वर्ष - 33
अंक - 5
05-02-2024

23 जनवरी 2024 को भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने सुभाषचंद्र बोस को भावभीनी श्रद्धाजलि दी.

रामगढ़  में भाकपा(माले) जिला सचिव भुवनेश्वर बेदिया के नेतृत्व में मेन रोड रोड स्थित भाकपा(माले) कार्यालय से हाथों में झंडा लिए सैकड़ों लोगों ने मार्च निकाला. ‘कारपोरेट साम्प्रदायिक फासीवाद मुर्दाबाद’ और ‘साम्राज्यवाद हो बर्बाद’ का नारा लगाते हुए वे सुभाष चौक पहुंचे. वहां सुभाषचंद्र बोस के चित्र पर नेताओं द्वारा माल्यार्पण और कार्यकर्ताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धाजलि दी गई। जिला सचिव भुवनेश्वर बेदिया ने सुभाषचंद्र बोस के जीवन और विचारों पर प्रकाश डाला.

कार्यक्रम में सरयू बेदिया, देवानंद गोप, जयनंदन गोप, लालचंद बेदिया, लाल कुमार बेदिया, लाल मोहन मुंडा, शैलेन्द्र बेदिया, अजीत बेदिया, उमेश गोप, नन्हकू बेदिया आदि दर्जनों लोग उपस्थित थे।

कोडरमा के झुमरी तिलैया में इस अवसर पर एक मार्च निकालकर नेताजी के प्रतिभा पर माल्यार्पण करने के बाद संकल्प सभा की गई जिसे भाकपा(माले) पोलित ब्यूरो सदस्य व लोकप्रिय विधायक विनोद सिंह ने संबोधित किया.

गिरीडीह जिले के गावां प्रखंड अंतर्गत बिरने पंचायत भवन के समक्ष भाकपा(माले) के बैनर तले सुभाष चंद्र बोस कीं जयंती  मनाई गई। पार्टी के प्रखंड सचिव नागेश्वर यादव की अध्यक्षता व बिरने पंचायत के मुखिया चंदन कुमार यादव संचालन में हुए कार्यक्रम में भाकपा(माले) पोलित ब्यूरो के सदस्य का. जनार्दन प्रसाद और धनवार के पूर्व विधायक का. राजकुमार यादव भी उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत एक मिनट का मौन धारण और नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की चित्र पर पुष्पांजलि व माल्यार्पण के साथ हुई.

का. राजकुमार यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की भारत को आजादी दिलाने में बड़ी भूमिका रही थी. आज केंद्र की भाजपा सरकार संविधान और लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश कर रही है. हमलोग उनके बताए हुए रास्ते पर चलकर संविधान और लोकतंत्र को बचायगे।

का. जनार्दन प्रसाद ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने देश को आजादी दिलाने के लिए जितना संघर्ष किया. इतिहास के पन्नों में उनको उतनी जगह नहीं मिली। कार्यक्रम में गावां जिला परिषद सदस्य पवन चौधरी, मुखिया कन्हैया राम, बिरने पंचायत के मुखिया चंदन कुमार यादव व उपमुखिया महावीर रविदास, इनौस जिला सचिव अशोक मिस्त्री समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।

रांची स्थित भाकपा(माले) राज्य कार्यालय और बगोदर स्थित भाकपा(माले) कार्यालय में भी नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की जयंती पर उन्हें श्रद्धाजलि दी गयी।

 नेताजी सुभाषचंद्र बोस के विचारों से प्रेरणा लेने की जरूरत है

23 जनवरी 2024 को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 124वीं जयंती के अवसर पर पटना के गांधी मैदान स्थित उनकी प्रतिमा पर भाकपा(माले) महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने पुष्प अर्पित किए. अन्य लोगों में भाकपा(माले) के वरिष्ठ नेता केडी यादव, स्कीम वर्कर्स फेडरेशन की महासचिव शशि यादव, समकालीन लोकयुद्ध के संपादक संतोष सहर, पालीगंज विधायक संदीप सौरभ, फुलवारी विधायक गोपाल रविदास, मीडिया प्रभारी कुमार परवेज, एआइपीएफ के संयोजक कमलेश शर्मा, किसान महासभा के सचिव उमेश सिंह, शिक्षाविद गालिब, जितेन्द्र कुमार आदि भी मौजूद थे.

इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज जब देश के लोकतंत्र व संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं, सुभाषचंद्र बोस के विचारों से हमें नए सिरे से प्रेरणा लेने की जरूरत है. नेताजी जिस राष्ट्रवाद के प्रवक्ता थे, उसमें सांप्रदायिकता नहीं थी. उनके राष्ट्रवाद में देश की गंगा-जमुनी तहजीब और देश के हरेक नागरिक के लिए बराबरी का भाव था. उन्होंने समाजवादी भारत की कल्पना की थी. जब वे कांग्रेस के अध्यक्ष बने, उन्होंने प्लानिंग कमिटी बनाई, जो बाद में प्लानिंग कमीशन बना. आज उसकी जगह नीति आयोग लाया गया है और देश की पूरी आर्थिक नीति बदल दी गई है. अंबानी-अडानी राज आ गया है. धर्म जैसी जो चीज निजी है, उसका सरकारीकरण कर दिया गया है. ऐसे में भारत के संविधान में वर्णित धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक व समाजवादी भारत के संकल्प को मजबूती से आगे बढ़ाने की जरूरत है.