वर्ष - 32
अंक - 2
07-01-2023

3 जनवरी 2023 को  धनबाद में शहीद श्यामल चक्रवर्ती स्मारक समिति एवं मार्क्सवादी युवा मोर्चा के संयुक्त तत्वाधान में आईआईटी, आईएसएम के प्रथम गेट पर शहीद श्यामल चक्रवर्ती का 32वां शहादत दिवस मनाया गया श्रद्धांजलि कार्यक्रम की अध्यक्षता काशीनाथ चटर्जी ने किया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बगोदर विधायक विनोद सिंह एवं विशिष्ट अतिथि बीबीएम काॅलेज के पूर्व प्राचार्य सिद्धार्थो वंद्योपाध्याय सहित सेकड़ों लोगों ने श्यामल चक्रवर्ती के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके बाद शहीद रणधीर वर्मा के स्मारक पर भी माल्यार्पण किया गया.

श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कामरेड विनोद सिंह ने कहा कि आजादी के 75वर्ष की उपलब्धि की विडम्बना यह है कि भाजपा रेल, बैंक, कोयला, शिक्षा इन सभी चीजों को निजीकरण के नाम पर कारपोरेट घरानों को बेच रही है. मोदी सरकार के कार्यकाल में सहारा एवं अन्य प्राइवेट कंपनियां लूट की छूट मचाई हुई हैं. उपभोक्ताओं की गाढ़ी कमाई को लूटा जा रहा है. सार्वजनिक संस्थाओं  को बेचा जा रहा है. इस देश का एक-एक नागरिक ने देश की सुरक्षा एवं सम्मान की चिंता की है. इसके लिए लोगों ने शहादत तक दिया है. शहीद श्यामल चक्रवर्ती और रणधीर प्रसाद वर्मा दोनों ही अपने पद एवं  दायित्व के साथ देश की रक्षा के लिए शहीद हुए. शहीद का दर्जा इन दोनों ही शहीदों को मिलना चाहिए था. लेकिन शहीद श्यामल चक्रवर्ती को सम्मान न देकर सरकार ने आम जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाया है. यह आजादी का अमृत वर्ष नहीं, पूंजीपतियों का अमृत वर्ष है. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार गरीबों का खून चूस रही है.

विशिष्ट अतिथि बीबीएम काॅलेज के पूर्व प्राचार्य सिद्धार्थो वंद्योपाध्याय ने कहा कि शहीद श्यामल चक्रवर्ती को सरकार ने नागरिक सम्मान नहीं दिया, लेकिन आज धनबाद कोयलांचल के सैकड़ों लोगों ने माल्यार्पण कर एवं श्रद्धांजलि देकर सम्मान दिया. मासस के केंद्रीय महासचिव हलधर महतो ने कहा कि वर्तमान एवं पूर्व सरकार शहीद श्यामल चक्रवर्ती को नागरिक सम्मान देने में विलंब कर रही है जबकि शहीद रणधीर प्रसाद वर्मा को नागरिक सम्मान देने में सरकार ने तनिक भी देर नहीं की. स्मारक समिति एवं मायुमो प्रत्येक वर्ष शहीद श्यामल चक्रवर्ती को नागरिक सम्मान दिलाने के लिए हर साल माल्यार्पण एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित करते आये हैं.

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ज्ञान-विज्ञान समिति के काशीनाथ चटर्जी ने कहा कि सरकार आती है और चली जाती है लेकिन एक नागरिक देश की संपत्ति को बचाने के लिए जो कुर्बानी देता है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है. सभा को मासस के केन्द्रीय सचिव हरि प्रसाद पप्पू, बबलू महतो, जिला अध्यक्ष बिंदा पासवान, जगदीश रवानी, मुखिया सुलोचना देवी, शेख रहीम, रामाकृष्णा, सीपीएम के गोपीकान्त बक्शी आदि ने सम्बोधित किया. भाकपा(माले) के जिला सचिव कार्तिक प्रसाद ने धन्यवाद ज्ञापन किया.

श्रद्धांजलि सभा में मार्क्सवादी युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष पवन महतो, सुभाष चटर्जी, सुभाष सिंह, टूटून मुखर्जी, रुस्तम अंसारी, दिल मोहम्मद, संदीप कौशल, समीर गोस्वामी, कल्याण घोषाल, बादल बाउरी, आदि समेत सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया.