वर्ष - 31
अंक - 33
19-08-2022

भाकपा(माले) का 12वां सिवान जिला सम्मेलन शहीद कामरेड चंद्रशेखर नगर (सिवान) के कामरेड पवन शर्मा सभागार (टाउन हॉल) में शहीद कामरेड श्याम नारायण यादव मंच पर आयोजित हुआ. सम्मेलन में 450 से ज्यादा प्रतिनिधियों, अतिथियों व प्रेक्षकों ने हिस्सा लिया.

सम्मेलन के खुले सत्र में आजादी के 75वें वर्ष पर स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ सामंतवाद विरोधी किसान आंदोलनों और गरीबों के हक-अधिकार व मान-सम्मान की लड़ाई में शहीद हुए परिवारों को सम्मानित किया गया. सबसे पहले पार्टी महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य और सिवान के पार्टी प्रभारी का. धीरेंद्र झा सहित सभी नेताओं ने शहीद कामरेड चंद्रशेखर और डा. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमाओं की मूर्ति पर माल्यार्पण किया. उसके बाद सम्मेलन स्थल पर सिवान के लोकप्रिय नेता का. अमरनाथ यादव झंडोत्तोलन ने किया तथा शहीद वेदी पर महासचिव सहित सभी साथियों ने फूल चढ़ाए. उसके बाद पार्टी के प्रमुख नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों को मंच पर आमंत्रित किया गया. खुले सत्र को का. दीपंकर भट्टाचार्य और ने सीपीआई व सीपीएम के नेताओं ने भी संबोधित करते हुए किया. उन्होंने सम्मेलन की सफलता की कामना करते हुए वामपंथी एकता को मजबूत बनाने का आह्वान किया. खुले सत्र में पार्टी कतारों के अलावा करीब 100 के संख्या में डॉक्टर, शिक्षक, वकील, प्रोफेसर और वह हमारी लड़ाई को समर्थन देने वाले विभिन्न तबकों के लोग शामिल हुए.

सांगठनिक सत्र के सुचारू संचालन के लिए 7-सदस्यीय अध्यक्षमंडल तथा तीन-सदस्यीय तकनीकी टीम का गठन किय गया.

विदाई जिला कमेटी के सचिव हंस नाथ राम ने पिछले कामकाज की रिपोर्ट पेश की. इस रिपोर्ट पर 53 प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखी. उन्होंने जिले के तमाम प्रखंडों में पार्टी के विस्तार व विकास तथा अपने भीतर की कमजोरियों पर खुलकर चर्चा की. उन चर्चाओं पर  स्पष्टीकरण के बाद सदन ने सर्वसम्मति से रिपोर्ट पारित कर दी.

अंत में सम्मेलन के राज्य पर्यवेक्षक की देखरेख में 35 सदस्यों वाली नई जिला कमेटी का निर्वाचन किया गया. नवनिर्वाचित जिला कमेटी ने अपने बीच से सर्वसम्मति से कामरेड हंस नाथ राम को पुनः जिला सचिव चुन लिया. कामरेड दीपंकर भट्टाचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि सिवान में भाजपाई ताकतों का मुकम्मल जवाब भाकपा(माले) ही है. भाकपा(माले) को ही सामंती संप्रदायिक तत्वों के खिलाफ संघर्षों का व्यापक व स्वभाविक मंच बनना होगा. कामरेड धीरेंद्र झा ने कहा कि पिछले 15 वर्षों से जिला की राजनीति पर भाजपा-जदयू का कब्जा है, लेकिन यहां एक भी कल-कारखाना नहीं लगा, बंद पड़े पुराने कल-कारखाने ध्वस्त कर दिये गये, जमीन बेची जा रही है, प्रखंडों में डिग्री कॉलेज नहीं है, स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिला में स्वास्थ्य की स्थिति बदहाल है. हमें जिले की इस बदहाल सूरत को बदलने के लिए और भी जोरदार संघर्ष करना होगा.

सम्मेलन में आगामी पार्टी महाधिवेशन को शानदार ढंग से सफल करने के साथ-साथ 12-सूत्र कार्यभार को पूरा करने का संकल्प लिया गया.