वर्ष - 31
अंक - 39
24-09-2022

विगत 19 सितंबर 2022 को पटना के महेन्द्रू स्थित डॉ. अंबेडकर दलित छात्रावास में घुसकर अपराधियों द्वारा पुलिस की मौजूदगी में दलित छात्रों पर जानलेवा हमला किया गया. इसमें तीन छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गए.

इस घटना की जानकारी मिलते ही भाकपा(माले) विधायक व आरवाइए के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज मंजिल और आइसा नेता कुमार दिव्यम के नेतृत्व में छात्र-युवाओं की एक टीम 19 सितंबर की शाम डॉ. अंबेडकर छात्रावास पहुंची. इस टीम ने छात्रावास के छात्रों से बातचीत की. जांच के बाद मनोज मंजिल ने कहा कि हॉस्टल के छात्रों पर लगाए जा रहे आरोपों का कोई आधार हमें नहीं मिला, लेकिन इसकी आड़ में दलित छात्रावास पर अपराधियों ने जिस बर्बरता से हमला किया, उस पर नीतीश कुमार को तत्काल संझान लेना चाहिए. हम सरकार से इस पूरे घटनाक्रम की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हैं.

उन्होंने आगे कहा कि उन्हें बताया गया कि छात्रों ने जब मारपीट की घटना हो रही थी तभी पीरबहोर थाने को सूचना दी. पुलिस वहां पहुंची भी लेकिन वह मूकदर्शक बनी रही और अपराधियों को ही संरक्षण देती रही. घायल छात्रों को पुलिस ने अस्पताल भेजना तक गवारा नहीं किया. बाद में बाइक पर उनको अस्पताल भेजा गया.

टीम हॉस्टल में बैठक के बाद एम्स पहुंची और वहां घायल छात्र विशाल कुमार पासवान से जिनकी गर्दन में गोली लगी है, मुलाकात की. उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है.

अभी तक प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक जहां अपराधियों में से महज एक की गिरफ्तारी हुई है, वहीं दोनों घायल दलित छात्र सन्नी कुमार व विकास कुमार को भी थाना पर बुलाकर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जो कहीं से जायज नहीं है.

सभी अपराधियों की गिरफ्तारी, दलित छात्रों की सुरक्षा, घायल छात्रों की सरकारी व्यवस्था पर बेहतर इलाज आदि मांगों पर आइसा-आरवाइए की ओर से 21 सितंबर को पटना में  प्रदर्शन किया गया.