं ने इस मौके पर कहा कि फासीवादी ताकतों को परास्त करने के लिए यह संकल्प लेने का वक्त है. किसान आंदोलन में यह ताकत दिखी कि वह सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को खत्म कर सके और अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे लोगों में आत्मविश्वास पैदा कर सके. पंजाब और उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण चुनाव से पहले तीनों कानूनों को रद्द करने के बावजूद सरकार किसान आंदोलन के साथ कोई समझौता करने से इंकार कर रही है. खेती कानूनों को वापस लेने का बिल ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ की आड़ में लाया गया है और दिखाने की कोशिश की जा रही है कि सरकार ने विरोध कर रहे किसानों को खुश करने के लिए ये कदम उठाया है. लेकिन दंभ और धोखाधड़ी वाले प्रचार के जरिये इस बात को छिपाया नहीं जा सकता कि सरकार को किसानों के सामने मुंह की खानी पड़ी है. आंदोलन की सफलता का कारण लाखों किसानों की सतत और व्यवस्थित गोलबंदी है. इस ऐतिहासिक जीत से प्रेरणा लेकर आगे हमें व्यापक संगठन निर्माण और राजनीतिक गोलबंदी की दिशा में बढ़ना है. कामरेड विनोद मिश्र ने सदैव भाकपा(माले) को विचारधारात्मक तौर पर साहसी, सांगठनिक तौर पर मजबूत, रचनात्मक पहलकदमी वाली और जनता की दावेदारी को आगे बढ़ाने वाली पार्टी के रूप में संगठित करने के लिए संघर्ष किया. जनसंघर्षों की जीत की गारंटी मजबूत पार्टी ही कर सकती है. नयी चुनौतियों के इस दौर में हम पार्टी के विस्तार की नयी संभावनाओं को भी देख सकते हैं. पार्टी की पहलकदमी को बढ़ाने के लिए यह जरूरी है.

पटना महानगर के जक्कनपुर में तथा आशियाना नगर स्थित भोला पासवान शास्त्र भवन में भी संकल्प दिवस कार्यक्रम आयोजित हुए.

भागलपुर जिले के विभिन्न प्रखंडों में संकल्प सभा आयोजित की गयी. भागलपुर शहर के सुर्खीकल स्थित यूनियन कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं ने पार्टी के नगर सचिव का. सुरेश प्रसाद साह की अध्यक्षता में आयोजित संकल्प सभा में भाकपा(माले) के नगर प्रभारी मुकेश मुक्त, जिला कमिटी सदस्य विष्णु कुमार मंडल, तिलकामांझी ब्रांच सचिव अमर कुमार, नगर कमिटी सदस्य चंचल पंडित, अमित गुप्ता, राजेश कुमार दास, धनेश्वर तांती, प्रमोद ठाकुर, शिवम यादव, दिवाकर तांती आदि शामिल हुए.

बेगूसराय में भाकपा(माले) जिला कार्यालय कमलेश्वरी भवन में कार्यकर्ता कन्वेंशन आयोजित हुआ. पार्टी के जिला सचिव दिवाकर कुमार समेत अन्य नेताओं-कार्यकर्ताओं द्वारा का. विनोद मिश्र की मूर्ति पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि देने तथा का. गजेन्द्र सिंह, का. रामचन्द्र सिंह और किसान आन्दोलन मे शहीद तमाम शहीदों के प्रति मौन श्रद्धांजलि देने के साथ शुरू हुए कन्वेंशन को का. दिवाकर कुमार, राज्य कमिटी सदस्य नवल किशोर, नगर सचिव राजेश श्रीवास्तव, जसम के राज्य सचिव दीपक सिन्हा, किसान महासभा के जिला सचिव बैजू सिंह, खेग्रामस के जिलाध्यक्ष मो इसराफिल, आइसा के जिलाध्यक्ष अजय कुमार व जिला सचिव फहीम समेत बड़ी संख्या में महिला-पुरूषों ने शामिल होकर अपने विचारो को रखा. कन्वेंशन की अध्यक्षता और संचालन का. चन्द्रदेव वर्मा ने किया.

