वर्ष - 32
अंक - 32
05-08-2023

29 जुलाई 2023 को मुजफ्फरपुर जिले के देवरिया थाना हाजत में पुलिस की बर्बर पिटाई से 18 वर्षीय मो. गोलू की मौत हो गई. दो अन्य युवकों, मो. इम्तियाज और मो. नौशाद को, पुलिस ने पीट-पीट कर अधमरा कर दिया.

भाकपा(माले) के मुजफ्फरपुर जिला सचिव कृष्णमोहन ने सीएसपी लूटकांड पर ही संदेह व्यक्त किया है और उसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने कहा है कि यदि लूट कांड सही भी हो और गिरफ्तार तीनों नौजवान उसमें संलिप्त भी हों तो भी पुलिस हाजत में बर्बर पिटाई और हत्या कर देने का अधिकार पुलिस को किस कानून ने दे दिया है? पुलिस की यह बर्बर और आपराधिक कार्रवाई कहीं से भी स्वीकार्य नहीं हो सकती. उन्होंने कहा कि दोषी थानेदार को केवल निलंबित नहीं करने से काम नहीं चलेगा बल्कि उसको बर्खास्त करना होगा.

दोषियों की सजा के लिए प्रतिवाद मार्च
देवरिया कोठी थाना के हाजत में पुलिस की बर्बरता से शराफत की मौत तथा इम्तियाज और नौशाद को पीट-पीट कर अधमरा करने के खिलाफ भाकपा(माले) और इंसाफ मंच ने 3 अगस्त 2023 मुजफ्फरपुर शहर में प्रतिवाद मार्च निकाला. प्रतिवाद मार्च हरिसभा चौक स्थित पार्टी कार्यालय से नारे लगाते हुए निकला गया जो विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए कल्याणी चौक पहुंचा. इस दौरान संदेहास्पद सीएसपी लूटकांड में गिरतार तीन नौजवानों पर देवरिया कोठी थाना में पुलिस अधिकारियों द्वारा ढाई गई बर्बरता जिसमें एक की मौत तथा दो को अधमरा करने के मामले की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच कराने की मांग सरकार से की गई. यह भी मांग की गई कि इसके लिए जिम्मेवार उस क्षेत्रा के एसडीपीओ चंदन कुमार तथा थानेदार विनय कुमार सिंह पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए तथा नौकरी से बर्खास्त किया जाए. मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी तथा 25 लाख रूपये का मुआवजा देने के मांग के साथ ही घायल दो नौजवानों को 10-10 लाख रूपये का मुआवजा देने तथा उनके बेहतर इलाज की की गारंटी करने और संदेहास्पद लूटकांड के मामले की जांच कराने की मांग भी राज्य सरकार से की गई.

प्रतिवाद मार्च में भाकपा(माले) राज्य कमिटी सदस्य सह नगर कमिटी सचिव सूरज कुमार सिंह, जिला कमिटी सदस्य वीरबहादुर सहनी, इंसाफ मंच के जिला अध्यक्ष फहद जमां, रेयाज खान, खुर्शीदा खातुन, शायरा खातुन, नजमा खातुन, शहनाज बेगम, रुखसाना खातुन, नूर मोहम्मद, मो. तजु, आफिया, गजाला परवीन, माहिरा परवीन, भाकपा(माल) नगर कमिटी सदस्य विजय गुप्ता, विनय वर्मा, धनंजय कुमार और आरवाइए नेता मयंक कुमार सहित अन्य शामिल थे.

प्रतिवाद मार्च को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) व इंसाफ मंच के नेताओं ने कहा कि देवरिया कोठी थाना हाजत हत्याकांड में जिला प्रशासन केवल थाने के पुलिसकर्मियों का तबादला कर मामले को टालने में लगा हुआ है. इस मामले में मुख्य दोषी एसडीपीओ चंदन कुमार को बचाया जा रहा है. पुलिस-प्रशासन के इसी तरह के चलताऊ तौर-तरीकों के कारण निर्दाेष लोगों को झूठे फंसाया जाता है तथा दोषियों को बचाया जाता है.

इस दौरान शहर सहित जिले में बढ़ रही आपराधिक गतिविधियों, हत्या व छिनतई के लिए पुलिस के तौर-तरीकों को कठघरे में खड़ा किया गया. यह भी आरोप लगाया गया कि पुलिस-प्रशासन कई मामलों में बड़े अपराधियों व माफियाओं को संरक्षण देने में लगा रहता है. आपराधिक गतिविधियों के कारण आमलोग काफी परेशान हैं. मुजफ्फरपुर शहर माफियाओं और अपराधियों का ठिकाना बन गया है जो चिंता का विषय है. इस मामले में सरकार को सख्त कारवाई करनी चाहिए.

30 जुलाई 2023 को भाकपा(माले) और इंसाफ मंच नेताओं की एक टीम ने देवरिया पहुंच कर हाजत में हुई मौत और बर्बर पिटाई के शिकार युवकों के गांव लखनौरी और मुहब्बतपुर का दौरा किया. टीम में भाकपा(माले) राज्य कमिटी सदस्य सूरज कुमार सिंह, जिला कमिटी सदस्य वीरबहादुर सहनी, इंसाफ मंच के असलम रहमानी, फहद जमां तथा कुछ अधिवक्ता भी शामिल थे.

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