वर्ष - 28
अंक - 36
24-08-2019

19 अगस्त 2019 को जगदीशपुर में आइसा और इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) के द्वारा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से छात्र-छात्राओं की बेदखली के खिलाफ विरोध मार्च निकाला गया. मार्च जगदीशपुर कोतवाली स्थित माले कार्यालय से निकाला गया जो मुख्य बाजार होते हुए वीर कुंवर सिंह किला गेट पर पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया.

सभा को सम्बोधित करते हुए इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश अध्यक्ष अजीत कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार के छात्रों के साथ धोखा किया है. पहले तो उन्होंने सात निश्चय योजना के तहत बिहार के तमाम छात्रों को स्टूडेंट क्रेडिट योजना के तहत 4 लाख रुपया लोन देने का वादा किया. लेकिन जब बिहार भर के छात्र लोन के लिए एप्लाई करने लगे तब नीतीश कुमार ने योजना को ही बदल दिया. पहले यह योजना सभी छात्रों के लिए एक समान थी लेकिन जुलाई में सरकार ने अचानक नियम बदलते हुए कह दिया कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ उन्हीं छात्रों को मिलेगा जिनका नामांकन नैक द्वारा ग्रेड मिले हुए कालेज में होगा. हकीकत यह है की बिहार में ‘बी’ ग्रेड के कालेज या तो बहुत ही कम हैं. यही हाल उत्तरप्रेदश, मध्य प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यों का भी है. कुल मिलाकर इनकी यह नीति आम छात्रा-छात्राओं को इस योजना से वंचित करने की साजिश है. इस योजना में अचानक फेरबदल की वजह से लगभग 75 हजार छात्र प्रभावित होंगे. ये वो छात्र हैं जिन्होंने सरकार के इस फैसले से पहले ही अपना नामांकन करा लिया है.

सभा को सम्बोधित करते हुए आइसा के प्रखंड अध्यक्ष शाहनवाज खान और सचिव कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि हम सरकार के इस फैसले के खिलाफ सड़क से लेकर कोर्ट तक लड़ रहे हैं. पटना उच्च न्यायालय ने फिलहाल सरकार के इस फैसले पर रोक लगा दी है. लेकिन, हमारी मांग है कि सरकार अपने इस फैसले को निरस्त करे.