वर्ष - 31
अंक - 33
19-08-2022

भाकपा(माले) का 13वां नालंदा जिला सम्मेलन इसलामपुर के का. रामजतन शर्मा-पवन शर्मा नगर में 30-31 जुलाई को का. आरती देवी सभागार में संपन्न हुआ. सभागार के मंच का नाम का. उपेंद्र पासवान और रामजी चौधरी मंच रखा गया था. वरिष्ठ कामरेड हाशिम अख्तर द्वारा झंडोत्तोलन कर सभी दिवंगत साथियों को श्रद्धांजलि और क्रांतिकारी गीतों के साथ सम्मेलन शुरू हुआ. सम्मेलन में कुल 118 प्रतिनिधि और 19 अतिथियों ने भागीदारी की. सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए माले के घोषी के विधायक रामबली सिंह यादव ने कहा कि नालंदा जिला सम्मेलन ऐसे दौर में हो रहा है जब देशभर में फासीवाद अपने पांव पसार रहा है और हमारा फर्ज बनता है कि हम इसके खिलाफ संघर्षों को व्यापक बनाएं और उसे तेज करें.

उन्होंने कहा कि 2014 में सत्ता में आने से पहले एनडीए के नेताओं ने 2 करोड़ प्रति वर्ष रोजगार देने की वादे किए थे, पर सत्ता में आते ही वे अपने सभी वादों से मुकर गए. उल्टे, ये रोजगार के तमाम साधनों को निजी हाथों में बेच रहे हैं और रोजगार मांगते युवाओं पर लाठीचार्ज करवाते हैं. शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तीकरण और रोजगार व मंहगाई पर भाजपा सरकार बात नहीं करना चाहती है. जब विधानसभा में भाकपा(माले) के विधायक राज्य के मुख्य मुद्दों पर बात करना चाहते हैं, तब उन्हें मार्शल के जरिये  सदन से बाहर कर दिया जाता है जो सीधा लोकतंत्र और संविधान पर हमला है.

सम्मेलन की मुख्य अतिथि भाकपा(माले) की केन्द्रीय कमेटी सदस्य शशि यादव ने कहा कि हमें इस सम्मेलन में फासीवाद को जड़ से खत्म करने का संकल्प लेना है. उन्होंने कहा कि जबसे भाजपा सत्ता में आई है तबसे देश की गंगा-जामुनी तहजीब को तहस नहस कर पूरे देश में आरजकता का महौल बनाया जा रहा है. देशभर में बुलडोजर चलवाया जा रहा है. बिहार में भाजपा-जदयू के शासन में यह राज्य प्रति व्यक्ति आय, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, रोजगार आदि सभी मानदंडों पर रसातल में पहुंच गया है.

सम्मेलन में पार्टी के मगध जोन के प्रभारी पोलितब्यूरो सदस्य का. अमर ने कहा कि इस देश और राज्य की सरकारें अमन के माहौल को बर्बाद करने पर तुली हुई हैं. वे देश में नफरत का राज कायम करके देश पर हिंदुत्व थोपना चाहती हैं. देश के बुनियादी सवालों को हल करने के बजाय भाजपाई लोग पटना के फुलवारीशरीफ जैसी ऐतिहासिक जगह और पूरे मुस्लिम समुदाय को बदनाम करने में जुटी हुई है. उन्होंने पार्टी को राजनीतिक, वैचारिक और सांगठनिक रूप से मजबूत करने तथा खेग्रामस, किसान महासभा, महिला संगठन और इनौस जैसे जनसंगठनों को व्यापक जनता के बीच ले जाने का आह्वान किया.

उनके अलावा सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इकबाल जफर और अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया.

इसके बाद विदाई जिला कमेटी की तरफ से का. सुरेंद्र राम ने पार्टी के कामकाज की रिपोर्ट पेश की जिस पर दर्जनों प्रतिनिधियों ने दूसरे दिन तक बहस किया गया. फिर सम्मेलन ने सर्वसम्मति के साथ इसे पारित कर दिया गया. सम्मेलन के जरिये 23 सदस्यों की नई जिला कमेटी निर्वाचित की गई जिसने सर्वसम्मति से का. सुरेंद्र राम को पुनः जिला सचिव चुना. इस सम्मेलन में भाकपा(माले) के नवादा जिला सचिव का. नरेंद्र सिंह पर्यवेक्षक के बतौर उपस्थित थे. सम्मेलन के अंत में आगामी पार्टी महाधिवेशन को सफल बनाने समेत 8-सूत्र प्रस्ताव पारित किया गया.