वर्ष - 32
अंक - 38
15-09-2023
हेवी इंजीनियरिंग काॅरपोरेशन (एचईसी) को बेचने नहीं देगें

इंडिया गठबन्धन में शामिल दलों और एचईसी संयुक्त मजदूर मोर्चा के तत्वाधान में 14 सितंबर को रांची स्थित राजभवन के समक्ष विशाल आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया गया. हेवी इंजीनियरिंग काॅरपोरेशन के हजारों मजदूर एचईसी को बचाने को लिए 21 सितंबर 2023 को जंतर मंतर पर प्रदर्शन करेगें.

प्रदर्शन के बाद हुई सभा की अध्यक्षता झारखंड मुक्ति मोर्चा के मुस्ताक आलम, भाकपा(माले) के भुवनेश्वर केवट, सीपीआई के अजय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया.

एचईसी बचाओ सभा को मुख्य रूप से संबोधित करते हुए माले केंद्रीय कमिटी के सदस्य सह ऐक्टू के प्रदेश महासचिव शुभेंदु सेन ने कहा कि मोदी सरकार को मजदूरों की नहीं, बल्कि अडानी अंबानी के हितों की चिंता है. देश के संसाधनों रेल, इण्डियन एअरलाइंस,  हवाई अड्डे, बंदरगाहों को कौड़ी के भाव निजी कंपनियों के हाथों बेचा जा रहा है. आर्थिक संपदाओं को बेचना देशभक्ति नहीं बल्कि देश के साथ गद्दारी है और इस बार 2024 में जनता से विश्वासघात और गद्दारी की कीमत मोदी सरकार को चुकानी पड़ेगी. देश को बचाने के लिए किसानों-मजदूरों के आन्दोलन के साथ आगे बढ़ना होगा. तभी लोकतंत्र और संविधान को बचाया जा सकता है.

सभा को इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक, सीपीएम के समीर दास, आम आदमी पार्टी के डा. अविनाश, तृणमूल कांग्रेस पार्टी के खिलमंद टोप्पो, राष्ट्रीय जनता दल की अनीता यादव, रंजन यादव ने प्रदर्शनकारी मजूदरों को संबोधित करते हुए कहा कि देश को बचाने के लिए इंडिय गठबंधन आगे आया है.

देश में मोदी सरकार को हटाकर इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी, राज्य में और केंद्र में अपनी सरकार होगी तो कारखाना को बचाया जा सकता है और मजदूरों को बकाया मजदूरी का भुगतान भी होगा. केंद्र की मोदी सरकार लगातार सार्वजनिक कल-कारखानों को बेचने पर आमादा है. हेवी इंजीनियरिंग काॅरपोरेशन के मजदूरों को एकजुट होकर के लंबी लड़ाई लड़नी पड़ेगी. तभी कारखाना को बचाया जा सकता है.

देश में मोदी की सरकार धर्म के नाम पर लोगों को बांटकर सत्तासीन रहना चाहती है. देश को बचाने के लिए सबको मिलजुल करके इंडिया गठबंधन को मजबूत बनाना होगा. सभा में हटिया के सभी श्रमिक यूनियन के पदाधिकारियों ने भाग लिया.

देश को चन्द्रयान-3 का लाॅचिंग पैड बनाने का गौरव एचईसी के इंजीनियरों और मजदूरों को ही जाता है. लेकिन इन एचईसी कर्मियों को विगत 18 महीने से तनख्वाह नहीं दिया जा रहा है. यह सब जानबूझ कर किया जा रहा है ताकि कम्पनी घाटे में जाये और इसे अपने मित्रों अडानी व अम्बानी को बेचा जा सके. एचईसी को बचाने के लिए इंडिया गठबंधन आगे भी लड़ाई जारी रखेगा.

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