मधुबनी जिले में भी जगह-जगह संकल्प दिवस आयोजन हुए. जयनगर में स्टेशन परिसर मे आयोजित संकल्प सभा को संबोधित करते हुए प्रखंड सचिव भूषण सिंह ने कहा कि काविनोद मिश्र भारतीय सर्वहारा के सच्चे नायक हैं जो हमेशा गरीबों के हक-अधिकार व मान-सम्मान की लड़ाई लड़ते रहे. सभा में मौजूद मो. तस्लीम, चन्दन राय, मो. मुस्तफा, मो. यूनुस, मो. सवीर, रामदेव राम, योगेंद्र दास, मो. राशिद, ईसा, प्यारी देवी, महेन्द्री देवी, शिवो देवी, रानी देवी, पूनम देवी, शिवकुमारी देवी, माफी देवी, मंगल साह, अबुल राइन आदि ने का. विनोद मिश्र की तस्वीर पर माल्यार्पण किया और उनके दिखाये रास्ते पर चलने का संकल्प लिया.

राजनगर प्रखंड के पीलखबार गांव में पार्टी कार्यकर्ताओं की प्रखंड स्तरीय बैठक आयोजित कर पार्टी को मजबूत बनाने और आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया. प्रखंड सचिव दानी लाल यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक को जिला सचिव ध्रुवनारायण कर्ण सहित कई अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया. बैठक में ही 70 पार्टी सदस्यों ने अपनी सदस्यता का नवीकरण कराया. बेनीपट्टी प्रखंड के अकौर गांव में भाकपा(माले) के प्रखंड सचिव श्याम पंडित की अगुआई में संकल्प दिवस मनाया गया जिसमें 50 से अधिक सदस्यों ने अपनी सदस्यता का नवीकरण कराया.

पूर्णिया जिले के रूपौली में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) जिला सचिव का. विजय कुमार ने कहा कि आज सांप्रदायिक फासीवादी ताकतें जनता के हक-अधिकार व लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है. इसके खिलाफ मजबूत जन संघर्ष खड़ा करने के लिए भाकपा(माले) को मजबूत करना जरूरी है. का. सृजन कुमार के संचालन में चली बैठक में जिला कमेटी सदस्य का. चतुरी पासवान व का. सुलेखा देवी, एरिया कमेटी सदस्य का. गजेंद्र सिंह, का. त्रिवेणी मंडल, अनूप लाल बेसरा, का. सुलोचना देवी, का. भगवान शर्मा, का. डीएन राय शामिल हुए. पूर्णिया शहर के वली टोला में का. इस्लामुद्दीन के अध्यक्षता व धमदाहा के इटहरी में का. चन्द्रकिशोर शर्मा के नेतृत्व में संकल्प दिवस मनाया गया.

सुपौल स्थित आइसा कार्यालय में आयोजित संकल्प सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) के जिला सचिव जयनारायण यादव ने कहा कि का. विनोद मिश्र हमारे आदर्श क्रांतिकारी शिक्षक हैं जो हमें लगातार प्रेरणा देते हैं. आइसा के जिला सचिव डॉ. अमित चौधरी ने कहा कि हमें काविनोद मिश्र के सच्चे धर्मनिरपेक्ष भारत के निर्माण के सपने को पूरा करना होगा. सभा में वीरेंद्र यादव, राहुल जायसवाल, ललन यादव, अमन कुमार, प्रेम गुप्ता, विनय बिहारी, आशीष यादब आदि मौजूद थे.

