वर्ष - 31
अंक - 50
03-12-2022

शिवहर से भाजपा सांसद सह भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमा देवी और ढाका विधान सभा क्षेत्र से भाजपा विधायक पवन जायसवाल कुढ़नी विधान सभा उप चुनाव में एक साथ प्रचार में गए हुए थे. वहां मंच से पवन जायसवाल का परिचय देते हुए रमा देवी ने उनके बारे में कहा कि ये पाकिस्तान से जीतकर विधायक बने हैं. यानी ढाका विधानसभा क्षेत्र पाकिस्तान है. जबकि यह विधान सभा क्षेत्र भी शिवहर लोकसभा क्षेत्र में ही पड़ता है. यह बात जब मीडिया के माध्यम से प्रचारित हुई तो उस क्षेत्र के लोगों को काफी ठेस पहुंची. लोगों के मन में यह सवाल उठा कि हमारे जन प्रतिनिधि ही जब हमें पाकिस्तानी  कहकर संबोधित कर रहे हैं तो इस देश का क्या होगा? यह तो लोगों को आपस में जोड़ने के बदले धर्म के आधार पर बांटने का काम है. ताज्जुब तो तब हुआ जब इस वक्तव्य का विरोध करने के लिए स्थानीय लोगों ने राजद व जदयू के बैनर तले 4 दिसंबर 2022को ढाका गांधी चौक पर सांसद रमा देवी के पुतला दहन का जो कार्यक्रम घोषित किया था उसे रैपिड एक्शन फोर्स और बिहार पुलिस की भारी संख्या में तैनाती कर शांति भंग होने के नाम पर रोक दिया गया.और बलपूर्वक जनता के लोकतांत्रिक अधिकार को दबा दिया गया.

भाकपा(माले) की एक राज्यस्तरीय टीम ने सांसद के नफरती बयान के बाद उत्पन्न राजनीतिक सामाजिक हालात का जायजा लेने और लोगों में आपसी एकजुटता व सद्भावना कायम करने के लिए 5 दिसंबर 2022 को ढाका का दौरा किया. इस टीम में पार्टी की केंद्रीय कमेटी के सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, पूर्वी चंपारण जिला सचिव प्रभुदेव यादव, राज्य कमिटी सदस्य विष्णुदेव प्रसाद यादव, वरिष्ठ माले नेता भैरव दयाल सिंह, पूर्व मुखिया व घोड़ासहन के पार्टी प्रभारी ऐनुल हक, गौरीशंकर साह व डाॅ. गौरव कुमार सिंह शामिल थे.

टीम ने सबसे पहले सेवानिवृत शिक्षक वीर प्रसाद महतो से मिलकर उनसे बात की. उन्होंने बताया कि यहां लोगों में कोई विवाद नही है, सभी लोग आपस में मिल-जुलकर रहते हैं लेकिन भाजपा के लोग वोट के लिए हिंदू-मुस्लिम करते रहते हैं. वे चाहते हैं कि नफरत का वातावरण बना रहे. उसी समझ के तहत रमा देवी ने यह बयान दिया है जो बहुत ही गलत है. अपने ही देश के एक क्षेत्र को पाकिस्तान कहना, देश की एकता को तोड़नेवाला बयान है. यह देशद्रोह का मामला बनता है और इसके खिलाफ प्रशासन को उनपर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करनी चाहिए.

उसके बाद टीम ने 79 वर्षीय स्थानीय  बुजुर्ग  डाॅ. सगीर अहमद से मुलाकात की. उन्होंने भाकपा(माले) की टीम का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया और कहा कि भाजपा के लोग पहले चंदनबारा मदरसा को बदनाम करते थे कि इसका संचालन पाकिस्तान से होता है और अब तो पूरे ढाका क्षेत्र को ही पाकिस्तान बोला जा रहा है. इससे गंदी बात और क्या हो सकती है? हम सभी लोग इस घटना का विरोध करते हैं और सांसद से मांग करते हैं कि वे ढाका की जनता से माफी मांगें.

डाॅ. मोहम्मद अमजद आजाद के दरवाजे पर इकट्ठे हुए अनेक लोगों ने भी यही बातें दोहराई. इनमें बच्चों से लेकर 90 वर्ष तक के बुजुर्ग शामिल थे. उनलोगों ने सामाजिक सद्भाव और आपसी भाईचारा को कायम रखने के लिए भाकपा(माले) की इस पहल का भरपूर स्वागत किया.

अंत में टीम में शामिल नेताओं ने स्थानीय पार्टी नेता का. जगदीश सिंह के आवास पर आयोजित संवादाता सम्मेलन  को संबोधित किया. प्रेस को संबोधित करते हुए का. वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि सांसद महोदया का यह बयान संविधान और देश की एकता व अखंडता के खिलाफ है. यह ढाका की जनता का अपमान है. उनके खिलाफ देशद्रोह की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए और उनकी लोकसभा सदस्यता खारिज होनी चाहिए. उन्होंने बिहार की महागठबंधन सरकार और प्रशासन से मांग किया कि किसी भी सूरत में जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन नहीं होना चाहिए. यदि सांसद ने गलत व आपत्तिजनक बयान दिया है तो उसका विरोध करना जनता का संविधान सम्मत लोकतांत्रिक अधिकार है. यदि 4 दिसंबर 2022 को यहां के लोग जुलूस, प्रदर्शन या पुतला दहन के माध्यम से सांसद के वक्तव्य का विरोध करना चाहते थे तो उसको नही रोकना चाहिए था और अगर भाजपा-आरएसएस के लोग उसमे व्यवधान डालना चाहते थे तो उनपर कार्रवाई करनी चाहए थी.

उन्होंने कहा कि प्रशासन ने देश के संविधान और एकता-अखंडता की रक्षा में खड़े लोगों के खिलाफ ही पुलिस-फौज उतार कर सांप्रदायिक फासिस्ट व नफरती ताकतों का मनोबल को बढ़ाने का काम किया है.

उन्होंने ढाका के आम नागरिकों के अपील किया कि वे  आपस में सांप्रदायिक सद्भाव कायम रखें और लोकतांत्रिक तरीके से समाज व सत्ता पर काबिज फासीवादी, नफरत पॅैलाने वाली व देश विरोधी ताकतों को उखाड़ फेंकने के लिए संघर्ष तेज करें.