वर्ष - 29
अंक - 52
26-12-2020


18 दिसंबर 2020 को भाकपा(माले) के पूर्व महासचिव कामरेड विनोद मिश्र की 22वीं बरसी ‘संकल्प दिवस’ के रूप में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में मनाई गई. इस मौके पर हाल के बिहार विधान सभा चुनाव में पार्टी को मिली शानदार उपलब्धियों को आगे बढ़ाने, दिल्ली के गिर्द जारी किसान आंदोलन के संदेश को यूपी के गांवों तक पहुंचाने और मोदी सरकार के फासीवादी खतरे का डटकर मुकाबला करने का संकल्प लिया गया.

वक्ताओं ने का. विनोद मिश्र को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गैर-संसदीय संघर्षों (जन आंदोलनों) को प्राथमिकता देने की उनकी सीख और भारतीय साम्यवादी आंदोलन में उनके अविस्मरणीय योगदान को उन्हीं की इन पंक्तियों के साथ याद किया, “इतिहास में प्रमुख महत्व के सवालों का समाधान केवल सड़कों पर ही हुआ है.” उनका यह कथन अभी उठ खड़े हुए किसान आंदोलन के संदर्भ में भी प्रासंगिक है.

प्रयागराज में कामरेड विनोद मिश्र की 22वीं बरसी को संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया, संकल्प दिवस में भाकपा(माले) पोलित ब्यूरो सदस्य का. रामजी राय, डा. कमल उसरी, सुनील मौर्य, माता प्रसाद, चंद्रपाल, अनिल वर्मा, केके पाण्डेय, अंतस सर्वानंद, शिवानी, प्रदीप ओबामा, माहिर मलंग, यस सी बहादुर, चारु, सोनू, सुमित, राम सिया, भीम, अलिक सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे.

राजधानी लखनऊ में पार्टी राज्य कार्यालय में आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक में कामरेड विनोद मिश्र को श्रद्धांजलि दी गयी. बलिया, बनारस, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत में तीन अलग-अलग केंद्रों पर और रायबरेली, गोरखपुर, जालौन में दो-दो जगहों पर आयोजित बैठकों में का. वीएम को याद किया गया. इसके अलावा, फैजाबाद, चंदौली, गाजीपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र, मऊ, देवरिया, महराजगंज, आजमगढ़, इलाहाबाद, कानपुर, मथुरा, आदि जिलों में भी संकल्प दिवस मनाया गया.

उत्तराखंड में भाकपा(माले) राज्य कार्यालय, कार रोड, बिंदुखत्ता में नैनीताल-उधमसिंहनगर के कार्यकर्ताओं का संयुक्त कन्वेंशन आयोजित किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत कामरेड विनोद मिश्र को एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई.

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कामरेड राजा बहुगुणा ने कहा कि 1999 से ही आज के दिन को संकल्प दिवस के रूप में मना रहे हैं, ऐसे दिन के रूप में जब पूरी पार्टी अपने क्रांतिकारी संकल्प का नवीनीकरण करती है. इस बार का संकल्प दिवस अभूतपूर्व किसान आंदोलन के बीच में है जिसमें कारपोरेट प्रभुत्व और भारत पर फासीवादी कब्जे के विरुद्ध एक शक्तिशाली जनप्रतिरोध में विकसित होने की तमाम संभावनाएं मौजूद हैं. मोदी सरकार आजादी के बाद देश के ऊपर सबसे बड़ी आपदा साबित हुई है. इस आपदा से निपटने के लिए सड़कों और खेत खलिहानों के संघर्ष ही एकमात्र विकल्प हैं. वर्तमान ऐतिहासिक किसान आंदोलन ने इसके लिए दिशा दिखा दी है.

इस अवसर पर किसान आंदोलन के समर्थन में प्रस्ताव पारित कर नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की गई और किसानों के समर्थन में जनअभियान की घोषणा की गई. जनअभियान नैनीताल-उधमसिंहनगर जिलों में चलाते हुए 27 दिसंबर को बुद्ध पार्क (हल्द्वानी) व 29 दिसंबर को अम्बेडकर पार्क (रुद्रपुर) में ‘किसान पंचायत’ लगाई जायेगी.

