वर्ष - 29
अंक - 18
18-04-2020

मुजफ्फरपुर में भाकपा(माले) व इंसाफ मंच के द्वारा कोरोना संकट व लाॅकडाउन के साथ ही राहत अभियान शुरू कर दिया गया। इसकी शुरूआत साथी आफताब आलम व खालिद रहमानी के द्वारा अपने स्तर पर व अन्य साथियों के सहयोग से 2 हजार मास्क शहर व दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में भी गरीबों व जरूरतमंदों के बीच तथा रेलवे के कामगारों व कुछ पुलिसकर्मियों के बीच वितरित किया गया. इस दौरान कोरोना महामारी व उससे बचाव के बारे में भी बताया गया. लोगों को समझाया गया कि हमें सामाजिक दूरी नहीं, बल्कि शारीरिक दूरी बरकरार रखना है. लोगों से छुआछूत का बर्ताव नहीं करना है बल्कि संकट की इस घड़ी में परस्पर सहयोग करना है और खासतौर पर लाॅकडाउन के कारण भुखमरी के शिकार हो रहे गरीबों, मजदूरों व अन्य लोगों को भुखमरी से बचाना है.

लाॅकडाउन के दिन गुजरने के साथ ही शहरी गरीबों, मजदूरों और झुग्गी-झोपड़ी तथा फूटपाथ पर जीवन-बसर करने वाले तेजी से भुखमरी के चपेट में आने लगे। राहत अभियान चलाने के लिए भाकपा(माले) व इंसाफ मंच के नाम पर प्रशासन से दो गाड़ी का परमिट बनवाया गया. प्रमुख साथियों से राहत कोष व संसाधनों को जुटाने के संबंध में विचार-विमर्श किया गया. पार्टी के वरिष्ठ साथी प्रो. अरविंद कुमार डे द्वारा खुद की पहल पर राहत कोष में 50 हजार रु. की राशि प्रदान कीइसके बाद 6 अप्रैल 2020 से राहत अभियान शुरू कर दिया गया. फिर अन्य साथियों, खासकर इंसाफ मंच के हमदर्दों ने बड़े पैमाने पर, स्वेच्छा से और बढ़-चढ़ कर सहयोग करना, पैसा जुटाना तथा संसाधनों को इकट्ठा करना शुरू कर दियाउन्होंने दिन-रात की भी कोई परवाह नहीं की.

हर रोज बड़ी मात्रा में राहत सामग्री जुटाना, राहत सामग्री और भोजन सामग्री का पैकेट तैयार करना तथा भुखमरी के शिकार गरीबों तक राहत पैकेट पहुंचाना बेहद कठिन व चुनौतीपूर्ण काम था. लेकिन सबके दिलोजान से जुटे रहने की वजह से यह संभव होता गया. राहत वितरण के काम में तेजी आती गई और इसके साथ ही आम लोगों के बीच इस अपनी बात भी कि हमें सामाजिक तौर पर एकताबद्ध रहना है और संकट ग्रस्त लोगों खासकर भुखमरी के शिकार गरीबों को बचाना है, तेजी से लोगों के बीच पहुंचाई जाने लगी.

6 अप्रैल से लेकर 21अप्रैल के बीच, लगातार 15 दिनों तक जारी राहत अभियान के दौरान लगभग 10-10 किलो सूखा भोजन सामग्री का 15 सौ पैकेट तैयार किया गया और इसे शहर के गरीब बहुल मुहल्लों के साथ ही औराई, बोचहां व मुशहरी प्रखंडों के दूरदराज स्थित गांवों में भी भुखमरी के शिकार 1500 गरीब परिवारों तक पहुंचाया गया। इसमें 55 क्विंटल चावल, 5 क्विंटल आटा, 150 किलो दाल, 23 क्विंटल आलू, 15 क्विंटल प्याज, 450 लीटर सरसो तेल, 3 क्विन्टल नमक, 3 क्विन्टल चूड़ा व 3 क्विन्टल चना का उपयोग हुआ है. इस बीच साथी खालिद रहमानी द्वारा फूटपाथ व सड़क किनारे जीवन बसर करने वाले 200 गरीबों के बीच तैयार भोजन भी वितरित किया गया.

अभी तक दर्जनों मित्रों के सहयोग से करीब 2 लाख 75 हजार रु. की राशि का संग्रह कर राहत अभियान चला है. इसमें कामरेड प्रो अरविंद कुमार डे के द्वारा सहयोग किये गए 50 हजार रु. के साथ ही प्रो. भवानी रानी दास के द्वारा 30 हजार रु., प्रो. वीरेन्द्र प्रसाद सिंह के द्वारा 11 हजार रु. तथा इंसाफ मंच के साथियों आफताब आलम, जफर आजम, मतलुबूर रहमान, खालिद रहमानी, असलम रहमान, फहद जमां, जावेद कैसर, मो. चिन्टू, अकबर आजम सिद्दीकी, एजाज, नसीम, एहतेशाम द्वारा दी गई और अपने हमदर्दों व दौस्तों से हासिल सहयोग राशि व खाद्य सामग्री शामिल है. संस्कृतिकर्मी कौशल किशोर चौधरी, चित्रकार प्रो. विमल विश्वास, सामाजिक कार्यकर्ता मनीषा दत्ता, मो. अखलाक, विमलेश मिश्र, रामलखन दास, रमन कुमार व अन्य साथियों ने भी सहयोग किया है.

राहत पैकेट झुग्गी-झोपड़ी बस्ती व गरीबों तक पहुंचाने में भाकपा(माले) की जिला व नगर के पार्टी नेता का. शत्रुघ्न सहनी, रामबालक सहनी, रामनंदन पासवान, मनोज यादव, वीरेन्द्र पासवान, परशुराम पाठक, विजय गुप्ता, विनय कुमार वर्मा, विष्णु मंडल, दीपचंद प्रसाद, टुल्लू, अमोद पासवान, संतलाल पासवान, मुन्ना रजक व अन्य साथी भी लगातार जुटे रहे.

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दरभंगा : भाकपा(माले)-इंसाफ मंच का राहत कार्य

भाकपा(माले) के 51वें स्थापना दिवस के मौके पर दरभंगा शहर के वार्ड संख्या 1 के डीह टोला पर करीब 5 दर्जन परिवारों के बीच इंसाफ मंच की दरभंगा जिला कमिटी के बैनर तले प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद के नेतृत्व में सूखा राशन पैकेट का वितरण किया गया. इस दौरान इंसाफ मंच के मोहम्मद जमशेद, मोहम्मद शमसेर , मोहम्मद मन्नत, मोहम्मद नन्हे, गुलाब आदि उपस्थित थे.

जाले प्रखंड में प्रखंड सचिव ललन पासवान, राजू पासवान, मो. गौस, मिथिलेश कुमार राय, राधे मिश्र, अमरजीत राम, संजय साह की अगुआई में 40 घुमन्तु परिवारों के बीच प्रति परिवार आटा, चावल, आलू, दाल, सरसो तेल, नमक, प्याज, साबुन, मसाला, माचिस व बिस्कुट आदि सामग्रियों का वितरण किया गया. 26 अप्रैल को भी कंसी गांव में करीब 60 अल्पसंख्क गरीब परिवारों के बीच राहत सामग्री के वितरण के जरिए यह अभियान जारी रहा.