गया में जिले के सभी पार्टी ब्रांचों में तमाम पार्टी सदस्यों ने का. विनोद मिश्र की 23वीं बरसी पर उन्हें याद किया और पार्टी को मजबूत बनाने और उसका विस्तार करने का संकल्प लिया. मुख्य कार्यक्रम गया शहर स्थित जिला कार्यालय (रमा भवन, रमना रोड) में आयोजित हुआ. झंडोत्तोलन और का. विनोद मिश्र की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि देने के बाद सभा को संबोधित करते हुए जिला कमेटी सदस्य रामचंद्र प्रसाद, आनंद कुमार, नवल किशोर यादव आदि नेताओं ने का. विनोद मिश्र के प्रेरणादायी जीवन पर चर्चा की और किसान आंदोलन की ऐतिहासिक जीत से उर्जा लेकर फासीवाद के खिलाफ संघर्ष तेज करने का आह्वान किया. संकल्प सभा को अर्जून सिंह, बच्चू सिंह, प्रेमकिशोर प्रसाद, सत्येंद्र मांझी आदि ने भी संबोधित किया.

रोहतास जिले के दिनारा प्रखंड मुख्यालय स्थित अंबेडकर स्मारक भवन में का. विनोद मिश्र का स्मृति दिवस मनाया गया. इस मौके पर उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि व उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद सभा में मौजूद नेताओं ने उनके जीवन के बारे में चर्चा की. मौके पर भाकपा(माले) जिला कमेटी के सदस्य का. रामबचन केसरी, गोपाल राम, कन्हैया शर्मा, राजेश राम, दिलचंद राम, विनोद मेहता, मंगल सिंह चुनमुन सिंह गुप्तेश्वर राम सहित कई अन्य लोग मौजूद थे.

सारण जिले में पानापुर प्रखंड के सतजोरा गांव में भी संकल्प दिवस मनाया गया.

अरवल स्थित भाकपा(माले) जिला कार्यालय में 2 मिनट की मौन श्रद्धांजलि देने और का. विनोद मिश्र के तैल चित्र पर माल्यार्पण के बाद जिला सचिव का. जितेंद्र यादव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार द्वारा देश के सरकारी संस्थानों को कार्पारेट के हाथों बेचने के खिलाफ लड़ने की जरूरत है. इस मौके उपेंद्र पासवान, त्रिभुवन शर्मा, मनोज यादव, राजनारायण चौधरी, सुऐब आलम, महेंद्र प्रसाद आदि पार्टी नेता भी मौजूद थे.

कलेर प्रखंड के उसरी में कैश अंसारी व बेलसार चौकी में दिनेश लाल ऊर्फ त्यागी, कामता में उमेश पासवान, करपी के महावीरगंज में मधेश्वर प्रसाद व पानी बिगहा में देव मंदिर सिंह, अरवल प्रखंड के हारना में विजय मुखिया व बारा कोरियम में अजित कुमार तथा अरवल शहर में नंद किशोर कुमार ने संकल्प दिवस कार्यक्रमों की अगुआई की.

Organized Sankalp Sabhas ranchi

झारखंड : 18 दिसंबर - 16 जनवरी तक अभियान

पलामू में जिला मुख्यालय डाल्टनगंज के साथ ही पड़वा के तेलियाही, छतरपुर के देवगन और पांकी के कामत गांव में संकल्प दिवस मनाया गया. सभी जगहों पर संकल्प दिवस की शुरुआत का. विनोद मिश्र की याद में एक मिनट का मौन रख कर किया गया. सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने काविनोद मिश्र को याद करते हुए ‘का. वीएम जिंदा हैं, खेतों में खलिहानों, जनता के अरमानों में’ नारा लगाते हुए संकल्प सभा का समापन किया.

भाकपा(माले) जिला सचिव आरएन सिंह ने पड़वा प्रखंड के तेलियाही, भाकपा(माले) राज्य स्थायी समिति के सदस्य रविंद्र भुइयां तथा वाम लोकतांत्रिक मोर्चा के नेता जुगल पाल, रवि पाल व शैलेश चंद्रवंशी ने जिला कार्यालय, जिला कमिटी के सदस्य कपिल प्रजापति और रामराज पासवान ने छतरपुर तथा बृजनंदन सिंह ने पांकी के कामत टोला (तेतराई) में संकल्प सभा को संबोधित किया. नेताओं ने कहा कि विनोद मिश्र भारतीय कम्यूनिस्ट आंदोलन का वह ध्रुवतारा हैं जो 70 के दशक से लगातार मजदूर-किसान आंदोलनों को राह दिखा रहे हैं. का. नर्मदेश्वर, अविनाश रंजन, महेंद्र राम, अरुण प्रजापति, अरुण कुमार, गुडडू भुइयां, कविता सिंह, सुशीला देवी आदि नेता भी इसमें शामिल रहे.

