वर्ष - 31
अंक - 33
19-08-2022

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी और अन्य मांगों पर केन्द्र सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में सरदार उधम सिंह के शहादत दिवस पर 31 जुलाई को देशभर में विरोध प्रदर्शन और चक्का जाम कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस क्रम में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति से जुड़े किसान संगठनों द्वारा पटना के जीपीओ गोलंबर से बुद्ध स्मृति पार्क तक एक प्रतिवाद मार्च निकाला गया और बुद्ध स्मृति पार्क के सामने एक सभा का आयोजन किया गया.

किसान नेताओं ने बिहार के किसानों और नागरिकों के मुद्दों को दृढ़तापूर्वक उठाया और किसान आंदोलन की छह मांगों के अलावा बिहार के किसानों की भी मांगें केन्द्र और राज्य सरकारों के सामने रखीं.

इस कार्यक्रम में एआइकेएमकेएस के नन्द किशोर सिंह; किसान महासभा के उमेश सिंह, राजेंद्र पटेल और केडी यादव; सीटू के प्रांतीय महासचिव गणेश शंकर सिंह; एआइकेएस के सोना लाल प्रसाद व मनोज चंद्रवंशी; जय किसान आंदोलन के ट्टषि आनंद और अनूप सिन्हा; भाकियू के हेमंत कुमार; एनएपीएम के उदयनचन्द्र राय; प्रगतिशील किसान मोर्चा के बालगोविंद सिंह; किसान मजदूर नौजवान मोर्चा के कल्लू सिंह और सच्चिदानन्द पंडित; राष्ट्रीय किसान मोर्चा के वीवी सिंह; जनमुक्ति संघर्ष वाहिनी के मणिलाल आदि शरीक हुए.

समस्तीपुर में 31 जुलाई को एमएसपी पर गठित कमिटी में किसान संगठनों को शामिल नहीं करने, अजय मिश्रा टेनी को मंत्रीमंडल से बर्खास्त करने समेत किसानों व नौजवानों की मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले वामपंथी किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जुलस निकाला और ओवरब्रिज चौराहा पहुंचकर सड़क जाम किया.

बेतिया में 30 जुलाई को कृषि कार्यालय कर्मियों की मिलीभगत से खाद दुकानदारों द्वारा 266 रुपये के बदले 500 से 700 रुपये में खाद बेचने के खिलाफ अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा(माले) ने बगहीं नाथबाबा चौक पर किसानों के साथ प्रदर्शन कर रोड जाम किया और यूरिया की कालाबाजारी करने वाले सुमित इंटरप्राइजेज और मनीष खाद भंडार समेत अन्य पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की.