वर्ष - 31
अंक - 1
01-01-2022

उत्तर प्रदेश में ऐक्टू से सम्बद्ध आशा वर्कर्स यूनियन द्वारा 20 से 24 दिसंबर तक ‘योगी को भेजो मेल’ नाम से अपनी मांग लिखे पोस्ट कार्ड भेजने का एक अनोखा अभियान चलाया गया. प्रदेश के कई जिलों में जबर्दस्त उत्साह और इसे लोकप्रिय बनाने के नये-नये तरीकों के साथ हजारों आशाकर्मियों ने इसमें हिस्सा लिया.

750 रु. की भीख नहीं, अधिकार चाहिए, अपने काम का पूरा दाम चाहिए के नारे के साथ उक्त मांगों को एक पोस्ट कार्ड में लिखकर मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश, लखनऊ के पते पर भेजने का यह सिलसिला कई दिनों तक चलता रहा 20 दिसंबर 2021 को शाहजहांपुर में कमलजीत कौर और रायबरेली में शीला व सरला श्रीवास्तव के नेतृत्व में आशा व संगिनी बहनों ने मार्च निकाला और पोस्ट ऑफिस पर प्रदर्शन करते हुए पत्र भेज कर अभियान की शुरुआत की. 22 दिसंबर को सीतापुर जिले की हरगांव सीएचसी पर आशा बहुओं ने ‘योगी को भेजो मेल’ अभियान के तहत पोस्ट कार्ड डालने की शुरुआत की. 23 व 24 दिसंबर को भी जारी रहा. सीतापुर आशा संगठन की जिला अध्यक्ष राम देवी ने सभी आशाओं को संगठित किया और सीएचसी से पोस्ट ऑफिस तक जाकर पोस्ट कार्ड डाले. मिथलेश, प्रेमा, रमजती. कमला साहित कई आशा इसमें शामिल रहीं. हरगांव के अलावा खैराबाद, लहरपुर, पिसावं, परसेंडी आदि सीएचसी पर भी पोस्ट कार्ड डालने का कार्यक्रम चला.

सीतापुर के अलावा शाहजहांपुर, रायबरेली, बरेली, लखनऊ, कानपुर में भी आशा बहनों ने पूरे उत्साह से पोस्ट कार्ड पर अपनी मांगों को लिखकर डाक घरों तक सामूहिक रुप से प्रदर्शन करते हुए मार्च निकाला और मुख्य मंत्री को सम्बोधित यह पत्र पत्र-पेटिका में डाले. इस अवसर पर कई जगहों पर सभायें भी हुईं.

कुछ जिलों में आशा बहनें पोस्ट कार्ड की खोज में भटकती रहीं और अंततः खुद के बनाये हुये पोस्ट कार्ड के साथ डाक घरों तक आने का संकल्प लिया. हरदोई व इलाहाबाद कमी आशा बहनें भी आगे चलकर इस अभियान में जुड़ीं.

इस दौरान वाराणसी, बाराबंकी, मुरादाबाद, बिजनौर, गोरखपुर, मऊ, चन्दौली, देवरिया, बांदा, फिरोजाबाद में में भी इस अभियान को चलाने तथा कानपुर, सीतापुर, लखनऊ, इलाहाबाद सहित अन्य जिलों में अभियान को और व्यापक बनाने की कोशिश जारी रही.

उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियान की संयोजक सरोजिनी बिष्ट ने सभी आशा बहनों से हर एक आशा को प्रेरित कर अभियान मे शामिल करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि यह अभियान भविष्य के संघर्ष की बुनियाद साबित होगा.

चौथे दिन भी भारी संख्या मे आशा कर्मियों ने डाक घरों तक जुलूस निकाला और अपनी मांग लिखे पोस्ट कार्ड को पत्र पेटिकाओं डाला.

संगठित किया गया. बाराबंकी के दो केन्द्रों पर अभूतपूर्व ढंग से भारी संख्या में जुटीं आशा बहनों ने संगठित होकर अपनी मांग लिखित पोस्ट कार्ड का प्रदर्शन करते हुए उसे मुख्यमंत्री को भेजा. फिरोजाबाद मे भी अभियान को संगठित करते हुये आशाकर्मियो ने डाक घर तक जाकर पोस्ट कार्ड भेजे. देवरिया में भी अभियान जारी रहा और दो केन्द्रों मे पोस्ट कार्ड भेजे गये. लखनऊ में भी बहुत प्रभावकारी ढंग से आशा कर्मियो ने भारी संख्या में जुटकर मांग लिखित पोस्ट कार्ड प्रदर्शित करते हुए तथा नारेबाजी करते हुये मुख्यमंत्री को सम्बोधित पत्र पेटिकाओं में डाले. इलाहाबाद में भी अभियान ने गति पकड़ी और शानदार ढंग से इस कार्यक्रम को सम्पन्न किया.

रायबरेली में यह अभियान चौथे दिन भी जारी रहा. तीन केन्द्रों पर पोस्ट कार्ड प्रदर्शन और भेजने का काम किया गया. नोएडा मे भी आशा बहनो ने पोस्ट कार्ड भेजे.

लखीमपुर खीरी के नसीरूद्दीन मौजी (बेलोबी) मैदान में सैकड़ों आशा व संगिनी ने एकत्रित होकर ‘योगी को भेजो मेल’ अभियान के तहत अपनी मांगें लिखकर मुख्यमंत्री को पोस्ट कार्ड को भेजा. इस अवसर पर पोस्ट कार्ड हाथ मे लेकर जलूस निकाला गया. ऐपवा.की प्रदेश अध्यक्ष कृष्णा अधिकारी ने आशा व संगिनी बहनों को संबोधित करते हुए 4 जनवरी 2022 को आयोजित होनेवाले प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने का आह्वान किया. लखीमपुर के दो अन्य केन्द्रों पर भी यह अभियान लागू किया गया.

