वर्ष - 30
अंक - 2
09-01-2021


विगत 3 जनवरी को जयपाल सिंह मुंडा की जयंती को आंदोलनकारी दिवस के रूप में मनाया गया. रांची के अल्बर्ट एक्का चौक से ढोल-नगाड़े के साथ कचहरी स्थित जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम तक रैली निकाली गई और परिसर में स्थित जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि दी गई.

अपने जन गीतों से झारखंड आंदोलन को गति देने वाले कलाकार पदमश्री मधु मंसूरी, मुकुंद नायक, आंदोलनकारी लाल रणविजय नाथ शाहदेव की पत्नी श्यामा देवी, क्षितिज कुमार राय, महावीर नायक, सीमा देवी, डा. वीरेंद्र कुमार महतो समेत कई आंदोलनकारियों को सम्मानित किया गया और झारखंड आंदोलन के पुरोधाओं के संघर्ष व बलिदान के मूल्यों के अनुरूप झारखंड को गढ़ने का संकल्प लिया गया.

मोर्चा के अध्यक्ष डा. वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि राज्य सरकार झारखंड आंदोलनकारियों की भावनाओं के अनुरूप झारखंड को गढ़े एवं झारखंड आंदोलनकारियों के मान-सम्मान व पहचान को सुनिश्चित करे.

कार्यकारी अध्यक्ष राजू महतो ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों को वे कानून सम्मत संवैधानिक अधिकार मिलने चाहिए जिसकी परिकल्पना मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा ने की थी. उन्होंने मांग की कि केजी से लेकर पीजी तक झारखंड के सभी नौ भाषाओं में पढ़ाई लिखाई सुनिश्चित होनी चाहिए. झारखंड आंदोलनकारी आजम अहमद ने कहा कि झारखंड निर्माण का लाभ प्रत्येक झारखंड वासी व झारखंड आंदोलनकारी को मिलना चाहिए.

झारखंड आंदोलनकारी भुवनेश्वर केवट ने कहा कि जिन मूल्यों को लेकर झारखंड अलग राज्य का संघर्ष किया गया था वे आज भी उपेक्षित हैं. एके राय, महेंद्र सिंह, निर्मल महतो के सपनों की दिशा में झारखंड नवनिर्माण की लडाई को आगे बढ़ाना होगा.

मोर्चा के महासचिव अजीत मिंज द्वारा जयपाल सिंह मुंडा के जीवन पर प्रकाश डाला गया. कार्यक्रम का संचालन पुष्कर महतो एवं प्रणव कुमार बबबू तथा स्वागत वक्तव्य जिला प्रभारी कुमोद कुमार वर्मा ने किया. मौके पर झारखंड आंदोलनकारी रश्मि चंद्रा पिंगुआ, जगरानी कुजूर, लाल अजय नाथ शाहदेव , भाई गोकुल चंद, जयश्री दास, सरोजिनी कश्यप, डा. वीरेंद्र कुमार महतो, रंजीत उरांव, गणेश दास, प्रेम मित्तल, मानव घोष दस्तीदार, जुबेर अहमद, अशोक साहू, दिवाकर साहू, वनमाली मंडल, अनिल उरांव, बाहा कश्यप, अनिल वर्णवाल, रतनी कश्यप, मगदली कश्यप, विनीता, अल्पना खलखो, एरेन कश्यप, मोनिका देवी सहित अन्य लोगों ने अपने विचार रखे और जयपाल सिंह मुंडा को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए झारखंड आंदोलनकारी दिवस मनाया. कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों को शाल एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.