वर्ष - 31
अंक - 1
01-01-2022

विगत 26 दिसंबर को शहीद सरदार उधम सिंह की 122वीं जयंती के अवसर पर इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) ने बिहार की तमाम नियुक्तियों में हो रही अनियमितताओं के खिलाफ राज्यव्पायी प्रतिवाद संगठित किया. ‘19 लाख रोजगार, मांग रहा युवा बिहार’ के नारे तहत आयोजित इन प्रतिवाद प्रदर्शनों के जरिए बिहार के मृख्यमंत्री नीतीश कुमार से वार्ड सचिवों को नियमित करने और उन्हें सरकारी कर्मी का दर्जा देने, 38 हजार शिक्षक अभ्यर्थियों को अविलंब नियुक्ति पत्र देने तथा बिहार एसएससी, कार्यपालक सहायक, दारोगा, सिपाही, आइबीपीएस, होमगार्ड, टोला सेवक, तालीमी मरकज, विकास मित्र, गेस्ट शिक्षक, सहायक प्रोपेफसर, पारा मेडिकल, सांख्यिकी स्वयंसेवक, फिजिकल शिक्षकों को न्याय देने की मांग की गई.

मुजफ्फरपुर में आरवाईए और आइसा ने संयुक्त होकर हरिसभा चौक स्थित भाकपा(माले) जिला कार्यालय से प्रतिवाद मार्च निकला. प्रतिवाद मार्च को संबोधित करते हुए इनौस के राज्य अध्यक्ष आफताब आलम ने कहा कि ये मांगें हमारे संघर्ष के मुख्य एजेंडा है. जब तक सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा. आइसा नेता दीपक कुमार ने कहा कि एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोजगार के अवसरों को बेच रहे हैं तो दूसरी तरफ पिछले 17 वर्षों से उनके भरोसेमंद पार्टनर नीतीश कुमार बिहार के नौजवानों से वोट लेकर उन्हें धोखा देने का काम कर रहे हैं. आज बिहार बेरोजगारी में नंबर वन बना हुआ है. यहां के नौजवान रोजगार हासिल करने के लिए लगातार सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं और नीतीश सरकार उनको धमकी, लाठी चार्ज और पुलिस दमन के सहारे दबाने का प्रयास कर रही है. बिहार का नौजवान इसे कत्तई बर्दाश्त नही करेगा और उनकी वादाखिलापफी के विरोध में आंदोलन को और तेज करेगा.

प्रतिवाद मार्च से पहले भाकपा(माले) कार्यालय में शहीद उधम सिंह की स्मृति में संकल्प सभा आयोजित हुई जिसे संबोधित करते हुए आजादी के 75 साल: जन अभियान के संयोजक प्रो.अरविंद कुमार डे ने कहा कि शहीद सरदार उधम सिंह भारतीय इतिहास में एक ऐसा नाम है जिसे जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला लेने के लिए याद किया जाता है. उनका नाम उन क्रांतिकारियों में शामिल है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपनी जान न्यौछावार कर दी. उन्होंने कहा कि आज जब आरएसएस-भाजपा के लोग धर्म संसद लगा कर मुस्लिमों के जनसंहार का आह्वान कर रहे हैं हम सब के लिए सरदार उधम सिंह के मार्ग पर चलकर मौजूदा जनरल डायर और उनके समर्थकों को परास्त करना होगा. मौके पर भाकपा(माले) जिला सचिव कृष्णमोहन, फहद जमां, मो. असलम, मनोज यादव, शफीकुर रहमान, मो. एजाज, मो. जमाल, दीपक कुमार व मयंक कुमार आदि मौजूद थे.

सहरसा में इनौस के बैनर तले शिवपुरी ढाला के समीप से प्रतिवाद मार्चं निकला जो कचहरी चौक तक गया. वहां सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सभा आयोजित की गई. इनौस राज्य कार्यकारिणी सदस्य कुंदन यादव ने कहा कि नीतीश सरकार युवाओं के सपनों को चकनाचूर कर रही है. यह सरकार रोजगार देने में पूरी तरह विफल है. पिछले विधानसभा चुनाव में 19 लाख रोजगार की घोषणा कर सत्ता में आई सरकार युवाओं को खुलेआम ठग रही है और रोजगार के सवाल पर चुप्पी साधे हुए है.

इनौस जिलाध्यक्ष संतोष राम ने ठेका पर काम कर रहे विकास मित्रों, टोला सेवकों,आशा कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी सेविकाओं सहित अन्य लोगों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने की मांग की. प्रतिवाद मार्च में युवा नेता चंदन कुमार यादव, तरुण कुमार, रमेश शर्मा, पवन ठाकुर, मंटू यादव, श्याम कुमार, रंधीर कु ठाकुर के साथ ही इंसाफ मंच के नईम आलम और भाकपा(माले) के जिला सचिव ललन यादव भी मौजूद थे.

प्रतिवाद मार्च के बाद शहीद उधम सिंह की 122वीं जयंती पर संकल्प सभा आयोजित हुई.

अरवल में इनौस व आइसा ने जिला कार्यालय से गांधी पुस्तकालय होते हुए प्रतिवाद मार्च निकाला और भगत सिंह चौक पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया. इस मौके पर इनौस के अरवल जिला सचिव रामाकांत कुमार टुना व आइसा नेता राहुल कुमार ने संबोधित किया.

प्रतिवाद मार्च के बाद स्थानीय विधायक महानंद सिंह, भाकपा(माले) नेता कमलेश शर्मा व रविंद्र यादव ने शहीद उधम सिंह की स्मृति में आयोजित संकल्प सभा को संबोधित किया. संकल्प सभा में दीपक कुमार, शहजाद आलम, उमेश कुमार, जितेंद्र कुमार, उदय कुमार, नीतीश कुमार आदि शामिल थे.