हरदोई में पांचवें दिन भी आशाओं ने अभियान में अपनी भागीदारी जारी रखी और वहां दो केन्द्रों से बड़ी संख्या में पोस्ट कार्ड भेजे.

देवरिया व रायबरेली के कुछ केन्द्रो में भी अभियान में भागेदारी हुई व पत्र भेजे गये. गोरखपुर में आशा कर्मियों की बैठक आयोजित करने के बाद पोस्ट कार्ड प्रदर्शित करते हुये डाक घर जाकर पत्र पेटिका मे डाले गये.

बरेली मे 115 आशा कर्मियो ने पोस्ट कार्ड भेजे. सीतापुर के एक केन्द्र पर भी यह अभियान जारी रहा.

अभियान काफी व्यापक रहा और अभी भी फैलाव ले रहा था यह देख कर इसे 28 दिसंबर 2021 तक बढ़ा दिया गया.

27 दिसंबर 2021 को प्रयागराज जिले के प्रतापपुर, धनुपुर व हंडिया ब्लाॅक की आशाओं ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को अपनी मांगों का पोस्ट कार्ड भेजा और आशाओं को राज्य स्वास्थ्य कर्मचारी का दर्जा देने समेत अन्य मांगें की. कानपुर व मुरादाबाद में भी आशाओं ने बडी संख्या में जुटकर मुख्यमंत्री को लिखे पोस्ट कार्ड का प्रदर्शन करते हुये डाक घरों तक जुलूस निकाला और उसे पत्र पेटिकाओं में डाला.

हरदोई के संडीला व बहेन्दर सीएचसी की आशा व संगिनी बहनों ने अलग-अलग बैठकें की व कमेटियों के निर्माण व सदस्यता भर्ती के जरिए संगठन को मजबूत बनाने का संकल्प लिया. उन्होंने 4 जनवरी 2022 को आहूत प्रदेश व्यापी प्रदर्शन की तैयारी पर भी चर्चा की. इन बैठकों में बडी संख्या में आशा व संगिनी बहनें एकत्र हुईं.

प्रयागराज जिले के प्रतापपुर, हंडिया, धनुपुर, कौड़िहार, कौंधियारा, मेजा, रामनगर, शंकरगढ़, जसरा, करछना, मऊआइमा, फुलपुर व बहादुरपुर ब्लाॅक की आशाओं ने मुख्यमंत्री के नाम पोस्टकार्ड भेजा.

28 दिसंबर को भी मुरादाबाद व देवरिया की आशा व संगिनी बहनों ने ‘योगी को भेजो मेल’ अभियान के तहत मुख्यमंत्री को मांग लिखित पोस्ट कार्ड भेजे.

कानपुर के सरवन खेड़ा, देवरिया के भागलपुर और मुरादाबाद के सिविल लाइन क्षेत्र में बेहद खराब मौसम के बावजूद आशा व संगिनी बहनों ने मांग लिखित पोस्ट कार्ड का सामूहिक प्रदर्शन करते हुये उन्हें पत्र पेटिका में डाला.

इस अभियान को आशा व संगिनी बहनों ने जिस ढंग से लोकप्रिय बनाया और 20 दिसंबर से शुरू कर 28 दिसंबर तक इसे धारावाहिक रुप से जारी रखा, यह आंदोलनो के क्रम मे यह एक अद्भूत व सफल प्रयोग रहा.

Asha movement of Uttar Pradesh

अभियान में देवरिया, गोरखपुर, सोनभद्र, सुल्तानपुर, रायबरेली, बाराबंकी, लखनऊ, बरेली, हरदोई, मुरादाबाद, फिरोजाबाद, इलाहाबाद, कानपुर शहर व कानपुर देहात, लखीमपुर, सीतापुर, पीलीभीत आदि जिलों की आशा व संगिनी बहनों ने बहुत उत्साह से हिस्सा लिया. यह आंदोलन अब तक सबसे व्यापक आंदोलन रहा.

आशाओं ने अपनी मांगों व सवालों का निरंतर प्रचार करते हुए और कई तरह के अफवाहों के बीच एक संगठित आंदोलन की ओर कदम बढाया. पूरे राज्य से करीब 50 हजार से अधिक पोस्ट कार्ड मुख्यमंत्री योगी को भेजे गए.

इस अभियान की शानदार सफलता के बाद आशा वर्कर्स यूनियन ने आगामी 4 जनवरी 2022 को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर अपनी मांगों के समर्थन में आयोजित होनेवाले प्रदर्शन की जोरदार तैयारी शुरू कर दी है.

आशाकर्मियों की प्रमुख मांगें
1. मासिक 21000 रू. न्यूनतम वेतन की गारंटी करो
2. स्वास्थ्य राज्य कर्मी का दर्जा दो
3. 10 लाख रु. का स्वास्थ्य बीमा व 50 लाख रु. का जीवन बीमा दो
4. अब तक किये गये कार्याें का हर आशा का लाखों रूपयों की दबाई हुई राशि का भुगतान करो
5. शाहजहांपुर कांड की न्यायिक जांच कराओ, उप निरीक्षक नीरज सिंह व ज्योति त्यागी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करो
6. पूनम पांडेय अन्य आशा बहनों पर दर्ज मुकदमे वापस लो
7. आशा बहनों के काम के घंटों का निर्धारण करो.