वर्ष - 28
अंक - 36
24-08-2019

दिनांक 19 अगस्त 2019 को छात्रा संगठन आइसा की कटिहार जिला इकाई के द्वारा पूर्णिया विश्वविद्यालय की मनमानी के खिलाफ आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन विश्वविद्यालय के अंगीभूत इकाई आरडीएस महाविद्यालय, सालमारी, कटिहार के प्रांगण में किया गया.

प्रदर्शनकारी छात्रों को संबोधित करते हुए आरडीएस कालेज के छात्र नेता शाहबाज दीदार ने कहा कि पूर्णिया विश्वविद्यालय ने 2019-20 पार्ट-1 की नामांकन प्रक्रिया में बहुत ही चालाकी से आॅनलाइन आवेदन आमंत्रित कर छात्रों से एक-एक हजार रुपये प्रति छात्र वसूल किया. लगभग 60 हजार छात्रों ने 42 हजार सीटों के लिए अपने-अपने आवेदन दिए. विश्वविद्यालय द्वारा 42 हजार छात्रों को नामांकन के योग्य घोषित किया गया. शेष 18 हजार छात्रों को नन-क्वालिफाइड साबित कर नामांकन दाखिल करने से वंचित कर दिया गया. कुछ ही दिनों बाद विश्वविद्यालय ने 18 हजार सीटों पर नामांकन करने के लिए नए सिरे से आवेदन मांगा. यह एक बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार का संकेत है.

छात्रों को संबोधित करते हुए आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष काजिम इरफानी ने कहा कि जब से विश्वविद्यालय अस्तित्व में आया है, नए तरीके से छात्रों का आर्थिक दोहन करता रहा है. विश्वविद्यालय का रवैया बिलकुल ही छात्रा विरोधी रहा है. नामांकन टेस्ट परीक्षा में शामिल सभी छात्रों का नामांकन छात्रों के नजदीकी महाविद्यालयों में सुनिश्चित करना विश्वविद्यालय का काम है. किसी भी महाविद्यालय में छात्रों के नामांकन से संबंधित कोई ठोस दिशा निर्देश विश्वविद्यालय के जरिये जारी नहीं किया गया है. यह बेहद गंभीर मामला है और अगर इस मामले पर संज्ञान नही लिया जाता तो आने वाले समय में जोरदार छात्र आंदोलन किया जाएगा.

छात्रों ने एक एक हजार रुपये प्रति छात्र वसूली गई राशि तुरंत छात्रों को लौटाने, सभी छात्रों का स्नातक में दाखिला सुनिश्चित करने, सभी महाविद्यालयों में सीटों की संख्या का नोटिस जारी करने, नामांकन प्रक्रिया से सम्बंधित स्पष्ट निर्देश/निर्देशिका उपलब्ध कराने तथा पार्ट-3 के सभी छात्रों का रिजल्ट अविलंब घोषित किए जाने की मांग की.