वर्ष - 29
अंक - 3
11-01-2020

कामरेड सुखदेव प्रसाद का अंतिम संस्कार शुक्रवार को रांची शहर के हरमू घाट पर संपन्न हुआ. इससे पहले पार्टी कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई.  

दोपहर 12.30 बजे का. सुखदेव की अंतिम यात्रा निकली जिसमें पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य का. स्वदेश भट्टाचार्य, झारखंड राज्य सचिव का. जनार्दन प्रसाद, बिहार राज्य सचिव का. कुणाल, खेग्रामस के राष्ट्रीय महासचिव धीरेंद्र झा, पोलित ब्यूरो सदस्य मनोज भक्त एवं अमर, विधायक विनोद सिंह, पूर्व विधायक राजकुमार यादव,  केंद्रीय कमेटी सदस्य गीता मंडल व शुभेंदु सेन, माकपा के का. जीके बख्शी, भाकपा के का. अजय सिंह, मासस के सुशांतो मुखर्जी, विस्थापन विरोधी आंदोलन के नेता दामोदर तुरी, सामाजिक कार्यकर्ता आलोका कुजूर, नदीम खान, दिलीप सोनी, मणिलाल जायसवाल, मनोज जायसवाल, छात्र नेता लोकेश कुमार, सोहेल, तरुण बसु, प्रीति, जूही आदि बड़ी संख्या में नेता, कार्यकर्ता एवं समर्थक शामिल हुए.


का. सुखदेव को लाल सलाम

पार्टी की शुरूआती दौर के नेताओं में से एक रहे का. सुखदेव प्रसाद का विगत 9 जनवरी को निधन हो गया. वे अभी भाकपा(माले) झारखंड राज्य स्थायी समिति के सदस्य थे. उनका 2013 में कैंसर का आपरेशन हुआ था. करीब माह भर पहले पहले उन्हें कमर और पैर में दर्द की शिकायत शुरू हुई. उनकी किडनी में भारी गड़बड़ी पाई गई. 29 दिसंबर को ज्यादा तकलीफ बढ़ने पर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. चार दिनों पहले उन्हें पुनः रिम्स में दाखिल कराया गया. कुछ सुधार होने के बाद उनकी स्थिति बिगड़ने लगी और अंततः 9 जनवरी को दोपहर 1.50 बजे रिम्स में ही उनका निधन हो गया. 10 जनवरी की सुबह 8 बजे उनका पार्थिव शरीर रांची पाटी कार्यालय में लाया गया और उसी दिन उनकी अंतिम विदा दी गई.

का. सुखदेव ने बिहार में भी लम्बे समय तक काम किया और पटना नगर कमेटी के सचिव भी रहे. रेलवे में संगठन निर्माण में भी उनकी बड़ी भूमिका थी. वे पार्टी के केंद्रीय कंट्रोल कमीशन के भी सदस्य रहे. एक आदर्श कम्युनिस्ट के रूप में उन्हें हमेशा याद किया जाएगा. वे अभी पार्टी के केन्द्रीय हिन्दी मुखपत्रा ‘समकालीन लोकयुद्ध’ के झारखंड ब्यूरो प्रमुख भी थे. पार्टी की केंद्रीय कमिटी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.