वर्ष - 30
अंक - 40
01-10-2021


बिहार के ग्रामीण इलाकों में भी भारत बंद का व्यापक असर रहा. भाकपा(माले) सहित महागठबंधन के अन्य दलों ने इस बंद को सक्रिय समर्थन दिया. भाकपा(माले) कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर उतर आए और जिला मुख्यालयों समेत कई शहरों में मार्च निकाल कर आम लोगों से बंद को समर्थन देने की अपील की.

भारत बंद के दौरान कई जगहों पर रेल व सड़क परिवहन भी बाधित हुआ. जहानाबाद में पटना-गया पैसेंजर को रोक देने से पटना-गया रेल खंड पर ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बाधित हो गया. बेगूसराय में एनएच-31 पर सुबह 7 बजे ही जाम लगा रहा. आरा में सैंकड़ो किसान-मजदूरों व छात्र-नौजवानों ने बस पड़ाव के पास एनएच-30 को जाम कर दिया  तरारी विधायक व किसान नेता सुदामा प्रसाद, राजू यादव, अगिआंव विधायक मनोज मंजिल आदि कर रहे हैं. आरा-पटना मुख्य मार्ग को कोइलवर के गीधा, आरा-अरवल पुल को सहार, आरा-सासाराम मुख्य मार्ग पीरो और आरा-मोहनिया मुख्य मार्ग को जगदीशपुर के नयका टोला में जाम किये जाने से ग्रामीण इलाकों में भी बंद का काफी असर दिखा.

जहानाबाद में रेल रोकने के बाद भाकपा(माले) व महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने पटना-गया सड़क मार्ग पर मार्च निकाल कर उसे बाधित कर दिया और अरवल मोड़ पर सभा की. मुजफ्फरपुर में बंदरा प्रखंड के बड़गांव और जीरो माइल चौक पर जाम लगा. भाकपा(माले), खेग्रामस व किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने शहर में जुलूस निकाला. माले नगर सचिव व इंसाफ मंच के राज्य अध्यक्ष सूरज कुमार, खेग्रामस के राज्य कार्यकारी सचिव शत्रुघ्न सहनी, इंसाफ मंच के फहद जमां व ऐपवा-आइसा के कार्यकर्ताओं ने बंद का नेतृत्व किया. किसान महासभा के नेता जितेन्द्र यादव के नेतृत्व में गायघाट-बेनीबाद में एनएच-57 पर जाम लगा. सकरा के सुजावलपुर चौक पर एनएच-28 पर तुर्की में मुजफ्फरपुर-हाजीपुर एनएच पर घंटों जाम रहा. गया जिले के टिकारी व गया शहर में बंद का असर दिख रहा है. वाम दलों ने गया के केजी रोड पर संयुक्त मार्च निकाला और दुकानदारों से बंद को समर्थन देने की अपील की. अरवल में विधायक महानंद सिंह के नेतृत्व में पटना-औरंगाबाद और अरवल-जहानाबाद मार्ग पर मार्च निकाल कर भगत सिंह चौक पर सभा की गई. बेतिया में विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में एनएच-27 (स्टेशन चौक पर) घंटो जाम रहा.

दरभंगा के लहेरियासराय में दरभंगा स्टेशन रोड को जाम करने के बाद भाकपा(माले), किसान महासभा व ऐक्टू नेताओं के नेतृत्व में जुलूस निकला और सभा आयोजित की गई. बिरौल में भी सड़क जाम किया गया. भागलपुर में एनएच-80 को जाम करने के बाद स्टेशन चौक से जुलूस निकला. पूर्णिया, वैशाली और नालंदा के विभिन्न प्रखंडों में बंद के समर्थन में जुलूस निकाल कर प्रभावशाली बंद किया गया. सहरसा के शंकर चौक पर भाकपा(माले) जिला सचिव ललन यादव के नेतृत्व में यातायात पूरी तरह से ठप्प किया गया. बक्सर के डुमरांव (बक्सर) में भाकपा(माले) कार्यालय से जुलूस निकला. बाजार बंद कराने के बाद एनएच-120 को जाम किया गया. ब्रह्मपुर में एनएच-84 को जाम कर सभा की गई. सोनवर्षा, नवानगर और बक्सर में जुलूस निकाला गया.

