वर्ष - 29
अंक - 17
18-04-2020

चंदौली जिला (उप्र) की चिट्ठी

19 मार्च को लखनऊ में भाकपा(माले) की राज्य स्थाई समिति की बैठक हुई. उसके बाद 22 मार्च को प्रधानमंत्री द्वारा जनता कर्फ्यू लागू करने का ऐलान हुआ. फर 24-25 मार्च की आधी रात से 21 दिन के लिए लाॅकडाउन की घोषणा हुई. बीच में 23 मार्च को शहीदे आजम भगत सिंह का शहादत दिवस पार्टी कार्यालय मुगलसराय में इंकलाबी नौजवान सभा की जिला संयोजन समिति की बैठक, पार्टी राज्य सचिव कामरेड सुधाकर यादव की उपस्थिति में शहीदे आजम भगत सिंह के चित्र पर माल्यार्पण और ‘मैं नास्तिक क्यों हूं’ लेख का पठन-पाठन कर मनाया गया.

21 दिन के लाॅकडाउन की घोषणा के बाद पुलिस प्रशासन के जनता के साथ दुर्व्यवहार और सख्ती के नाम पर मारपीट शुरू हुई, जिससे दहशत का माहौल बन गया. हम लोगों ने शारीरिक दूरी और सामाजिक एकता का पालन करते हुए लाॅकडाउन की स्थिति में भी पार्टीअपनी कतारों व अपने जनाधार के बीच कैसे संपर्क बनाए- इस पर योजना बनायी. इसे लागू करने के लिए प्रशासन के गति विज्ञान को समझने और तरीके अपनाने की योजना भी बनी.

इसी बीच, सकलडीहा प्रखंड के ओड़ौली गांव से यह खबर मिली कि कुछ गरीब परिवार भुखमरी की कगार पर चले गए हैं. ओड़ौली के पार्टी ब्रांच में यह तय हुआ कि गांव के जो किसान तबके के लोग हैं उनसे सहयोग इकट्ठा करके गरीबों में वितरित किया जाएगा. पार्टी के युवा नेता कामरेड मंगल सिंह राजभर ने इसकी जिम्मेदारी ली. उनके नेतृत्व में कुछ नौजवानों ने किसान परिवारों से सहयोग इकट्ठा किया और उसे गरीब परिवारों के बीच वितरित किया.

सकलडीहा प्रखंड के ही एक दूसरे गांव में भी यह समस्या आई. पार्टी जिला कमेटी सदस्य व ऐपवा जिला उपाध्यक्ष कामरेड श्यामदेई के यहां कुछ महिलाएं पहुंची. उन्होंने बताया कि हमारे पास राशन कार्ड नहीं है. ऐसे में हमें राशन नहीं मिलेगा. इस दशा में अपने परिवार को कैसे चलाएंगे? कामरेड श्यामदेई के नेतृत्व में 10 महिलाएं प्रखंड कार्यालय पहुंची और उन्होंने बीडीओ से बात की. बीडीओ ने तुरत ही उन महिलाओं का राशन कार्ड बनाया और उन्हें राशन दिलाने की गारंटी की. बीडीओ ने प्रखंड मुख्यालय गई महिलाओं को 10-10 किलो राशन और महिलाओं से संबंधित सामानों से भरा एक किट भी दिया. मुगलसराय नगर से भी यह खबर आई कि कुछ परिवार लाॅकडाउन की वजह से भुखमरी की कगार पर चले गए हैं. तुरत ही मुगलसराय ईओ समेत जिला अधिकारी व एसडीएम से बात करके उन परिवारों को राशन दिलाने की गारंटी कराई गई.

आज भी सरकार की राशन वितरण की योजना में बहुत सारी कमजोरियां दिख रही हैं. इस वजह से बहुत सारे गरीब परिवारों को राशन नहीं मिल पा रहा है. ऐसे परिवारों की सूची बनाई जा रही है और अधिकारियों से बात करके उनको भी राशन दिलाए जाने की गारंटी की जा रही है.

