वर्ष - 32
अंक - 18
29-04-2023

ऑल इंडिया प्रोग्रेसिव वीमेन्स एसोसिएशन ;ऐपवाद्ध व भाकपा(माले) ने बीते 23 अप्रैल 2023 को भागलपुर के स्थानीय पेंशनर समाज भवन में ‘लोकतंत्र और महिला आंदोलन’ विषय पर सेमिनार अयोजित किया. कार्यक्रम की शुरुआत में ऐपवा की दिवंगत जिला अध्यक्ष व भाकपा(माले) की नगर कमिटी सदस्य कामरेड उषा शर्मा की दूसरी स्मृति दिवस पर उन्हें याद करते हुए उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी और मौके पर दो मिनट का मौन रखकर महिला व वाम-जनवादी आंदोलन के सभी शहीदों-दिवंगतों के प्रति सम्मान व्यक्त किया गया.

का. उषा शर्मा का संक्षिप्त जीवन परिचय देते हुए भाकपा;मालेद्ध राज्य कमिटी सदस्य व ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का. एसके शर्मा ने विषय प्रवेश किया. इसकी अध्यक्षता भाकपा(माले) के नगर प्रभारी व ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त व ऐपवा की जिला अध्यक्ष आशा देवी ने की.

मुख्य वक्ता ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव का. मीना तिवारी ने सेमिनार को संबोधित करते हुए केंद्र की फासीवादी मोदी सरकार के शासन में महिलाओं सहित तमाम मेहनतकश अवाम पर जारी चौतरफा हमले की तीखी निंदा की. उन्होंने कहा कि करीब नौ वषों का मोदी शासन सत्ता संरक्षित हिंसा-दमन व काॅरपोरेट लूट का काल बन गया है. मोदी सरकार के संरक्षण में सांप्रदायिक उन्माद-उत्पात की ताकतें देश के लोकतंत्र व संविधान को कुचल देने और मनुस्मृति के ब्राह्मणवादी-पितृसत्तात्मक मूल्यों को देश पर थोप देने की साजिशें रच रही है. इस घृणा-नफरत के खिलाफ लड़ने वालों को झूठे आरोपों में जेल भेजा जा रहा है.

उन्होंने आगे कहा कि बेतहाशा बढ़ती महंगाई का सर्वाधिक खामियाजा महिलाओं को ही भुगतना पड़ता है. सरकार द्वारा की जा रही न्यूनतम मजदूरी की लूट ने लाखों स्कीम वर्कर महिलाओं को परेशान कर रखा है. महिला उत्पीड़न की घटनाओं में तीव्र वृद्धि हुई है. घरेलू हिंसा व कार्यस्थल पर शोषण-उत्पीड़न में दिनोंदिन बढ़ोतरी होती जा रही है. सांप्रदायिक-पितृसत्तात्मक ताकतें खाने-पीने से लेकर पहनने-ओढ़ने की आजादी तक पर प्रतिबंध लगा रही है. बिहारशरीफ जैसी धार्मिक उन्माद-उत्पात की घटनाओं को अंजाम देने के जरिए भाजपा-आरएसएस सांप्रदायिक धु्रवीकरण की राजनीति कर रही है.

उन्होंने महिलाओं से एकजुटता बढ़ाने व संगठन को और अधिक मजबूत बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि लोकतंत्र बचाने के लिए देश भर में जनता का जुझारु प्रतिरोध संघर्ष जारी है. इन संघर्षों में महिलाएं अग्रिम पंक्ति में हैं.

सेमिनार को का. एसके शर्मा, मुकेश मुक्त, भाकपा(माले) नगर सचिव विष्णु कुमार मंडल, ऐपवा की जिला सचिव रेणु देवी, जिला उपाध्यक्ष मनोरमा देवी व बांका की ऐपवा नेत्री रेणु कुमारी आदि ने भी संबोधित किया.

सेमिनार में ऐपवा नेत्री कंचन देवी, स्मिता, नीतू देवी, रिंकू रानी, शिखा देवी व मीरा देवी, रसोइया संघ की नेता पूनम देवी, घरेलू कामगार यूनियन की नेता बुधनी उरांव, आदि सहित बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल र्हुइं.

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