वर्ष - 32
अंक - 32
05-08-2023

बेगूसराय (बिहार) के बछवाड़ा थानातंर्गत चमथा पंचायत के छोटखूट गांव में चतुर्थ वर्ग की 10 वर्षीय छात्रा के साथ गैंगरेप व हत्या की घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को भाजपा का संरक्षण है. जिस प्रकार से भाजपा ने पूरे मणिपुर को हिंसा की आग में झोंक दिया है, उसी प्रकार वह बिहार और खासकर बेगूसराय को हिंसा की आग में झोंक देना चाहती है.

बेगूसराय गैंगरेप व हत्या की घटना की भाकपा(माले) के जिला सचिव दिवाकर प्रसाद के नेतृत्व में एक जांच दल ने जांच की. उन्होंने बताया कि मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना से जुड़े अपराधियों का संबंध भाजपा से है. इसीलिए उसके स्थानीय विधायक व सांसद अब तक पीड़ित परिवार से मिलने तक नहीं पहुंचे हैं. उलटे वे अपराधियों को बचाने की कोशिश की जा रही है.

क्रूरता की सारी हदों को पार करते हुए घटना के साक्ष्य को मिटाने के लिए बच्ची की लाश को घर में ही गड्ढा खोदकर दफनाने की कोशिश की गई.

अपराधियों के शाही भवन में बैठकर चाय की चुस्की लेते हुए भाजपा विधायक प्रशासन को दिशाहीन करने की कोशिश करते रहे, लेकिन स्थानीय ग्रामीणों एवं नौजवानों की तत्परता और पुलिस अधीक्षक की त्वरित कार्रवाई ने अपराधियों की योजना को विफल कर दिया. नामजद अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जो सराहनीय है.

कुछ दिन पहले भी तेघड़ा थानांतर्गत पकठौल गांव में संगीत सीखने के क्रम में घर में घुसकर भाजपाई गुण्डों ने एक लड़की को नंगा कर बर्बर तरीके से पीटा था और उसका वीडियो बनाकर वायरल किया था. इसके बाद भाजपा विधायक दल के नेता विजय सिन्हा ने सरकार को बदनाम करने और राज्य में अस्थिरता पैदा करने वाले बयान दिए थे.

भाकपा(माले) जांच दल ने मांग की है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जिला प्रशासन उपरोक्त घटना में संलिप्त भाजपा संरक्षित अपराधियों को स्पीडी ट्रायल कोर्ट से कड़ी सजा दिलवाए. जांच दल ने पीड़ित परिजन को 20 लाख रूपए मुआवजा देने और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने की भी मांग की है.

भाजपा द्वारा बेगूसराय को लगातार बदनाम करने और आपराधिक घटनाओं को उसके द्वारा दिए जा रहे संरक्षण के खिलाफ भाकपा(माले) ने 1 अगस्त को चन्द्रदेव वर्मा, बैजू सिंह, राजेश श्रीवास्तव, दीपक सिन्हा, सुभाष सिंह, रंजीत चौधरी आदि के नेतृत्व में प्रतिवाद कार्यक्रम किया.