पांकी में आयोजित संकल्प सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) जिला कमिटी के सदस्य का. बिराज सिंह ने क्षेत्र में भूमि संघर्षों को मजबूत करने का आह्वान किया.

संकल्प दिवस के अवसर कोडरमा प्रखंड कमेटी के द्वारा करमा पंचायत में संकल्प सभा का आयोजन किया गया. का. विनोद मिश्र के तैल चित्र पर पुष्पांजलि व एक मिनट की मौन श्रद्धांजलि देने के साथ शुरू हुई सभा को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि हमें किसान आंदोलन से शिक्षा लेते हुए जनता की समस्याओं के खिलाफ आवाज बुलंद करना होगा. कार्यक्रम में जिला कमेटी सदस्य संदीप कुमार, प्रखंड सचिव तुलसी कुमार राणा, लोकल सचिव मो. शमीम, वीरेंद्र सिंह घटवाल, मो. नसीम, अब्दुल जब्बार, हरि तुरी, मो. कौसर अंसारी आदि उपस्थित थे.

हजारीबाग जिले के चलकुशा व डाडी तथा खूंटी जिले के अड़की में का. विनोद मिश्र को याद करते हुए संकल्प दिवस मनाया गया. कुंडहित में दुमका-जामताड़ा जिलों की संयुक्त संकल्प सभा आयोजित हुई. मांडू के ठाकुरगोडा में प्रखंड स्तरीय संकल्प दिवस आयोजन हुआ.

गिरिडीह जिले के देवरी में प्रखंड सचिव रामकिशुन यादव की अध्यक्षता में पार्टी कार्यालय के समक्ष संकल्प सभा आयोजित की गई. तिसरी के मुनगी में भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं की एक बैठक का. राजेश यादव की अध्यक्षता व उपेंद्र शर्मा के संचालन में संपन्न हुई. इसमें इंनौस के गिरिडीह जिला सचिव अशोक मिस्त्रा व भाकपा(माले) के जिला कमिटी सदस्य का. मुन्ना कुमार राणा तथा प्रखंड व लोकल कमिटी के सभी सदस्य उपस्थित हुए. बैठक में किसान महासभा व झामस के सदस्यता अभियान की समीक्षा की गई. गांवा के हटिया मैदान के सामने भाकपा(माले) व इनौस के द्वारा संकल्प दिवस कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें प्रखंड सचिव का. नागेश्वर यादव भी मौजूद रहे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इनौस के जिला सचिव अशोक मिस्त्री ने कहा कि का. विनोद मिश्र ने कम्युनिस्ट आंदोलन के विकास में अमिट योगदान दिया. मौके पर इंनौस जिला कमिटी सदस्य संजय दास, अकलेश यादव, पवन चौधरी, अशोक यादव, मकसूद आलम, जाशो देवी, महेंद्र स्वर्णकार, नरेश राणा, रधिया देवी समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे.

बगोदर में सरिया रोड स्थित महेंद्र सिंह स्मृति भवन में जीबी बैठक आयोजित की गई. जीबी बैठक में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते बगोदर से भाकपा(माले) विधायक विनोद कुमार सिंह ने कहा कि का. विनोद मिश्र आजाद भारत में गरीबो-मजलूमों व किसान-मजदूरों की दावेदारी को सशक्त व मजबूत करनेवाले महानायक हैं. उन्होंने पश्चिम बंगाल से लेकर झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश तक क्रांतिकारी ताकतों को गोलबंद कर जनता के संघर्षों को नई उचाईयां प्रदान की.

