वर्ष - 29
अंक - 36
22-08-2020

हरलाखी प्रखंड (जिला मधुबनी) में भाकपा(माले) का प्रथम सम्मेलन कमलावरपट्टी में परबत्तिया फाटक पर आयोजित हुआ. सम्मेलन में 10 पंचायतों के 22 गांवों से 204 पार्टी सदस्यों ने भागिदारी की. सम्मेलन के दौरान 150 से अधिक पूर्व सीपीआई कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया एवं उन्होंने माले में शामिल होने की घोषणा भी की.

सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) के जिला सचिव ध्रुव नारायण कर्ण ने कहा कि हरलाखी प्रखंड कभी सीपीआई के नेतृत्व में लाल झंडा आंदोलन का गढ़ था. परंतु सीपीआई नेतृत्व के अवसरवादी चरित्र और सामंती ताकतों से मिलीभगत के चलते अब वह पार्टी यहां अंतिम सांसें गिन रही है. वहीं भाकपा(माले) अपने आंदोलन को तेज करते हुए हरलाखी की धरती को लाल झंडा आंदोलन का गढ़ बनाने की ओर तेजी से अग्रसर हुआ है.

सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) के बेनीपट्टी अनुमंडल प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने कहा कि भाकपा(माले) लगातार जनता को राशन कार्ड, सड़क-पानी-बिजली जैसी सुविधाओं, समान शिक्षा प्रणाली एवं सभी बेरोजगारों को रोजगार देने और गांव-गांव में सरकारी जमीन पर भूमिहीनों को अधिकार दिलाने के लिए आंदोलन चला रही है. अब इस संघर्ष को निर्णायक बनाने का समय आ गया है. सम्मेलन को भाकपा(माले) के बेनीपट्टी प्रखंड सचिव श्याम पंडित व खेग्रामस के जिला सचिव का. बेचन राम ने भी संबोधित किया.

हरलाखी प्रखंड लीडिंग टीम के सचिव का. मदन चंद्र झा ने कामकाज की रिपोर्ट रखी जिसे बहस के बाद सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया. अंत में 21 सदस्यों वाली प्रखंड कमेटी का निर्वाचन किया गया जिसने अपने बीच से कामरेड मदन चंद्र झा को प्रखंड सचिव चुना. जिला कमेटी सदस्य का. प्रेम कुमार झा सम्मेलन में पर्यवेक्षक थे. पांच सदस्यीय अध्यक्षमंडल ने सम्मेलन का संचालन किया.

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