फुलवारी में विधायक गोपाल रविदास के नेतृत्व में महागठबंधन का विशाल मार्च निकला. बंद समर्थकों ने सभी दुकानदारों से मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ आज के भारत बंद को समर्थन देने की अपील की. पटना सिटी, पालीगंज, नौबतपुर, मसौढ़ी, फतुहा, संपतचक, दुल्हिन बाजार,  बिहटा में भी बंद का व्यापक असर दिखा.

सिवान में माले विधायक सत्यदेव राम व अमरजीत कुशवाहा के नेतृत्व में 500 से अधिक लोगों के जत्थे ने 9 से 12 बजे तक गोपालगंज मोड़ पर सड़क जाम किया और शहर में मार्च निकाल कर अंबेदकर पार्क में सभा की. गोपालगंज में भाकपा(माले) व अन्य वाम दलों ने शहर में मार्च किया और अंबेदकर चौक को जाम कर सभा की. पश्चिम चंपारण में बगहा, मैनाटांड़, नरकटियागंज, बेतिया में सुबह से ही माले कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर मार्च निकाला. मधुबनी में जिलाधिकारी के गेट के सामने प्रदर्शन किया गया और प्रखंड परिसर को पूरी तरह से बंद करा दिया गया.

भभुआ (कैमूर) में वाम दलों के बैनर से नगरपालिका मैदान से मार्च निकाल कर एकता चौक पर जाम लगाया गया. चैनपुर में सैकड़ों की तादाद में बंद समर्थक सड़क पर उतरे. पूर्णिया का बनमनखी बाजार भी पूरी तरह बंद रहा.

कटिहार में भाकपा(माले) विधायक दल के नेता महबूब आलम के नेतृत्व में बंद समर्थकों का विशाल जुलूस निकला और शहर के शहीद चौक पर सभा की गई. सुपौल में गांधी मैदान से बंद का जुलूस निकला जिसमें कोशी नव निर्माण मंच ने भी हिस्सा लिया. समस्तीपुर में मालगोदाम चौक से जुलूस निकाल कर सड़क जाम किया गया. नवादा, जमुई, सारण आदि जिलों में भी बंद का व्यापक असर रहा.

झारखंड की राजधानी रांची में भाकपा(माले) और किसान महसभा ने धान के पौधों, झंडों और तख्तियों के साथ  रैली निकाली और अलबर्ट एक्का चौक पर सड़क जाम कर घंटों प्रदर्शन किया. भाकपा(माले) राज्य सचिव का. जनार्दन प्रसाद, जिला सचिव भुवनेश्वर केवट और ऐक्टू के प्रदेश महासचिव शुभेंदू सेन ने बंद का नेतृत्व किया. नेताओं ने बंद को ऐतिहासिक बताते हुए केंद्र की मोदी सरकार से कंपनियों से यारी और किसानों से गद्दारी बंद करने और देश तथा किसानों के हित में काला कृषि वापस लेने की मांग की. बामदलों के कार्यकर्ता सुबह से ही मोटरसाइकिल रैली निकाल कर अपर बाजार, मेन रोड, डोरंडा, कांटा टोली, लालपुर एचबी रोड समेत कई क्षेत्रों में दुकानों, ट्रांसपोर्ट और निजी वाहनों को बंद कराने में लगे रहे. भारत बंद का झारखंड के कोलियरी इलाक़ों में कोयला ट्रांसपोर्ट, सड़क यातायात व बैकिंग क्षेत्र पर भी व्यापक असर रहा. सरिया व निरसा समेत कई स्थानों पर पटरी पर बैठकर रेल परिचालन को बंद कराया गया. बंद में नंदिता भट्टाचार्य, भीम साहू, आकाश रंजन, सोहेल अंसारी, नौरीन अख्तर, तरुण कुमार, राजेंद्र दास, अकरम राशिद, शनिचरवा मुंडा आदि मुख्य रूप से शामिल थे.

