वर्ष - 28
अंक - 36
24-08-2019

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रत्येक परिवार के लिए दोमंजिला मकान बनाने, बाढ़ पीड़ितों को महज 6 हजार रु. देने की जगह सम्पूर्ण क्षति मुआवजा देने, तटबंधों के टूटने के मामलों की उच्चस्तरीय जांच कराने, चूल्हे को आधार बनाकर राहत देने की मांग तथा ‘पटना-दिल्ली खोलो कान, बाढ़-सुखाड़ का करो स्थाई निदान’ के नारे के साथ भाकपा(माले) ने विगत 13 अगस्त को दरभंगा जिले के 6 प्रखंडों पर धरना व प्रदर्शन का आयोजन किया.

प्रखंड सचिव अभिषेक कुमार, नंदलाल ठाकुर, प्रो. कल्याण भारती व हरि पासवान ने बहादुरपुर, जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने बिरौल, जिला कमेटी सदस्य मनोज यादव ने गौरा बौड़ाम, अशोक पासवान व शनिचरी देवी ने दरभंगा सदर, जंगी यादव विश्वनाथ पासवान व संतोष यादव ने हायाघाट तथा पप्पू पासवान ने हनुमाननगर में इसका नेतृत्व किया. प्रखंड में मौजूद अधिकारियों को धरना के जरिए मुख्यमंत्री को संबोध्ति मांग पत्र सौंपा गया.

मांग पत्र में बताया गया है कि मिथिलांचल में बाढ़-सुखाड़ का मुद्दा कैसे स्थायी हो गया है, जबकि सरकार इसे लेकर कोई दूरगामी योजना नही बना रही है. बिहार सरकार ने बाढ़ पीड़ितों को केवल 6 हजार रुपया देने की जो घोषणा की है, उससे कुछ नहीं होने वाला है. सरकार को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में प्रत्येक परिवार के लिए दोमंजिला मकान की व्यवस्था करनी होगी. धरना के माध्यम से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग भी की गई.

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16 अगस्त 2019 को दरभंगा जिले के बहादुरपुर के छपरार में भाकपा(माले)-खेग्रामस के बैनर तले दलित गरीबों की एक आम सभा आयोजित की गई. यह सभा बाढ़ पीड़ितों को राहत देने, पंचायत में अनुश्रवण की बैठक में बाढ़ पीड़ितों की सूची फाइनल करने, पिरडी पंचायत को संपूर्णता में राहत देने, वास-आवास व फासीवादी मोदी सरकार के खिलाफ गरीबों का प्रतिरोध खड़ा करने आदि सवालों पर केन्द्रित थी. आम सभा की अध्यक्षता लोकल सचिव रामाशंकर सहनी, सुमन साह और नीरस पासवान ने संयुक्त रूप से किया. सभा को भाकपा(माले) के जिला सचिव का. बैद्यनाथ यादव, खेग्रामस के प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मी पासवान, खेग्रामस के जिलाध्यक्ष जंगी यादव, पिरड़ी पंचायत की मुखिया तिलिया देवी और भाकपा(माले) प्रखंड सचिव अभिषेक कुमार ने संबोध्ति किया. वक्ताओं ने गांव-गांव में गरीबों की एकता बनाकर उनकी हो रही हकमारी के खिलाफ हल्ला बोल आंदोलन तेज करने की घोषणा की. सभा को बनारसी सहनी, शत्रुघ्न पासवान, महेश्वर राम, भागवत पासवान, मो कैश, लखिया देवी, विमल देवी, सुमन साह, लालू सदाय आदि ने भी संबोधित किया.