वर्ष - 31
अंक - 52
24-12-2022

शराबबंदी के नाम पर पटना जिला के मसौढ़ी प्रखंड स्थित हांसाडीह गांव में पुलिस लाठी चार्ज में एक महिला सोनवां देवी की मौत के खिलाफ विगत 17 दिसंबर 2022 को अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) के बैनर तले महिलाओं ने मसौढ़ी में का प्रतिवाद मार्च आयोजित किया.

इस प्रतिवाद मार्च का नेतृत्व ऐपवा की राज्य सचिव शशि यादव, शनिचरी देवी और उमा यादव ने किया. प्रतिवाद मार्च गांधी मैदान (मसौढी) से तारेगना स्टेशन तक निकाला गया और स्टेशन पर  सभा की गई.

सभा को सम्बोधित करते हुए शशि यादव ने कहा कि मसौढ़ी थाना एवं आबकारी थाना ने मिलकर विगत 9 दिसंबर की शाम साढ़े सात बजे शाम अचानक हांसाडीह गांव पर धावा बोल दिया. पुलिस ने जवाहर चौधरी का सिर फोड़ दिया और उनकी पत्नी सोनवा देवी की पुलिस पिटाई से मौत हो गई. इसके अलावा दर्जनों महिलाओं-पुरूषों की बर्बर पिटाई की गई. उन लोगों के पूरे बदन पर घाव व काले दाग देखे जा सकते हैं. पुरूष पुलिसकर्मियों द्वारा महिलाओं की पिटाई के दौरान उनकी साड़ी तक खुल गई. ध्रुव पासवान व राजनारायण को पुलिस ने पकड़ कर जेल में डाल दिया. उन्होंने कहा कि राज्य में शराबबंदी के नाम पर हजारों गरीबों को जेल में बंद किया जा रहा हैं. वहीं छपरा में जहरीली शराब से सैकड़ों लोग मर गए, कई कई लोगों की आंख की रोशनी चली गई. लेकिन उसमें संलग्न बड़े शराब माफियाओं का बाल भी बांका नहीं हुआ.

सभा को भाकपा(माले) नेता नागेश्वर पासवान व विनेश चौधरी ने भी संबोधित किया. सभा का संचालन उमा यादव ने किया.

प्रतिवाद मार्च के जरिये बर्बर पुलिस लाठी चार्ज व हत्या के जिम्मेदार मसौढ़ी थाना प्रभारी व आबकारी थाना प्रभारी को अविलंब बर्खास्त कर उन पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने, मृतक परिवार को 10 लाख रूपये मुआवजा व सरकारी नौकरी देने तथा मुकेश कुमार की दुकान को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति करने की मांग की गई.