गढ़वा में रंका मोड़, मझिआंव मोड़ और कचहरी रोड को जाम किया गया. भाकपा(माले) और अखिल भारतीय किसान महासभा के साथ ही ऐपवा, इंनौस, आइसा, कांग्रेस, जेएमएम, राजद के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने चिलचिलाती धूप में भी घंटों सड़क जाम किया. पुलिस ने बंद में शामिल सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया और थाने में ले गई. थाना परिसर में संकल्प सभा आयोजित कर आंदोलन में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी गई. भाकपा(माले) जिला सचिव कालीचरण मेहता, ऐपवा नेत्री सुषमा मेहता, कांग्रेस नेता अरविंद तूफानी व अलख निरंजन चौबे, झामुमो के जिलाध्यक्ष तनवीर आलम व राजद के धर्मराज राम ने सभा को संबोधित किया. शाम में सभी को थाने से रिहा कर दिया गया.

पलामू जिले के डाल्टेनगंज में छः मुहान चौक पर अखिल भारतीय किसान महासभा के जिलाध्यक्ष का. आरएन सिंह के नेतृत्व में शांतिपूर्ण जाम किया गया. छतरपुर में भाकपा माले, राजद, कांग्रेस, व झामुमो नेताओं-कार्यकर्ताओं सर आईडी मोड़ के समीप एनएच-98 पर आवागमन को ठप्प किया. गुमला में भाकपा(माले) के जिला सचिव का. गजेंद्र सिंह अगुआई में भारत बंद किया गया.

गिरिडीह जिले में गिरिडीह, बगोदर, बिरनी, राजधनवार, गावां, बरकट्ठा, बेंगाबाद, जमुआ व तिसरी समेत सभी प्रखंडों में जुलूस निकाले गए और जीटी रोड समेत कई सड़कों पर जाम लगाया गया. कोडरमा के झुमरीतिलैया समेत कई जगहों पर बंद का असरदार जुलूस निकाला गया. धनबाद में वाम दलों ने जुलूस निकालकर रणधीर वर्मा चौक को जाम कर दिया.

हजारीबाग शहर में भी बंद का जुलूस निकला. जमशेदपुर के साकची और गोलचक्कर पर वामदलों के ट्रेड यूनियनों ने जुलूस निकाला. लातेहार जिले के बरवाडीह, मनिका और लातेहार में जुलूस निकालकर बंद को सफल बनाया गया. रामगढ़ में भाकपा(माले) के जिला सचिव भुवनेश्वर बेदिया और किसान महासभा के नेता हीरा गोप की अगुआई में बंद का जुलूस निकालकर सुभाष चौक पर जाम लगाया गया. देवघर में बंद कराते 138 माले कार्यकर्ता गिरफ्तार हुए.

उत्तर प्रदेश में भी भाकपा(माले) व किसान महासभा के कार्यकर्ता कृषि कानूनों के खिलाफ भारत बंद के लिए सड़कों पर उतरे. लखनऊ के बीकेटी बाजार में भाकपा(माले) राज्य सचिव का. सुधाकर यादव और जिला प्रभारी रमेश सिंह सेंगर के नेतृत्व में मार्च करने के बाद अस्ती रोड क्रासिंग पर सभा की गई. सभा को इनौस नेता राजीव गुप्ता, ऐक्टू नेता कुमार मधुसूदन मगन, और नौमी लाल, ऐपवा नेत्री कमला गौतम, आइसा के निखिल राज और छात्र-युवा रोजगार अधिकार मोर्चा की अंजलि ने भी संबोधित किया. बलिया जिले के सिकंदरपुर बाजार में किसान संगठनों तथा भाकपा(माले) के  सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बस स्टेशन चौराहे से जुलूस निकाला और गांधी आश्रम, मनियर रोड के पास सभा की. सभा को खेग्रामस के राष्ट्रीय अध्यक्ष कामरेड श्रीराम चौधरी ने भी संबोधित किया. गाजीपुर जिले में लंका स्थित भारद्वाज आश्रम से भाकपा(माले), अन्य वाम दलों तथा किसान महासभा के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने मार्च निकाला. स्टेशन रोड पहुंचने पर पुलिस ने सबको गिरफ्तार किया और पुलिस लाइन भेज दिया. पुलिस लाइन में हुई सभा को पूर्व विधायक राजेंद्र यादव, भाकपा(माले) जिला सचिव रामप्यारे राम, किसान महासभा के जिलाध्यक्ष गुलाब सिंह अन्य नेताओं ने संबोधित किया.

