वर्ष - 32
अंक - 21
20-05-2023

लखनऊ विश्वविद्यालय पुस्तकालय में छात्रों को आ रही तमाम समस्याओं को लेकर आइसा द्वारा एक सप्ताह तक हस्ताक्षर अभियान चलाकर 11 मई 2023 को पुस्तकालय गेट पर धरना-प्रदर्शन किया गया. उस समय प्रशासन द्वारा सभी मांगों को स्वीकार कर उन पर कार्यवाही करने का आश्वासन तो दिया गया. लेकिन अब विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सभी आइसा नेताओं को एक-एक कर ‘कारण बताओ नोटिस’ देकर 3 दिनों के भीतर प्राॅक्टर ऑफिस में जवाब देने को कहा गया. देर से नोटिस मिलने के कारण आइसा नेता निखिल ने समय पर उसका जवाब नहीं दिया तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपना तानाशाही फरमान जारी कर जांच पूरी होने तक उनका विश्वविद्यालय से निलंबित करते हुए उनके छात्रावास आवंटन को निरस्त कर दिया है. एक अन्य आइसा नेता हर्ष को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी कर 2 दिन में स्पष्टीकरण देने को कहा गया था और उन्होंने समय सीमा के अंतर्गत प्रशासन को जवाब भी दे दिया था फिर भी उनको छात्रवास खाली करने की धमकी दी जा रही है. निलंबन वापसी व छात्रवास आवंटन की पुनर्बहाली को लेकर सभी आइसा कार्यकर्ता व छात्र छात्रावास गेट पर ही अनशन पर बैठ गए हैं.