वर्ष - 28
अंक - 9
16-02-2019

12 फरवरी को भाकपा(माले) विधायक दल नेता महबूब आलम व विधायकों - सत्यदेव राम व सुदामा प्रसाद ने आज विधान सभा के अंदर रसोइयों को न्यूनतम मजदूरी देने, 10 के बजाय 12 माह का पारिश्रमिक भुगतान करने, सरकारी कर्मी का दर्जा देने आदि सवालों पर विधान सभा की कार्रवाई ठप्प करवा दी.

विधानसभा की कार्रवाई शुरू होते ही माले विधायकों ने रसोइयों के सवाल पर विधानसभा के अंदर प्रदर्शन किया और वित्त मंत्री के बजट भाषण में रसोइयों एवं अन्य मानदेय संविदा कर्मियों के लिये कुछ भी नहीं किए जाने का विरोध करते हुए बजट भाषण का बहिष्कार किया। फिर उन्होंने मुख्यमंत्री कक्ष में जाकर उनको घेरे रखा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव के आते ही रसोइयों के मांगों पर घोषणा करने सम्बन्धी दिए गए आश्वासन के बाद ही माले विधायकों ने घेराव समाप्त किया।

माले विधायकों ने गर्दनीबाग पहुंच कर विधानसभा घेराव कर रही रसोइयों को सम्बोधित किया. रसोइयों को अपना आंदोलन सड़क पर जारी रखने का आह्वान करते हुए नीतीश-भाजपा सरकार को आगामी चुनाव में धूल चटाने और गरीबों के सवाल पर लड़ने वाले वामपंथी दलों के लाल झंडा के उम्मीदवारों को पूरे बिहार से विजय बनाने का आह्वान किया।