देवरिया शहर में भाकपा(माले) राज्य कमेटी सदस्य रामकिशोर वर्मा व प्रेमलता पांडे की अगुआई में वामदलों तथा किसान संगठनों का जूलूस निकाला गया. आजमगढ़ में जिला मुख्यालय पर वाम दलों का संयुक्त जुलूस निकाला गया. किसान संगठनों व वामपंथी दलों ने लालगंज बाजार में भी जुलूस निकाला और तहसील मुख्यालय पर सभा आयोजित कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा. सभा को वरिष्ठ माले नेता का. ओमप्रकाश सिंह ने भी संबोधित किया.

गोरखपुर में वाम दलों, भारतीय किसान यूनियन, लोकतांत्रिक जनता दल, राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता नगर निगम में एकजुट हुए और भारी पुलिस फोर्स से धक्का-मुक्की करते हुए गोलघर टाउन हाॅल, कचहरी चौराहा, चेतना तिराहा से  कचेहरी गेट तक जुलूस निकालकर वापस गांधी प्रतिमा के नीचे पहुंचे और वहां सभा आयोजित की. सभा को भाकपा(माले) जिला सचिव राजेश साहनी, भाकियू समाज के प्रदेश अध्यक्ष लाल सिंह, लोकतांत्रिक जनता दल  के गौतमलाल श्रीवास्तव आदि ने संबोधित किया. बांसगांव तहसील में भाकपा(माले) राज्य कमेटी सदस्य राकेश सिंह के नेतृत्व में जूलूस निकाला गया. महराजगंज जिले के निचलौल तहसील कस्बे में भाकपा(माले) जिला सचिव हरीश जायसवाल तथा बस्ती जिले के हर्रैया तहसील में भाकपा(माले) जिला प्रभारी रामलौट के नेतृत्व में जूलूस निकालकर कर प्रदर्शन किया गया. जौनपुर जिले में वामदलों के बैनर तले कृषि भवन से कलेक्ट्रेट के लिए जूलूस निकला और पालिटेक्निक चौराहे के पास, जहां पुलिस ने उसे रोक दिया, सभा की गई. सभा को भाकपा(माले) जिला प्रभारी गौरव सिंह ने भी संबोधित किया.

बनारस जिले में भाकपा(माले) जिला सचिव का. अमरनाथ की सुबह ही हाउस अरेस्टिंग के बावजूद बीएचयू लंका गेट पर ऐपवा राज्य सचिव कुसुम वर्मा तथा किसान महासभा की नेता कृपा वर्मा के नेतृत्व में जूलूस निकालकर कर सभा की गई. मऊ जिले में वामपंथी दलों व किसान संगठनों के संयुक्त मार्च को पुलिस द्वारा रोके जाने के विरोध में मिर्जाहादी चौक पर जाम हुआ. पुलिस ने भाकपा(माले) जिला सचिव का. बसंत व अखिल भारतीय किसान महासभा के नेता फतेह बहादुर यादव समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया. भदोही जिले में वामदलों ने तहसील पर धरना दिया जिसे भाकपा(माले) नेता धर्मराज गौतम ने भी संबोधित किया. चंदौली जिले में भाकपा(माले) तथा किसान महासभा के नेतृत्व में चकिया व सकलडीहा में मार्च निकाला गया. मिर्जापुर शहर में भाकपा(माले) जिला कमेटी सदस्य आशाराम भारती तथा ऐक्टू नेता राजाराम यादव के नेतृत्व में जुलूस निकालकर जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया गया. जिले के मड़िहान तहसील में भाकपा(माले) जिला सचिव शशिकांत कुशवाहा और ऐपवा नेत्री जीरा भारती के नेतृत्व में जुलूस निकालकर कर हाइवे को जाम किया गया. अहरौरा बाजार व नारायनपुर में धरना दिया गया. सोनभद्र के राबट्र्सगंज में भाकपा(माले) सचिव सुरेश कोल तथा राज्य कमेटी सदस्य शंकर कोल के नेतृत्व में सैकड़ों लोग मार्च निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और अन्य वाम दल नेताओं के साथ मिलकर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया. दुद्धी तहसील में का. बीगन गोंड के नेतृत्व में मार्च निकाला गया.

