वर्ष - 29
अंक - 40
26-09-2020

उत्तर प्रदेश में आगामी 28 सितंबर जो शहीदे आजम भगत सिंह का जन्मदिन भी है, इलाहाबाद के चंद्रशेखर आजाद पार्क से बेराजगारी के खिलाफ ‘रोजगार के लिए पदयात्रा’ शुरू होगी जो दो अक्टूबर को रायबरेली होते हुए लखनऊ पहुंचेगी. इस पदयात्रा की तैयारी में गांव से लेकर शहर तक छात्रों-युवाओं से जनसंपर्क कर पर्चे बांटे जा रहे हैं और पोस्टर लगाया जा रहा है.

पदयात्रा के माध्यम से सम्मान जनक रोजगार को मौलिक अधिकार बनाने, डा.अंबेडकर राष्ट्रीय शहरी रोजगार गारंटी कानून (डनुएगा) बनाने, रोजगार न देने तक प्रतिमाह 18,000 रु. ‘युवा स्वाभिमान भत्ता’ देने, 5 वर्ष तक संविदा पर नौकरी का प्रस्ताव रद्द करने, रिक्त पड़े सभी पदों को शीघ्र भरने, आयोगों-बोर्डों को भ्रष्टाचार मुक्त, नियमित, पारदर्शी व जवाबदेह बनाने, 6 माह में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने, फार्म का दाम मुफ्त करने, एडमिट कार्ड को यात्रा पास घोषित करने, लैटरल इंट्री पर रोक लगाने, रोजगार के सभी लंबित मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाकर यथाशीघ्र निपटारा कराने, नौकरियों में समुचित आरक्षण देने, बैकलाॅग की भर्तियों को तत्काल भरने, ठेका प्रथा समाप्त करने, आशा, आंगनबाड़ी, रसोइया, सफाई कर्मी, रोजगार मित्र सहित सभी स्कीम वर्कर्स को स्थायी करने, चतुर्थ श्रेणी की भर्ती पर रोक का प्रस्ताव वापस लेने, जनता की सवारी रेल सहित सार्वजनिक क्षेत्र को बेचना बंद करने, नई शिक्षा नीति वापस लेने, शिक्षा को बाजार की वस्तु बनाना बंद करने, मुफ्त गुणवत्तापूर्ण समान शिक्षा के लिए ‘काॅमन स्कूल सिस्टम’ लागू करने, प्रोफेसनल्स उतने ही तैयार करने जितने की जरूरत (खपत) हो, गुणवत्तापूर्ण सार्वजनिक चिकित्सा की गारंटी करने, काला कानून यूपीएसएसएफ रद्द करने, आंदोलनकारियों पर लादे गए मुकदमें वापस लेने, अपराध, बलात्कार, हत्या, दमन पर रोक लगाने, भय मुक्त समाज बनाने आदि मांगें की जाएंगी.