इसी बीच भाकपा(माले) जिला सचिव कामरेड अनिल पासवान को जिले के बरहनी, साहबगंज व अन्य जगहों से खबर मिली कि कुछ मजदूर पुणे, तमिलनाडु व अन्य जगहों पर फंसे हुए हैं. कोरोना वायरस मदद ग्रुप में ऐसे मामलों का मैसेज बना कर डाला गया और उन मजदूरों को भी उन जगहों पर उपलब्ध सुविधाएं दिलवाई गईं.

हमने 5 अप्रैल से जिले के हर प्रखंड में राज्य सचिव की उपस्थिति में प्रखंड स्तरीय पार्टी क्लास चलाने की ठोस योजना बनाई और हर प्रखंड के लिए तिथियां तय कर दीं. ‘कोरोना वायरस बचाव और हमारी जिम्मेदारियां’ विषय पर चर्चा करते हुए ‘कम्युनिस्ट पार्टी का घोषणा पत्र’ विषय पर क्लास की तैयारी हुई. इस योजना पर अमल करते हुए 5 अप्रैल को सकलडीहा, 8 अप्रैल को साहबगंज, 10 अप्रैल को चकिया, 11 अप्रैल को नियमताबाद और 12 अप्रैल को चंदौली व बरहनी प्रखंडों का संयुक्त क्लास आयोजित किया.

इसी दरम्यान पार्टी केंद्रीय कमेटी की ओर से ‘भूख के खिलाफ-भात के लिए’ अभियान की घोषणा हुई और 2 अप्रैल को दो से ढाई बजे के बीच ‘थाली बजाओ’ कार्यक्रम की घोषणा हुई. पार्टी राज्य सचिव का. सुधाकर यादव के नेतृत्व में 12 अप्रैल को चंदौली-बरहनी प्रखंड द्वारा आयोजित पार्टी क्लास से जोड़ते हुए इसे लागू किया गया. अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला सचिव का. शशिकांत सिंह, जिला उपाध्यक्ष का. किस्मत यादव, का. कृष्णा राय समेत कई पार्टी नेता इसमें शामिल रहे. भाकपा(माले) जिला सचिव का. अनिल पासवान के नेतृत्व में साहबगंज ब्लाक के रसिया और अपने घर पर अपने परिवार के साथ खाली थाली बजाने का कार्यक्रम किया गया. चकिया में वरिष्ठ भाकपा(माले) नेता का. शिवनारायण बिंद के नेतृत्व में परसिया कलां और बरौझी में खाली थाली बजाओ कार्यक्रम किया गया. नियमताबाद प्रखंड धपरी और जीवधीपुर, सकलडीहा प्रखंड के बहोरीकपुर और सलेमपुर, चहानियां प्रखंड के रानेपुर पार्टी कार्यालय और अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष कामरेड श्रवण मौर्य ने अपने परिवार के साथ अपने दरवाजे पर खाली थाली बजाने के कार्यक्रम को लागू किया. मुगलसराय नगर में भाकपा(माले) नेता का. मोहनलाल बरनवाल ने भी अपने दरवाजे पर ‘भूख के खिलाफ भात’ के लिए खाली थाली बजायी.

14 अप्रैल को संविधान निर्माता डा. भीमराव अम्बेदकर की 129 वीं जयंती मनाने का आह्वान के तहत जिला इकाई ने ग्रामीण इलाकों में अम्बेडकर जयंती मनाने का निर्णय लिया. पार्टी के राज्य कमेटी सदस्य और जिला कमेटी सदस्यों की अगुवाई में जिले में कुल 15 जगहों पर बाबा साहब अंबेडकर की जयंती मनाई गई. राज्य सचिव की उपस्थिति में चहनियां में सकलडीहा तहसील स्तरीय पार्टी कार्यकर्ताओं की गोलबंदी के साथ यह कार्यक्रम हुआ. अन्य जगहों पर जिला सचिव व अन्य पार्टी नेता उपस्थित रहे. चंदौली जिला मुख्यालय से सुदूर आदिवासी इलाके नौगढ़ में भी बाबा साहब की जयंती मनाई गई.