प्रयागराज में संयुक्त किसान मोर्चा, संयुक्त ट्रेड यूनियन्स, अधिवक्ता मंच, टैम्पो टैक्सी यूनियन, केंद्रीय कर्मचारी संघ व रेल मजदूर संगठन आइआरईएफ तथा साहित्यकारों, नागरिक समाज, बुद्धिजीवियों के संयुक्त नेतृत्व में पत्थर गिरजाघर सिविल लाइंस में इकट्ठे होकर सभी संगठनों ने जुलूस निकालकर बंद को सफल बनाया. कराकर सभा की. रायबरेली में भारतीय किसान यूनियन, अखिल भारतीय किसान महासभा व किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने विकास भवन से जिलाधिकारी कार्यालय तक जुलूस निकाल कर राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन दिया. अयोध्या में वामदलों के नेतृत्व में संयुक्त जुलूस निकाला गया. पुलिस ने भाकपा(माले) जिला प्रभारी अतीक अहमद सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया. गोंडा जिले में वामदलों के नेतृत्व में श्रम कार्यालय से जूलूस निकालकर कर कलेक्ट्रेट में सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया गया. सीतापुर जिले में दो केंद्रो – बिसवां और हरगांव के बिकास खंड कार्यालय पर, धरना प्रदर्शन किया गया. लखीमपुर-खीरी जिले के पलिया तहसील में भाकपा(माले) जिला सचिव कृष्णा अधिकारी, किसान महासभा के नेता कमलेश राय, ऐपवा की जिला अध्यक्ष आरती राय तथा किसान संगठनों के नेतृत्व में जूलूस निकाला गया. पीलीभीत जिले में वामदलों तथा किसान संगठनों ने शहर में सब्जी मंडी रोड तथा पूरनपुर तहसील में हाइवे को जाम किया. कानपुर में वामदलों द्वारा घंटाघर से फूलबाग तक मार्च निकाला गया. जालौन जिले के उरई में भाकपा(माले) जिला सचिव राजीव कुशवाहा तथा ऐक्टू नेता रामसिंह के नेतृत्व में जूलूस निकाला गया. मथुरा में वामदलों ने जिला कचहरी में संयुक्त जुलूस निकाला, राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया.

छत्तीसगढ़ के दुर्ग में भारत बंद को सफल बनाने के लिये किसानों और मजदूरों ने संयुक्त वाहन रैली निकाला जो हिंदी भवन से निकलकर गंजपारा, चंडी मंदिर, मारवाड़ी स्कूल, इंदिरा मार्केट, शहीद चौक. गुरूद्वारा रोड से गुजरते हुए महात्मा गांधी की मूर्ति का पास पहुंची. रैली में छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन, सीटू, एटक, ऐक्टू व लोकतांत्रिक इस्पात मजदूर यूनियन के कार्यकर्ता शामिल हुए.