उन्होंने कहा कि देश के किसानों ने नीत काले कृषि कानूनों को समूल रद्द करने और एमएसपी की गारंटी करने को लेकर मौजूदा भाजपा-मोदी सरकार के तानाशाही रवैये के खिलाफ एक साल से अधिक दिनों तक आंदोलन कर उल्लेखनीय जीत हासिल की है. मोदी सरकार देश के सार्वजनिक संस्थानों व संपदाओं का निजीकरण करने पर अड़ी हुई है जिसके खिलाफ देश भर के बैंक कर्मियों ने विगत 16-17 दिसंबर को देशव्यापी हड़ताल कर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि झारखंड की हेमंत सरकार गैरमजरुआ जमीन पर काबिज किसानों का हक बहाल नहीं कर रही है. संविदाकर्मी अपने मानदेय-वेतन आदि के लिए आंदोलनरत हैं. जेपीएससी की नियुक्तियों में धांधली बदस्तूर जारी है. उन्होंने कहा कि भाकपा(माले) मंहगाई, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और निजीकरण के सवालों पर 18 दिसंबर 2021 से लेकर 16 जनवरी 2022 तक जनता के बड़े दायरे में अभियान संचालित कर आम लोगों को गोलबंद करेगी.

मौके पर परमेश्वर महतो, पवन महतो, पूनम महतो, लोकनाथ पासवान, गजेंद्र महतो, सरिता महतो, सरिता साव, तेजनारायण पासवान, कैलाश महतो, शिवशंकर महतो, पूरन कुमार महतो, भुनेश्वर महतो, पूर्णचन्द्र महतो, शेख बदरूद्दीन, महेंद्र रमन समेत सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे.

बोकारो के कुरपानियां (बेरमो) में संकल्प दिवस पर सभा आयोजित हुई जिसमें भाकपा(माले) पोलित ब्यूरो के सदस्य का. जनार्दन प्रसाद, विधायक विनोद कुमार सिंह, विकास सिंह, दुलाल प्रमाणिक, अलका मिश्रा व सैकड़ों की संख्या में पार्टी सदस्य उपस्थित हुए. जुनकुदर में आयोजित कार्यक्रम में उपेन्द्र सिंह, नागेन्द्र कुमार, कृष्णा सिंह, मनोरंजन मलिक, हरेन्द्र सिंह, जगदीश शर्मा आदि शामिल हुए.

रांची जिला के पांच परगना एरिया कमिटी ने गितिलडीह गांव में का. विनोद मिश्र का स्मृति दिवस मनाया गया.

लोहरदग्गा सदर प्रखंड के सहकारिता भवन परिसर में इस मौके पर संकल्प सभा आयोजित कर किसान आंदोलन की जीत को और मज़बूत बनाने एवं फासीवाद के खिलाफ संघर्ष तेज करने के लिए भाकपा(माले) को मजबूत बनाने का संकल्प लिया गया. कार्यक्रम में का. महेश कुमार सिंह, विश्वनाथ प्र. गुप्ता, राजेन्द्र भगत, मनु ठाकुर, पारसनाथ महतो व प्रकाश शर्मा शामिल हुए. धनबाद जिला अन्तर्गत निरसा, गोविन्दपुर, धनबाद, सिंदरी, परसबनिया, बलियापुर आदि इलाकों में संकल्प दिवस कार्यक्रम आयोजित हुए.

उत्तर प्रदेश : येगी राज को हटाने का संकल्प लिया

का. विनोद मिश्र के 23 वें स्मृति दिवस पर प्रदेश भर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित हुए. इस मौके पर केंद्रीय कमेटी के आलेख को पढ़कर फासीवाद की चुनौतियों का मुकाबला करने का संकल्प लिया गया. लखनऊ में इस मौके पर पार्टी राज्य कार्यालय में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई, वामपंथी आंदोलन में उनके योगदान को याद करते हुए जन आंदोलन व पार्टी को मजबूत बनाने का संकल्प लिया गया.

वक्ताओं ने कहा कि आधुनिक लोकतांत्रिक भारत के निर्माण में फासीवादी ताकतें मुख्य रोड़ा हैं. वे जनता की एकता को तोड़ने के लिए साम्प्रदायिकता को हथियार बनाती हैं. हालांकि ऐतिहासिक किसान आंदोलन ने अपनी एकता के बल पर इस हथियार को नाकाम कर दिया.