16 अप्रैल को भाकपा(माले) जिला कमेटी की एक दिवसीय बैठक चंदौली जिला मुख्यालय पर बुलाई गई. लाॅकडाउन का कड़ाई से पालन कराने की परिस्थिति के दरम्यान 15 से 35 किमी की दूर से साइकिल चलाते हुए जिला कमेटी सदस्य इस बैठक में पहुंचे. बैठक में 12 अप्रैल के राष्ट्रीय आह्वान और 14 अप्रैल के अम्बेदकर जयंती के कार्यक्रम की रिपोर्टिंग और समीक्षा हुई. यह पाया गया कि इतने कम समय में इतनी जगहों पर कार्यक्रम को लागू कराने की क्षमता जिला कमेटी ने विकसित कर ली है. 12 अप्रैल के कार्यक्रम को लेकर कुछ साथी गलत विचार का शिकार हो गए थे और कुछ अन्य की निष्क्रियता की वजह से यह कार्यक्रम लागू न हुआ. इसकी करने की आलोचना करते हुए जिला कमेटी ने महसूस किया कि अगर इन कमजोरियों को दूर कर लिया गया होता तो जिले में अन्य जगहों पर भी 12 और 14 अप्रैल के कार्यक्रम को लागू कर लिया गया होता. उपरोक्त जो भी कार्यक्रम किए गए लाॅकडाउन का पालन करते हुए, सामाजिक एकता और शारीरिक दूरी को लागू करते हुए, कोरोनावायरस से बचाव के तमाम एहतियात बरतते हुए लागू किए गए.

बैठक में आगामी 22 अप्रैल को पार्टी स्थापना दिवस मनाने का फैसला भी लिया गया. जिले के सभी प्रखंडों में प्रखंड कमेटियों/प्रखंड लीडिंग टीम की बैठक बुलाकर झंडारोहण का कार्यक्रम करते हुए पार्टी केंद्रीय कमेटी द्वारा जारी संकल्प पत्र के पठन-पाठन और अध्ययन तथा 23 से 25 अप्रैल के बीच पार्टी ब्रांचों में संकल्प पत्र को पढ़ने का कार्यक्रम लिया गया. हर जिला कमेटी सदस्य अपने प्रत्यक्ष नेतृत्व में और कम-से-कम तीन ब्रांचों में अपनी मौजूदगी में इस निर्णय को लागू करना है. लाॅकडाउन की परिस्थिति में भी पहली मई को मजदूर दिवस मनाया जाएगा और पार्टी केंद्रीय कमेटी द्वारा इस विषय में जारी होनेवाले निर्देश का पालन किया जाएगा. पार्टी कतारों व जनाधार के बीच लगातार रहते हुए लाॅकडाउन समाप्त होने के बाद की परिस्थितियों पर चर्चा के लिए 3 मई को एक जिला स्तरीय कैडर कन्वेंशन भी बुलाए जाने की बात हुई. आगामी कार्यक्रमों को सामाजिक एकता और शारीरिक दूरी समेत कोरोना वायरस से बचाव के तमाम एहतियात बरतते हुए लागू किया जाएगा.