झारखंड के कई शहरों व ग्रामीण इलाकों में संकल्प दिवस कार्यक्रम आयोजित हुए. लातेहार जिला के मनिका प्रखंड के रतहाखाड़ में 18 दिसंबर 2020 को भाकपा(माले) के पूर्व महासचिव कामरेड विनोद मिश्र की 22वीं बरसी संकल्प दिवस के रूप में मनाई गई. इस कार्यक्रम में भाकपा(माले) के जिला सचिव का. बिरजू राम, जिला कमेटी सदस्य कमलेश सिंह, गोपाल प्रसाद, धनेश्वर सिंह, मुनेश्वर सिंह और प्रखंड सचिव बच्चन सिंह सहित प्रखंड कमिटी के सदस्यों व अन्य कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. कामरेड विनोद मिश्र को दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि देने के बाद केंद्रीय कमिटी द्वारा जारी संकल्प पत्र का पाठ किया गया. कामरेड बिरजू राम ने कहा कि संकल्प पत्रा में जारी संदेश को जन-जन तक पहुंचाना ही असली संकल्प है. उन्होंनें किसान विरोधी तीनों काले कानूनों की वापसी की मांग पर चलनेवाले अभियान के प्रथम चरण (18 दिसंबर 2020 से 16 जनवरी 2021) के दौरान गाव-गांव तक जनजागरण पैदा करने और नरेन्द्र मोदी के अडानी-अंबानी राज के खिलाफ जन प्रतिरोध को तीखा बनाने का आह्वान किया. साथ ही, 28 दिसम्बर 2020 को ‘जन-जन की है पुकार, वादा निभाओ हेमंत सरकार’ के नारे के साथ प्रखंड मुख्यालयों पर आयोजित होने वाले धरना-प्रदर्शन को सफल बनाने की अपील की.

गढ़वा में संकल्प दिवस के अवसर पर कार्यकर्ता कन्वेंशन सम्पन्न किया गया. इसकी शुरूआत का. विनोद मिश्रा की एक मिनट का मौन श्रद्धांजलि देने एवं उनके चित्रा पर माल्यार्पण-पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई.

इस मौके पर कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए जिला सचिव कालीचरण मेहता ने कहा कि किसान विरोधी कृषि कानून के खिलाफ चल रहे जुझारू किसान आंदोलन में फासीवाद विरोधी शक्तिशाली देशव्यापी जनप्रतिरोध विकसित होने की संभावना है. पूरे देश की नजर किसानों के आंदोलन पर है. गांव-गांव के किसान इस आंदोलन के बारे में जानना चाहते है जिसमें किसानों ने कड़कड़ाती ठंड में आंसू गैस के गोलों और पानी टैंकर की बौछारों का सामना करते हुए राजधानी दिल्ली को चारों ओर से घेर रखा है. किसानों ने मोदी को कह दिया है बस, अब और नही, तुम अपनी नीतियों को वापस लो. मोदी-शाह की ठग-जोड़ी को जानते है. किसान जैसे-जैसे कृषि कानूनों की असलियत समझेंगे, पूरा देश पंजाब में बदल जायेगा. अंबानी-अडानी राज का पाया हिल रहा है. हमे गांव-गांव के जन-जन तक पहुंचना होगा और उन्हें दिल्ली में चल रहे आंदोलन से जोड़ना होगा.

कन्वेंशन में निर्णय लिया गया कि गांव-गांव में ग्राम सभा, चौपाल मीटिंग व बैठक के जरिये का. महेंद्र सिंह के शहादत दिवस (16 जनवरी) तक जनजागरण अभियान चलाया जाएगा. कार्यकर्ता कन्वेंशन में बीरेंद्र चौधरी, किशोर कुमार, हीरा चौधरी, संतोष चौधरी, ओमप्रकाश उरांव, कमलेश उरांव, सतेंद्र मेहता, सूर्यदेव चौधरी, आदि ने विचार व्यक्त किये और जनजागरण अभियान चलाने का संकल्प लिया.

पूर्वी सिंहभूम जिला लीडिंग कमेटी ने भी दिवंगत कामरेड विनोद मिश्र की 22वीं बरसी को संकल्प दिवस के रूप में मनाया. मांडू प्रखंड में विनोद मिश्र के स्मृति में संकल्प सभा आयोजित हुई जिसे जिला सचिव का. भुनेश्वर बेदिया ने संबोधित किया. पांकी में कामरेड विनोद मिश्र की बरसी पर संकल्प सभा आयोजित कर भाकपा(माले) को मजबूत बनाने और पार्टी कार्यकर्मों को लागू करने का संकल्प लिया गया.

गुजरात के कापरड़ा में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया. सम्मेलन की अध्यक्षता भाकपा(माले) की वलसाड जिला सचिव का. लक्ष्मण सी वाडिया तथा संचालन कापरड़ा तालुका कमेटी की सचिव का. कमलेश गुरव ने किया है. उमरगांव तालुका में भी कार्यकर्ताओं की बैठक हुई, जिसका  संचालन भाकपा माले वलसाड जिला कमिटी के सदस्यों का. मोहन भाई खोखोरिया तथा हरेश भाई ने किया. अहमदाबाद में भी पार्टी कार्यकर्ताओं ने अहमदाबाद शहर के कमेटी के सचिव का. अमित पाटनवड़िया के नेतृत्व में का. विनोद मिश्र का स्मृति दिवस मनाया.

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