अब यूपी समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव करीब आने के साथ ही भाजपा फिर से नफरत की राजनीति को हवा दे रही है और संघ परिवार मथुरा-काशी को उछाल रहा है, ताकि ज्वलंत मुद्दे राजनीति के केंद्र में न आएं और जनता भाजपा सरकार की विफलता का हिसाब न ले.

ऐसे में हमें संघ-भाजपा की साजिश को पहचानना होगा और महंगाई, बेरोजगारी, स्वास्थ्य, शिक्षा, जल-जंगल-जमीन पर अधिकार; दलित-महिला-अल्पसंख्यक उत्पीड़न पर रोक और कानून के शासन के लिए भाजपा को आगामी चुनाव में सत्ता से बेदखल करना होगा, तभी लोकतंत्र बचेगा. आज के दौर में का. विनोद मिश्रा को यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी. श्रद्धांजलि सभा में पार्टी राज्य कार्यालय सचिव का० अरूण कुमार, भाकपा(माले) के जिला प्रभारी रमेश सिंह सेंगर, जन संस्कृति मंच के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कौशल किशोर, ऐपवा नेता का. मीना, ऐक्टू जिलाध्यक्ष मगन, इनौस के जिला संयोजक राजीव, आइसा प्रदेश अध्यक्ष आयुष, सचिव शिवम, नितिन राज, प्राची, अंजलि व कौशल प्रमुख रूप से उपस्थित थे.

वाराणसी में पार्टी राज्य सचिव का. सुधाकर यादव, ऐपवा की राज्य सचिव कुसुम वर्मा, मिठाई लाल बिंद, व जिला सचिव अमरनाथ की मौजूदगी में संकल्प दिवस मनाया गया. बस्ती में राज्य कमेटी सदस्य राधेश्याम मौर्य तथा जिला प्रभारी रामलौट, जौनपुर में जिला प्रभारी गौरव सिंह, आजमगढ़ में किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष जयप्रकाश नारायण व राज्य स्थायी समिति के सदस्य ओमप्रकाश सिंह, मऊ में जिला सचिव वसंत कुमार, गोरखपुर जिले के बांसगांव तथा शहर पार्टी कार्यालय पर जिला सचिव राजेश साहनी, देवरिया के भाटपार रानी में राज्य कमेटी सदस्य रामकिशोर वर्मा तथा जिला सचिव श्रीराम कुशवाहा, सोनभद्र पार्टी कार्यालय पर राज्य कमेटी सदस्य शंकर कोल तथा जिला सचिव सुरेश कोल, दुद्धी में राज्य कमेटी सदस्य बीगन गोंड़, चंदौली में जिला सचिव अनिल पासवान के नेतृत्व में चकिया तथा चार अन्य केन्द्रों पर, मिर्जापुर में राज्य कमेटी सदस्य जीरा भारती, इलाहाबाद पार्टी कार्यालय पर जिला प्रभारी सुनील मौर्य, भदोही में जिला सचिव बनारसी, रायबरेली में जिला सचिव अफरोज आलम तथा ऐक्टू के प्रदेश अध्यक्ष विजय विद्रोही, कानपुर में जिला कार्यालय पर जिला प्रभारी विद्या रजवार तथा पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय कुमार, जालौन में जिला सचिव राजीव कुशवाहा, सीतापुर के हरगांव में जिला सचिव अर्जुन लाल तथा विस्वां में संतराम, लखीमपुर-खीरी के पलिया में जिला सचिव कृष्णा अधिकारी तथा राज्य कमेटी सदस्य आरती राय, पीलीभीत जिला कार्यालय व पूरनपुर पार्टी कार्यालय पर जिला सचिव देवाशीष राय तथा गाजीपुर के चार केन्द्रों पर जिला सचिव रामप्यारे राम के नेतृत्व में संकल्प दिवस मनाया गया.