– अनिल पासवान, जिला सचिव


पटना जिला (बिहार) की चिट्ठी

लाॅकडाउन के दौरान पटना जिले में साथियों के बीच जीवंत संपर्क का माध्यम मोबाईल ही था. सुबह में मोटरसाइकिल से जाकर कई गांवों में संपर्क करने के दौरान यह देखने को मिला कि कई गांवों, खासकर उन गांवों में जहां प्रतिक्रियावादी व सामंती ताकतों की आबादी है, बाहरी आदमी के जाने पर रोक-टोक भी की जाती है. कई गांवों में बांस-बल्ला लगाकर रास्ता रोकने और पुलिस-प्रशासन को सूचना देने की बात भी सामने आई है. लेकिन, इन स्थितियों में भी कार्यकर्ताओं के बीच संपर्क बहाल रखा गया है. पुलिस प्रशासन लगातार यह चेतावनी देता रहा है कि लाॅकडाउन के अनुशासन न मानने पर पिटाई की जाएगी और जेल में डाल दिया जाएगा.

14 अप्रैल से शुरू हुए लाॅकडाउन के दूसरे चरण में जिला और प्रखंड की सीमाओं को प्रतिबंधित किया गया है और आने-जाने वालों की पिटाई, मोटरसाइकिल की जब्ती और आर्थिक दंड लगाने की गति बढ़ गई है. पुलिस-प्रशासन ज्यादा सक्रिय है उसकी शह पाकर गांव में प्रतिक्रियावादी और जनविरोधी ताकतें भी. गांव के मुहाने पर रोक-टोक व बांस-बल्ली लगाकर रास्ता बंद करने व एक गांव के लोग दूसरे गांव के लोगों के आने पर पुलिस को सूचना देने में भी तेजी आई है.

ऐसी स्थिति में मोबाइल फोन ही हमारे सामने एक मात्र साधन बचता है जो साथियों के बीच जीवंत संपर्क बनाए रखने का जरिया है. 12 अप्रैल के थाली-तसला बजाओ अभियान में इसका उपयोग सकारात्मक रहा है. जहां भी साथियों को कार्यक्रम की सूचना मिली उन्होंने इसे जमीन पर उतारा है. 22 अप्रैल के पार्टी स्थापना दिवस कार्यक्रम में इस माध्यम से साथियों को ब्रांच, गांव या पंचायत स्तर पर एक जगह जुटाया जा सकता है और शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए पार्टी स्थापना दिवस मनाया जा सकता है. इसमें पार्टी का झंडोतोलन करने, स्थापना दिवस संकल्पों का सामूहिक पाठ करने, सदस्यता नवीकरण व लेवी वसूली तथा मौजूदा राजनीतिक स्थिति में पार्टी की कार्यदिशा पर विस्तार से चर्चा की जा सकती है. प्रखंड, ब्रांच, पंचायत और जिला स्तर पर पार्टी का वाट्सएप्प ग्रुप बनाने का सुझाव बिल्कुल सही है और हमें इस दिशा में आगे कदम बढ़ाना चाहिए.

नदवां (धनरुआ) में गरीबों के बीच खाना वितरण के दौरान प्रतिक्रियावादी मुखिया के इशारे पर पुलिस दमन: पार्टी द्वारा ग्राम पंचायत नदवां में मध्यम और निम्न मध्यम वर्ग के लोगों और दुकानदारों से सहयोग लेकर के लाॅकडाउन से प्रभावित गरीबों-मुशहरी और दलित-गरीब समुदाय के लोगों के बीच भोजन वितरण की योजना बनाई गई थी. पार्टी पंचायत कमेटी ने 14 अप्रैल को डाॅ. अंबेदकर जयंती मनाने के बाद नदवां बाजार में ही एक जगह एक हजार लोगों का खाना बनवाया और गरीबों को बुलाकर उसका वितरण शुरू किया. इस कार्यक्रम के दौरान शारीरिक दूरी का पूरा ख्याल रखा जा रहा था. कार्यक्रम पार्टी के पंचायत सचिव का. दीना राम, ब्रांच सचिव दिनेश राम व गुरूदेव पासवान आदि कर रहे थे. ग्राम पंचायत नदवां के प्रतिक्रियावादी मुखिया शंकर शर्मा ने पुलिस को इसकी खबर कर दी. उसके उकसावे पर पुलिस ने अचानक भोजन वितरण स्थल पर आकर जबरदस्त लाठीचार्ज किया. इससे भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई. पुलिस प्रशासन ने पार्टी नेताओं को यह धमकी दी कि अगर आगे इस तरह की कार्रवाई हुई तो सभी लोगों को पकड़कर जेल डाल दिया जाएगा और जुर्माना भी किया जाएगा. इस घटना की वजह से मुखिया और प्रशासन के प्रति लेागों में जबरदस्त गुस्सा है.

