वर्ष - 31
अंक - 48
02-12-2022

विगत 13 नवंबर 2022 को भाकपा(माले) की जम्मू जिले में भाकपा(माले) का पहला जिला सम्मेलन (स्थापना सम्मेलन) सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. सम्मेलन का खुला सत्र भाकपा(माले) के जम्मू और कश्मीर राज्य के संयोजक कामरेड निर्दाेष ऊप्पल के संबोधन के साथ शुरू हुआ,

कामरेड निर्दोष उप्पल ने मेहमानों और प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए जम्मू-कश्मीर में पार्टी के कामकाज की शुरुआत और देश तथा राज्य की मौजूदा स्थिति पर प्रकाश डाला. मौके पर मौजूद भाकपा(माले) केंद्रीय कमिटी के सदस्य कामरेड सुखदर्शन सिंह नत्त ने सम्मेलन की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी और देश व प्रदेश की वर्तमान परिस्थितियों में पार्टी की राजनीतिक समझ व पहलकदमियों के बारे में अपनी बातें रखीं.

सम्मेलन के अतिथि के रूप में मौजूद शुभम कौल ने घाटी के विस्थापित कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधि के रूप में कश्मीर मुद्दे पर भाजपा की कथनी और करनी में भारी अंतर की चर्चा करते हुए यह आशा व्यक्त की कि भाकपा(माले) की ओर से जम्मू-कश्मीर मुद्दे के न्यायोचित राजनीतिक समाधान के लिए आवाज बुलंद की. नेचर ह्यूमन सेंटर्ड लोक लहर के नेता कामरेड रूपचंद ने पार्टी द्वारा सामाजिक-आर्थिक मुद्दों के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे पर आवाज उठाने के लिए भाकपा(माले) की सराहना की और कहा कि पार्टी के साथ मिलकर काम करने की अच्छी संभावनाएं हैं. कुछ प्रमुख ट्रेड यूनियन नेताओं ने भी सम्मेलन को शुभकामनाएं दीं. सम्मेलन के केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में पार्टी केंद्रीय कमिटी के सदस्य और ऐक्टू के महासचिव कामरेड राजीव डिमरी भी सम्मेलन में उपस्थित थे.

दोपहर के भोजन के बाद शुरू हुए प्रतिनिधि सत्र में लगभग 40 पार्टी सदस्य शामिल थे. सम्मेलन की मसविदा राजनीतिक रिपोर्ट कामरेड सुभाष मेहता और संगठन की रिपोर्ट कामरेड सुनील साल्यान ने प्रस्तुत की. सांगठनिक रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक राज्य के सात जिलों में पार्टी का संगठन है और कुल 260 पार्टी सदस्य है. जम्मू जिले में 151, सांभा में 46, उधमपुर में 17, रियासी में 10, किश्तवाड़ में 9 और श्रीनगर में 24 पार्टी सदस्य हैं. कामरेड प्रेमचंद व कुछ अन्य श्रमिक साथियों ने रिपोर्ट के बारे में अपने सुझाव रखे और सवाल उठाए. स्पष्टीकरण देने के बाद प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से रिपोर्ट को मंजूरी दे दी. कामरेड राजीव डिमरी ने अपने संबोधन में पार्टी की विचारधारा, ‘फासीवाद को ध्वस्त करो’ के नारे व पटना में 15 से 20 फरवरी तक होने वाली 11वें पार्टी महाधिवेशन की चर्चा की और प्रत्येक पार्टी सदस्य के लिए निर्धारित महाधिवेशन कोष, पार्टी लेवी और सदस्यता नवीनीकरण के बारे में जानकारी दी.

अंत में, सम्मेलन ने सर्वसम्मति से 9 सदस्यीय जिला कमिटी का चुनाव किया जिसने अनुभवी ट्रेड यूनियन नेता कामरेड सुभाष मेहता को जिला सचिव चुना. सम्मेलन ने मजदूरों, किसानों, नौजवानों और आम जनता को लामबंद कर राज्य में कारपोरेट घरानों, साम्प्रदायिक फासीवाद और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष को तेज करने, जम्मू-कश्मीर को एक राज्य के रूप में पुनर्बहाल करने और एक चुनी हुई सरकार का गठन करने, राज्य में लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए संघर्ष करने, पूर्ण राजनीतिक व जनवादी अधिकारों की प्राप्ति के लिए सभी लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष दलों और संगठनों का एक सांझा मंच स्थापित करने के लिए प्रयास करने और प्रशासनिक, न्यायिक और चुनाव सुधारों के लिए आवाज उठाने से संबंधित कई प्रसताव भी पारित किए गए.

– सुखदर्शन सिंह नत्त