वर्ष - 29
अंक - 34
21-08-2020

भाकपा(माले)के केंद्रीय कमेटी सदस्य व अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव असम के युवा नेता का. बलींद्र साइकिया की रिहाई, और अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव व विप्लवी किसान संदेश पत्रिका के संपादक का. पुरुषोत्तम शर्मा को दिल्ली पुलिस द्वारा दिल्ली दंगों की एफआईआर में फंसाने व पूछताछ के नाम पर 8 घंटे बिठाए रखने के खिलाफ भाकपा(माले) और अखिल भारतीय किसान महासभा ने राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस मनाया.

का. बलींद्र साइकिया को असम के डिबरूगढ़ जिले में उनके आवास से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. असम में एनआरसी-विरोधी आंदोलन के प्रमुख कार्यकर्ता और किसान नेता का. बलींद्र साइकिया इन दिनों एक सड़क निर्माण परियोजना में अपनी जमीन गवां चुके किसानों के लिए मुआवजे के सवाल पर धारावाहिक आंदोलनों का नेतृत्व कर रहे थे.

गिरफ्तारी से पूर्व भाजपा समर्थित गुंडों के नेतृत्व में आए एक झुंड ने इनके घर को सुबह में घेर लिया और स्थानीय पार्टी समर्थकों के आने तक उन्हें बाहर आने के लिए ललकारता रहा. थाने में शिकायत दर्ज हुई पर उनकी गिरफ्तारी के बजाय उल्टे का. बलींद्र को ही गिरफ्तार कर लिया गया.

कुछ दिन पूर्व असम में कार्यरत पार्टी केंद्रीय कमेटी के एक अन्य सदस्य का. विवेक दास को विश्वनाथ जिले के चाय बागान मजदूरों व गरीबों की हालत पर महज एक फेसबुक पोस्ट लिखने को जुर्म बताकर मुकदमा दर्ज करते हुए उनका फोन जप्त कर लिया गया. असम में अखिल गोगोई व बिट्टू सोनोवाल से लेकर भाकपा(माले) नेता विवेक दास व अब बलींद्र साइकिया तक को निशाना बनाना स्पष्ट तौर पर भाजपा सरकार द्वारा संविधान व मेहनतकशों के अधिकार के लिए उठने वाली आवाजों के देशव्यापी दमनचक्र का हिस्सा है.

इसी तरह दिल्ली पुलिस द्वारा किसान नेता और विप्लवी किसान संदेश के संपादक कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा को सीसीए-विरोधी आंदोलनों का समर्थन करने के कारण साजिशन दिल्ली दंगों की साजिश वाले मुकदमे से जोड़ दिया गया और इस सिलसिले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने का. पुरुषोत्तम शर्मा को 8 अगस्त को 8 घंटे तक लोधी कालोनी थाने स्थित कार्यालय में पूछताछ के नाम पर बिठाए रखा.

भाकपा(माले) और अखिल भारतीय किसान महासभा ने इन दमनात्मक कार्रवाइयों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस का आयोजन किया और मांग उठाई कि असम सरकार अखिल गोगोइ व बलींद्र साइकिया जैसे लोकप्रिय युवा किसान नेताओं का दमन बंद करे, बलींद्र साइकिया को अविलंब बिना शर्त रिहा करे व उनके हमलावरों की गिरफ्तारी हो.

दोनों संगठनों ने दिल्ली पुलिस द्वारा दिल्ली दंगों के असली साजिशकर्ता भाजपा नेता कपिल मिश्रा, प्रवेश वर्मा और अनुराग ठाकुर को बचाने के लिए मजदूरों, किसानों और लोकतंत्र की रक्षा की आवाज उठाने वाले तथा सीसीए-विरोधी आंदोलन को समर्थन देने वाले कार्यकर्ताओं को एक सुनियोजित साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगाया. दोनों संगठनों ने मांग की कि दिल्ली पुलिस दिल्ली दंगों को भड़काने वाले भाजपा नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करे और सीएए-विरोधी लोकतांत्रिक आंदोलन से जुड़े या उसे समर्थन करने वाले कार्यकर्ताओं के नाम साजिशन दिल्ली दंगों की एफआईआर से जोड़ने के कृत्य पर रोक लगाए.

दिल्ली, बिहार, झारखण्ड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम, त्रिपुरा, कर्नाटक, पांडुचेरी, केरल, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा, पंजाब आदि राज्यों में भाकपा(माले) व किसान महासभा के नेताओं कार्यकर्ताओं ने आज विरोध प्रदर्शन आयोजित किए.

assa