राजधानी पटना से सटे होने की वजह से जिलाधिकारी व आरक्षी अधीक्षक समेत कई पुलिस-प्रशासनिक पदाधिकारियों का आवाजाही काफी तेज है. अनुमंडल प्रशासन से शिकायत करने पर यह जवाब मिल रहा है कि राजनीतिक पार्टियों को राहत कार्य करने की इजाजत नहीं दी जायेगी. यह राज्य सरकार का दिशा-निर्देश है. राजनीतिक दलों के लोग सिर्फ लोगों की जो कठिनाईयां हैं उससे प्रशासन को अवगत कराने का काम करें. पार्टी द्वारा सामुहिक किचन का संचालन करने में यह भारी जटिलता है

पभेड़ा पंचायत के डीलर गुप्ता जी हैं जो पभेड़ा बाजार में रहते हैं. लाॅकडाउन से प्रभावित गरीब अनाज के बिना छटपटा रहे थे. पूछने पर डीलर कह रहा था कि अनाज नहीं है तो कहां से वितरण करें. 10 अप्रैल को पार्टी नेता वीरेंद्र प्रसाद व अर्जुन पासवान को खबर मिली कि डीलर ने अनाज का उठाव कर लिया है लेकिन बांट नहीं रहा है. तभी उन्होंने बाजार में दो-तीन बड़ी गाड़ियां लगी देखीं. आसपास के लोगों से पूछताछ करने पर उन्हें गाड़ी चालक का पता चला. उसने बताया कि वह डीलर के यहां से राशन ले जाकर बाजार में बेचेगा. तत्काल ही दोनों नेताओं ने पंचायत के ग्रामीणों को यह सूचना दी. सूचना पाते ही लगभग 300 सौ की संख्या में लोग जमा हो गए. प्रखंड और अनुमंडल प्रशासन को भी यह सूचना दी गई. मार्केटिंग अधिकारी पुलिस दल-बल के साथ वहां आए तो ग्रामीणों ने घेर लिया और डीलर के पास चलने के लिए दबाव देने लगे. डीलर को ज्योंहि यह भनक लगी वह दुकान छोड़कर गायब हो गया. भारी जन दबाव के बाद मार्केटिंग अधिकारी डीलर के गोदाम पर पहुंचा और जब ताला तोड़ा तो पाया कि वहां भारी मात्रा में अनाज का बोरा है. गिनती करने पर 195 बोरा चावल और गेहूं निकला. स्थानीय राजद विधायिका रेखा देवी और उसके गुर्गे भ्रष्टाचारी डीलर के पक्ष में खड़े होकर प्रशासन पर भारी दबाव देने लगे. लेकिन भारी जनदबाव में प्रशासन ने सभी जब्त अनाज को धनरूआ प्रशासनिक गोदाम में रखवाना पड़ा. प्रशासन की तरफ से कहा गया कि तत्काल ही दूसरे डीलर के माध्यम से अनाज को वितरण किया जाएगा. इस पार्टी पहल से जनता में भारी उत्साह है. – गोपाल रविदास सिकटा प्रखंड के बेहरा मुशहर टोली में पार्टी नेता का. गनेश महतो के माध्यम से 200 लोगों के बीच साबुन का वितरण किया गया.

– गोपाल रविदास, केन्द्रीय कमेटी सदस्य