भारत बंद के आह्वान को लागू करने के लिए टिकरी सीमा समिति की अगुवाई में हजारों किसान आंदोलनकारियों ने बहादुरगढ़ स्टेशन में रेल लाइन पर धरना देकर दिल्ली-रोहतक-बठिंडा ट्रेन को सुबह से ही रोक दिया. रुलदू सिंह मानसा, बलदेव निहालगढ़ और सुखदर्शन सिंह नत्त ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार को दीवार पर लिखी इबारत पढ़नी चाहिए, जब तक काले कानून खत्म नहीं हो जाते, संघर्ष जारी रहेगा. का. बोझ  सिंह और बलदेव  सिंह ने कहा कि अमेरिका में मोदी का जो विरोध हुआ उसने साबित कर दिया कि आंदोलन पूरी दुनिया में फैल चुका है. जसबीर कौर नत्त, दर्शन सिंह जटाना, चौधरी बारू राम एवं बलदेव सिंह भैरूपा ने पंजाब और हरियाणा में बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुई कपास के लिए 40000/रुपये की दर से मुआवजा देने की मांग की. गुरमेल लहर, पुरुषोत्तम गिल, तेजिंदर रतिया, लखविंदर, पीर मोहम्मद, चौधरी जियालाल ने भी सभा को संबोधित किया. गाजीपुर बोर्डर से बंद के समर्थन में मोटरसाइकिल जुलूस निकला.

गुजरात के अहमदाबाद में केंद्रीय ट्रेड यूनियन तथा अन्य फेडरेशन, आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर किसान व जन विरोधी तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने, मजदूर विरोधी 4 लेबर कोड तथा बिजली बिल 2020 वापस लेने के मांग पर जुझारू प्रदर्शन किया.

ऐक्टू नेता का. अमित भाई पाटनवाडिया ने प्रदर्शनकारी मजदूर-कर्मचारियों को संबोधित किया. प्रदर्शन में का. दशरथ सिंहाली, का. रामचंद्र कुट्टी व असीमा टेक्सटाइल मिल के विक्टिमाईज्ड मजदूर नेता का. नरेंद्र सिंह सिसोदिया मौजूद रहे.
मध्यप्रदेश के ग्वालियर में अखिल भारतीय किसान महासभा ने भाकपा माले जिला कार्यालय पर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर सभा की.

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में भारत बंद के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा कृषि कार्यों का बहिष्कार कर जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर एकत्रित होकर धरना-प्रदर्शन किया गया और राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया. झुंझुनु जिले में किसान महासभा नेता का. फूलचंद ढेवा समेत अन्य किसान नेताओं की अगंआई में उदयपुर वाटी, पोसाना व नांगल के टोल प्लाजा तथा जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया.

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में भारत बंद का जुलूस निकला. रायगड़ा जिले के गुनुपुर और पद्मपुर और पुरी जिले के पिपली में भाकपा(माले), किसान महासभा और खेग्रामस और ऐक्टू कार्यकर्ताओं ने भारी तादाद में सड़कों पर उतरकर भारत बंद को सफल बनाया.

प. बंगाल में भारत बंद का व्यापक असर दिखा. मौलाली (सियालदह) में भाकपा(माले) के बैनर तले बंद का जुलूस निकला. नदिया जिले में एनएच-34 को जाम किया गया. यादवपुर रेलवे स्टेशन और हुगली जिले के ध्नखली में रेल रोकी गई. बर्दवान में भारत बंद को सफल बनाने के के लिए संयुक्त रैली निकाली गई. निमो में एनएच तथा जहांनगर में कालना-कटवा रोड को जाम किया गया. बंदर टिकुली सटेशन पर रेल रोकी गई. बांकुडा़ और सिलीगुड़ी में भारत बंद को सफल बनाने के लिए जुलूस निकाला गया.

आंध्र प्रदेश के काकिनाड़ा, ईस्ट गोदावरी जिले के रवितुल्पडे, प्रतिपाडु, येलेश्वरम, श्रीकाकुलम जिले के अनंतपुर, पलासा और जगमपेटा, गुंटूर जिले के वेनुकोंडा व डुगरेला, चित्तूर जिले के तेरुपथे तथा कृष्णा जिले में जुलूस निकालकर भारत बंद सफल बनाया गया.

