वर्ष - 31
अंक - 1
01-01-2022

हाजीपुर में हुई गैंग रेप की एक घटना के खिलाफ विगत 28 दिसंबर 2021 को भाकपा(माले) व ऐपवा ने रामचौर से मस्जिद चौक होते हुए गांधी चैक तक आक्रोश मार्च निकाल कर मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया और सभा की

विदित हो कि जिले के तीसीऔता थाना अंतर्गत मानसीपुर बिजरौली पंचायत के शाहपुर निवासी जागेश्वर राम की 20 वर्षीय पुत्री का अपहरण विगत 20 दिसंबर की शाम में शौच जाते समय चार-पांच गुंडों ने किया था. अपहृता की मां ने तीसीऔता थाना को इसकी लिखित शिकायत दी थी. परंतु, एक तरफ थाना प्रभारी ने टाल-मटोल करते रहे तो दूसरी ओर अपहरणकर्ताओं के अभिभावकों ने दबंग लोगों की पंचायत बुलाकर में 2 दिन के अंदर लड़की को बरामद करने का झूठा आश्वासन दे दिया. गुंडों ने तीन-चार दिनों तक गैंगरेप के बाद उनकी बेटी की हत्या कर दी और शव को एक स्थानीय जलाशय में फेंक दिया. 26 दिसंबर को उसकी लाश को उतराते देख कर परिजनों और स्थानीय लोगों ने बाहर निकाला. पुलिस मेडिकल जांच के बहाने गैंगरेप को साबित नहीं कर मामले को कमजोर करने पर तुली हुई है.

नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) के वरिष्ठ नेता दीनबंधु प्रसाद, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, मो. शमशाद अहमद, ऐपवा के जिला सचिव शीला देवी, ऐपवा नेत्री संगीता देवी, आशा देवी आदि ने आरोप लगाया कि बिहार के मुखिया नीतीश कुमार तथा वरीय पुलिस पदाधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं. मुख्यमंत्री 27 दिसंबर को एक भोज में शामिल होने यहां आये लेकिन पीड़ित परिवार से मिलने बिझ्रौलली नहीं गये. पुतला दहन के बाद यह मांग की गई कि जागेश्वर राम की पुत्री के अपहरण, गैंग रेप व हत्या के मामले को गंभीरता से लेते हुए अपराधियों पर एफआईआर दर्ज किया जाए, आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार कर उन पर स्पीडी ट्रायल चलाया जाए और सप्ताह भर के अंदर उन्हें कठोर सजा दी जाए, पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपया मुआवजा दिया जाए, तीसीऔता थाना प्रभारी को बर्खास्त किया जाए और मामले को टाल-मटोल करने में शामिल अभिभावकों पर मुकदमा दर्ज किया जाए.