वर्ष - 32
अंक - 21
20-05-2023

विगत 16 मई 2023 की रात्रि में, धर्मगुरू धीरेन्द्र शास्त्री द्वारा नौबतपुर में आयोजित कार्यक्रम स्थल से थोड़ी ही दूर स्थित उसी प्रखंड के सरासत गांव के पासवान टोला में, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को पहले तोड़ा गया और फिर उसे उखाड़ दिया गया. ग्रामीणों द्वारा आपसी सहयोग से विगत साल 14 अप्रैल को इस मूर्ति को स्थापित किया गया था.

फुलवारी विधायक का. गोपाल रविदास के नेतृत्व में आज एक टीम घटनास्थल पर पहुंची और पूरे मामले का जायजा लिया. ग्रामीणों ने बताया कि यह कार्रवाई रात के अंधेरे में हुई, पता नहीं चल सका कि किसने किया है. विधायक के कहने पर स्थानीय प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया है और मूर्ति पुनः स्थापित करने का आश्वासन भी दिया है.

ग्रामीणों से बात करते हुए विधायक गोपाल रविदास ने कहा कि बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर ने संविधान दिया जिसके मूल में समतामूलक समाज का निर्माण करना है. आज कुछ लोग हिंदू राष्ट्र की असंवैधानिक मांग कर रहे हैं जो कि गैर बराबरी पर आधारित है. हम इसे कभी स्वीकार नहीं कर सकते हैं. डाॅ. अम्बेडकर एक विचार हैं जिसे मिटाना नामुमकिन है. उन्होंने मांग की कि इस मामले में राज्य सरकार पहल करे और दोषियों को गिरफ्तार करते हुए मूर्ति की पुनःस्थापना की जाए.

विदित हो कि नौबतपुर के तरेत पाली में तथाकथित बाबा बागेश्वर के मंच से हिंदू राष्ट्र की असंवैधानिक मांग उठाई गई. धर्म के नाम पर भाजपा की नफरती राजनीति को बढ़ावा देने वाले ऐसे वक्तव्यों के बाद ही अंबेडकर की मूर्ति को तोड़ डालने की घटना घटित हुई है. अतः इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि बाबा बागेश्वर के प्रवचन के बाद उन्माद में आकर असामाजिक तत्वों ने ऐसी कार्रवाई को अंजाम दिया है.

टीम के सदस्यों में अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला सचिव कृपा नारायण सिंह, ऐक्टू नेता पप्पू शर्मा, किसान महासभा के प्रखंड अध्यक्ष मधेश्वर शर्मा और सचिव अशोक यादव, भाकपा(माले) जिला कार्यालय सचिव  ललन शर्मा और आरवाईए नेता महेश यादव  शामिल थे.

– कमलेश कुमार