वर्ष - 29
अंक - 51
19-12-2020

संकल्प दिवस पर पटना में आयोजित हुआ कार्यकर्ता सम्मेलन :

फासीवादी राज और खेत-खेती-किसानी पर कारपोरेट गुलामी मंजूर नहीं

18 दिसंबर 2020 को का. विनोद मिश्र के 22 वें स्मृति दिवस पर पटना के भारतीय नृत्य कला मंदिर के मुकताकाश में आयोजित संकल्प सम्मेलन ने खेत-खेती-किसानी पर कारपोरेट गुलामी थोपने की मोदी सरकार की कोशिशों के खिलाफ जनता के निर्णायक संघर्ष का उद्घोषणा की. संकल्प सभा ने आगामी 29 दिसंबर को बिहार में किसानों के राजभवन मार्च को ऐतिहासिक बनाने के संकल्प के साथ देश भर में जारी किसान आंदोलन को बिहार में एक नई उफंचाई पर पहुंचाने तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीद की गारंटी पर नीतीश सरकार को घेराव करने का भी ऐलान किया. सम्मेलन के मुख्य वक्ता भाकपा(माले) महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य के अलावा वरिष्ठ नेता स्वदेश भट्टाचार्य, चर्चित कम्युनिस्ट नेता रामदेव वर्मा व मंजू प्रकाश (माकपा के पूर्व विधायक) सहित पार्टी के राज्य नेताओं, विधायकों व बिहार के तमाम जिलों से आए पार्टी कार्यकर्ताओं ने का. विनोद मिश्र को दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी. सभा की अध्यक्षता पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य का. धीरेन्द्र झा, पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद, वरिष्ठ पार्टी नेता केडी यादव, महिला नेत्री का. सरोज चैबे व का. अनवर हुसैन ने की. हिरावल, जसम द्वारा शहीद गान व भाकपा(माले) राज्य सचिव का. कुणाल द्वारा पार्टी की केंद्रीय कमिटी की ओर से जारी संकल्प दिवस आह्वान के के पाठ के साथ सभा शुरू हुई.

सम्मेलन को माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य, पालीगंज के युवा विधायक का. संदीप सौरभ, अगिआंव के युवा विधायक व इनौस के राष्ट्रीय महासचिव मनोज मंजिल, तरारी से विधायक व किसान सभा के नेता सुदामा प्रसाद, दरौली से विधायक व खेग्रामस के सम्मानित अध्यक्ष सत्यदेव राम, सिकटा से पार्टी विधायक व गन्ना किसानों के नेता वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, आशा कार्यकर्ताओं की नेता शशि यादव, पूर्व विधायक रामदेव वर्मा, ऐपवा महासचिव मीना तिवारी और अखिल भारतीय किसान महासभा के महासचिव का. राजाराम सिंह ने संबोधित किया. वक्ताओं ने बिहार में शिक्षा, रोजगार व किसानी के सवालों के साथ ही स्कीम वर्कर्स, खेत मजदूरों, स्वंय सहायता समूहों के विभिन्न मुद्दों पर आनेवाले दिनों में सउ़कों पर लड़े जानेवाले आंदोलन और उनमें पार्टी की भूमिका को सामने रखते हुए उसे और धारदार बनाने का संकल्प लिया. पूर्व विधायक राजाराम सिंह ने खेत-खेती-किसानी पर कारपोरेटों की गुलामी के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को तेज करते हुए आगामी 29 दिसंबर को गांव-गांव में जत्था निकालकर पटना पहुंचने का आह्वान किया.