वर्ष - 28
अंक - 31
20-07-2019

गाजीपुर जिला (उप्र) के सेवराई तहसील कार्यालय पर 12 जुलाई 2019 को भाकपा(माले) के बैनर तले जोरदार प्रदर्शन हुआ और कोर्ट के निर्णय की अवहेलना कर करवनिया डेरा पर दीवार व मकान ढहाने और माले नेता रोहित कुमार बिंद को फर्जी मामले में फंसाकर जेल भेजने वाले एसडीएम को दण्डित करने की मांग की गई.

‘सेवराई एसडीएम पर आपराधिक मुकदमा दर्ज करो’, ‘भदौरा व सेवराई में सामंती गुंडागर्दी पर रोक लगाओ’, ‘गांव समाज की बंजर जमीनों से सामंती ताकतों का अवैध कब्जा हटाओ’, ‘भूमिहीनों को जमीन, आवास और शौचालय दो’ के नारे लगाते सैकड़ों गरीब महिलाओं-पुरुषों ने करवनिया डेरा स्थित भाकपा(माले) कार्यालय से प्रतिरोध मार्च निकाला और सेवराई तहसील कार्यालय पहुंचे. पूरे कार्यक्रम के दौरान भारी तादाद में पुलिस बल वहां मौजूद रहा. प्रदर्शन स्थल पर आये जमानिया के एसडीएम ने जिलाधिकारी को सम्बोधित 5-सूत्री मांग पत्र प्रदर्शन स्थल पर लिया.

प्रतिवाद सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा(माले) केंद्रीय कमेटी सदस्य का. ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि सेवराई तहसील संविधान और कानून के मुताबिक नहीं, बल्कि सामंती ताकतों की मर्जी के हिसाब से चल रहा है. इसलिए गरीबों की फरियाद थाने से लेकर तहसील तक नहीं सुनी जा रही है। उन्होंने कहा कि सेवराई, गहमर, देवल, तियरी, लहुआर व रहना लहना समेत कई गावों में गांव-समाज व बंजर की जमीनों पर सामंती ताकतों का अवैध कब्जा है। योगी सरकार का एण्टी भू-माफिया टास्क फोर्स इन अवैध कब्जा धारकों को नहीं बल्कि करवनिया डेरा के गरीब जालिम पासी जैसे गरीबों को उजाड़ने में लगा हुआ है.

भाकपा(माले) जिला सचिव का. रामप्यारे राम ने कहा कि योगी सरकार की पुलिस गरीबों को फर्जी और मनगढ़ंत मुकदमों में फंसा रही है. भाकपा(माले) इसे तनिक भी बर्दाश्त नहीं करेंगी और पुलिस दमन व सामंती हमले के खिलाफ गरीबों को गोलबंद कर प्रतिरोध संघर्ष को तेज करेगी. प्रशासन से गांव-समाज की परती पड़ी जमीनों पर बसे गरीबों व वनवासियों का कब्जा नियमित करने की मांग करते हुए जो ‘जो जमीन सरकारी है, वह जमीन हमारी है’ के नारे पर संघर्ष तेज हकया जायेगा. सभा को चंद्रावती देवी, विजयी बनवासी, बुच्चीलाल, गोरख राजभर, रामप्रवेश कुशवाहा आदि ने भी संबोधित किया. सभा की अध्यक्षता दुःखी पासी और संचालन रामप्रवेश कुशवाहा ने किया.

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