Organized Sankalp Sabhas across the country

उत्तराखंड : 2022 को और बेहतर प्रयासों तथा बड़ी जीतों के साल में बदलने का संकल्प

भाकपा(माले) के पूर्व महासचिव कामरेड विनोद मिश्र के 23वें स्मृति दिवस पर उन्हें याद करते हुए बिन्दुखत्ता स्थित पार्टी कार्यालय के सामने संकल्प सभा का आयोजन किया गया. संकल्प सभा की शुरुआत कामरेड विनोद मिश्र, किसान आंदोलन के शहीदों, हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए सैनिकों को मौन श्रद्धांजलि देने के साथ हुई.

संकल्प सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) राज्य सचिव राजा बहुगुणा ने कहा कि शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, महंगाई जैसे मूल सवालों पर चौतरफा फेल मोदी सरकार फिर से वाराणसी से मंदिर के सवाल को केंद्र में लाकर साम्प्रदायिक आधार पर विभाजन पैदा कर चुनावी वैतरणी को पार करना चाहती है. लखीमपुर मामले से लेकर सीडीएस और सैनिकों की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत किसी भी मामले पर यह सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है. अन्यथा इसकी नैतिक जिम्मेदारी के आधार पर रक्षामंत्री को इस्तीफा देना चाहिए था और लखीमपुर में गृह राज्य मंत्री की संलिप्तता सामने आने के बाद उनको तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाना चाहिए था, लेकिन यह सब कुछ नहीं हुआ. इसने मोदी सरकार की राजनीतिक बेशर्मी को सामने ला दिया है.

उन्होंने उत्तराखंड में दलित और अल्पसंख्यकों पर बढ़ रहे हमलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि देवीधुरा में दलित टेलर रमेश राम पर खाने को सिर्फ छू देने भर पर किये गए हमले में की गई हत्या और रुड़की में चर्च पर हुए हमले के आरोपी अभी तक गिरफ्तार नहीं हुए हैं, यह चिंतनीय है. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन की जीत का जश्न हमें किसान बहुल आबादी वाली लालकुआं विधानसभा से किसान नेता जंगी को विधायक बनाकर मनाना चाहिए.

लालकुआं विधानसभा उम्मीदवार बहादुर सिंह जंगी ने कहा कि मोदी सरकार को किसानों की ताकत का अंदाजा हो गया था इसीलिए मोदी सरकार कृषि कानूनों को वापस लेने पर मजबूर हुई. इस आंदोलन में कॉरपोरेट हमले का मुंह मोड़ देने की ताकत दिखी.

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देश भर से आए किसान नेताओं ने आरा के क्रांति पार्क में का. विनोद मिश्र की प्रतिमा पर फूल चढ़ाय

आरा में अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी दो दिवसीय बैठक में शामिल होने के लिए देश के कोने-काने से आये किसान नेताओं की मौजूदगी में ऐतिहासिक क्रांति पार्क में संकल्प सभा आयोजित कर भाकपा(माले) के दिवंगत पूर्व महासचिव का. विनोद मिश्र को श्रद्धांजलि दी गई. संकल्प सभा की शुरूआत हरियाणा के चर्चित किसान नेता व अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का. प्रेम सिंह गहलौत द्वारा झंडोतोलन से हुई. इसके बाद देश विभिन्न राज्यों से आये किसान नेताओं ने का. विनोद मिश्र समेत अन्य शहीदों व पार्टी नेताओं (का. जौहर, का. जगदीश प्रसाद, का. रामनरेश राम व का. रामेश्वर यादव) की मूर्तियों पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. भाकपा(माले) पोलित ब्यूरो के सदस्य का. कार्तिक पाल (प. बंगाल), भाकपा(माले) के बिहार राज्य सचिव का. कुणाल, किसान महासभा के महासचिव काराजाराम सिंह, चर्चित किसान व कम्युनिस्ट नेता का. रामदेव वर्मा, का. जयप्रकाश नारयण (उत्तर प्रदेश), का. केडी यादव (बिहार), दिल्ली बार्डर पर किसान आंदोलन के नेतृत्वकारी नेता का. सुखदर्शन नत्त, राजस्थान के किसान आंदोलन नेता फूलचंद ढेबा, शिवसागर शर्मा, चंद्रमोहन (तमिलनाडु), विधायक सुदामा प्रसाद व अरुण सिंह (शाहाबाद), पूर्व विधायक अमरनाथ यादव व मंजू प्रकाश (बिहार), जयतु देशमुख व सलिल दत्त (प. बंगाल), आनन्द सिंह नेगी (उत्तराखंड) इनमें प्रमुख हैं.