तमिलनाडु के तंजावुर और सलेम सिटी तथा उत्तराखंड के हलद्वानी, लालकुआं और भिखियासेन में भी बंद का जुलूस निकला. असम के छाबुआ व टेंगाखाट में भारत बंद के दौरान वीरानी छाई रही. नौगांव जिले के जुरिया और सिंगरी में सदऊ असम ग्रामीण श्रमिक संघ के कार्यकर्ताओं ने भारत बंद को सफल बनाया.

 

Massive mass mobilization


डाकबंगला चौराहे पर कब्जा जमाया

राजधानी पटना में भी भारत बंद का व्यापक असर रहा. भारत बंद के समर्थन में किसान संगठनों के साथ ही मजदूर संगठनों व भाकपा(माले) सहित महागठबंधन के सभी दलों के नेता-कार्यकर्ता सड़क पर उतरे. राजधानी के सभी टेंपो यूनियनों ने भी बंद का समर्थन किया. अखिल भारतीय किसान महासभा, खेग्रामस, आइसा, ऐपवा, इनौस आदि संगठनों ने भी बंद में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.

दिन के 11 बजे अखिल भारतीय किसान महासभा के महासचिव, पूर्व विधायक व अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बिहार-झारखंड प्रभारी राजाराम सिंह तथा अन्य किसान नेताओं की अगुआई में पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन से बंद के समर्थन में मार्च निकला. यह मार्च फ्रेजर रोड होते हुए डाकबंगला चौराहा पहुंचा. चौराहा को जाम कर एक बड़ी सभा आयोजित की गई जो कई घंटों तक जारी रही.

कुछ ही देर बाद बु( स्मृति पार्क से महागठबंधन के दलों – भाकपा(माले), सीपीआई, सीपीएम, फारवर्ड ब्लाॅक, आरएसपी, राजद व कांग्रेस का संयुब्त व प्रभावशाली मार्च निकला. डाकबंगला चौराहा पहुंचने के बाद यह मार्च किसान व ट्रेड यूनियन संगठनों के साथ एकाकार हो गया.

भाकपा-माले के राज्य सचिव का. कुणाल, पोलित ब्यूरो के सदस्य का. धीरेन्द्र झा, किसान महासभा के राज्य सचिव रामाधार सिंह व राज्य अध्यक्ष विशेश्वर यादव, वरिष्ठ किसान नेता केडी यादव व राजेन्द्र पटेल, पटना नगर के सचिव अभ्युदय, ऐक्टू नेता आरएन ठाकुर, रणविजय कुमार आदि इस मार्च का नेतृत्व कर रहे थे. जुलूस में राजद के पटना जिला अध्यक्ष देवमुनि सिंह यादव, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, सीपीआई के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय व सीपीएम के राज्य सचिव अवधेश कुमार  शामिल थे. राजद के प्रदेश अध्यक्ष श्री जगदानंद सिंह भी एक जत्थे के साथ डाकबंगला चौराहा पर पहुंचे.

प्रदर्शनकारियों ने लगभग दो घंटे तक डाकबंगला चौराहे को जाम रखा और इस बीच लगातार मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ नारे लगाते रहे. छात्र-युवाओं का जत्था क्रांतिकारी गीतों के जरिए अपनी मौजूदगी दर्शाता रहा.

डाकबंगला चौराहा पर का. राजाराम सिंह की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) के राज्य सचिव कुणाल, ऐपवा राज्य सचिव शशि यादव, अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य सचिव का. रामाधार सिंह, भाकपा(माले) विधायक संदीप सौरभ, खेग्रामस महासचिव धीरेन्द्र झा, ऐक्टू के राज्य महासचिव आरएन ठाकुर आदि समेत महागठबंधन के विभिन्न दलों, किसान व मजदूर संगठनों के नेताओं ने बिहार में प्रभावशाली भारत बंद की भी चर्चा की. मोदी सरकार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई जारी रखने के अह्नान के साथ लगभग दो बजे सभा खत्म हुई.

seen in Bharat Bandh