इसी मौके पर आरा के नागरी प्रचारणी सभागार में एक नागरिक कन्वेंशन भी आयोजित हुआ. तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चले आंदोलन के नेताओं को भोजपुर के धरती पर लाल गमछा व प्रतीक चिन्ह दे कर सम्मानित करने के साथ कन्वेंशन की शुरूआत हुई.

क्न्वेंशन को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव का. राजाराम सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए मोदी सरकार ने चौतरफा हमला किया लेकिन गाजीपुर, सिंधु, सहित सभी बार्डरों पर हमारे नेता साल भर तक डटे रहे. महिला किसान नेताओं ने भी उल्लेखनीय भूमिका निभाई. इस आंदोलन ने भाजपाईयों की साम्प्रदायिकता फैलाने की सारी कोशिशों को नाकाम किया. उन्होंने कहा कि कृषि संकट से देश को बचाने के लिए हमें बिहार में बटाईदार किसानों को किसान आंदोलन की धुरी बनाना होगा और किसान आन्दोलन की ऐतिहासिक जीत को और मजबूत बनाना होगा.

पंजाब के किसान नेता सुखदर्शन नत्त ने कहा कि हमारे किसान यह मान कर चले थे कि या तो कृषि कानून वापस होंगे या हमारी लाश वापस जाएगी. मोदी सरकार ने देश के संविधान लोकतंत्र पर हमला करते हुए किसानों के हितों को दरकिनार कर कॉर्पारेट को फायदा पहुंचाने का काम किया. यह जंग हम जीते हैं लेकिन यह अभी समाप्त नहीं हुई है. हरियाणा के किसान नेता प्रेम सिंह गहलावत ने कहा कि मोदी ने सत्ता में आने के पहले न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने का वादा किया था लेकिन सत्ता मिलते ही वे पलट गये. शाहीन बाग जैसे आंदोलनों ने हमे एक बड़े किसान आंदोलन की प्रेरणा दी और 26 नवम्बर 2020 को हमने दिल्ली को घेर लिया और साल भर से भी अधिक समय से किसानों के सवाल पर देश भर में आंदोलन किया जिसका परिणाम आपके सामने हैं.

राजस्थान के किसान नेता फूलचन्द ढेबा ने बताया कि राजस्थान के विभिन्न किसान संगठनों ने मिल कर 13 दिसंबर 2020 को दिल्ली में डेरा डाल दिया. मोदी-आरएसएस के खिलाफ सभी रंग के झंडे के एक हो गए.

बिहार के किसान नेता केडी यादव ने का. विनोद मिश्र को याद करते हुए बिहार में भी किसान आंदोलन को तेज करने का संकल्प दुहराया.

उत्तराखंड के किसान नेता पुरफषोत्तम शर्मा ने कहा कि भारत के किसानों ने न केवल अपनी खेती-किसानी की लूट के खिलाफ जीत हाशिल किया है बल्कि पूरे दुनिया के विश्वास को भी जीत लिया है. आनेवाले समय में मजदूर-किसान की लड़ाई का संयुक्त मंच तैयार होगा.

भाकपा(माले) के बिहार राज्य सचिव कुणाल, उत्तर प्रदेश के किसान नेता जयप्रकाश नरायण, पंजाब के किसान नेता गुरुनाम सिंह भीखी, युवा किसान नेता राजू यादव, महारष्ट्र के किसान नेता सुभाष ककुरे व किशोर धमाले, पश्चिम बंगाल के किसान नेता जयतु देशमुख सहित कई नेताओं ने इस कनवेंशन को संबोधित किया. संचालन भोजपुर के किसान नेता व विधयक सुदामा प्रसाद ने किया.