वर्ष - 32
अंक - 36
02-09-2023

‘शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार, हर महिला का है अधिकार’ के नारे तथा धार्मिक, सांप्रदायिक व नृजातीय हिंसा के खिलाफ महिला एकजुटता और आजादी को बुलंद करते हुए भाजपा-आरएसएस को परास्त करने के संकल्प के साथ आगामी 30 सितंबर-1 अक्तूबर, 2023 को नई दिल्ली में आयोजित हो रहे ऐपवा के 9वें राष्ट्रीय सम्मेलन की तैयारी में पूरे देश भर में तेज हो गई हैं. जगह-जगह ऐपवा की सदस्यता भर्ती का अभियान चलाने के साथ ही कई जिलों में सम्मेलन भी आयोजित हुए हैं और ऐपवा संगठन का निर्माण व पुनर्गठन भी हो रहा है.

पूर्वी चंपारण में बैठक कर संयोजन समिति गठित हुई

इसी सिलसिले में विगत 30अगस्त, 2023 को बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में ऐपवा की एक जिलास्तरीय बैठक आयोजित हुई. जिला मुख्यालय मोतिहारी में ऐपवा की जिला संयोजक शबनम खातून की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक के जरिए एक 7 सदस्यीय जिला संयोजन समिति का गठन किया गया. संयोजन समिति में देवंती देवी, सिंधु देवी, सलैकुन निशां, हसीना खातून, रीता देवी, बेबी खातून के नाम शामिल हैं. बैठक को महिला नेताओं के साथ ही भाकपा(माले) राज्य कमिटी के सदस्य विष्णुदेव प्रसाद यादव, ऐक्टू नेता भैरव दयाल सिंह और अशोक कुशवाहा ने भी संबोधित किया. जिले में 2000 सदस्य बनाने और राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए कोष संग्रह करने का निर्णय भी लिया गया.

गाजीपुर व देवरिया (उत्तर प्रदेश) में  जिला सम्मेलन

27 अगस्त 2023 को शुभम पैलेस, खजूरिया वंधवा, गाजीपुर में ऐपवा का चौथा जिला सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. सम्मेलन से पूर्व प्रदेश सचिव कुसुम वर्मा के नेतृत्व में महिला अधिकार मार्च निकाला गया.

इस मौके पर का. कुसम वर्मा ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार में महिलाओं को न्याय नहीं मिल रहा है बल्कि नफरत, हिंसा और दमन महिलाओं के हिस्से आ रहा है. प्रदेश की राजनीति का प्रतीक भाजपा का बुलडोजर नहीं बल्कि संविधान होगा जहां महिलाओं को न्याय और आजादी मिलेगी और जहां नफरत और सांप्रदायिक राजनीति की कोई जागह नहीं होगी.

सम्मेलन को संबोधित करते हुए किसान महासभा के राष्ट्रीय नेता और भाकपा(माले) केंद्रीय कमेटी के सदस्य ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि अपने 6 महीने के कार्यकाल के कसीदे गढ़ते हुए मुख्यमंत्री योगी खुद एनसीआरबी के सरकारी आंकड़ों को नकारते हुए उत्तरप्रदेश में विकास और कानून व्यवस्था का रिपोर्ट कार्ड जारी कर रहे हैं और अपराध पर काबू पाने; महिलाओं पर हिंसा, हत्या, बलात्कार पर रोक लगाने और हर महिला को सुरक्षा देने के बजाय यह कहकर अपनी पीठ थपथपा रहे है कि यूपी पुलिस अपराधियों को 24 घंटे में गिरफ्तार कर ले रही है. जबकि सच तो यह है कि हाथरस की दलित लड़की को आज तक न्याय नहीं मिला. लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, बदायूं, मुरादाबाद आदि जिलों में महिला हिंसा की शर्मनाक घटनाएं दिखा रही हैं कि प्रदेश में अपराधियों व बलात्कारियों के मंसूबे बढ़े हुए और उन्हें कानून का कोई भय नहीं है.

सम्मेलन को ऐपवा की चंद्रावती, केवला, हंसा, रिंकु बिंद, मंजू गोंड, श्यामप्यारी देवी, शान्ति देवी, निर्मला आदि ने संबोधित किया. सम्मेलन का संचालन सरोज ने किया. इस अवसर पर विभा वाही व कुसुम वर्मा ने जनवादी गीतों की प्रस्तुति भी दी. सम्मेलन से ऐपवा की 15 सदस्यीय जिला कमेटी का चुनाव किया गया. सर्वसम्मति चंद्रावती बिंद को जिला अध्यक्ष और हंसा देवी को जिला सचिव चुनाव गया.

इससे पहले 25 अगस्त 2023 को देवरिया के नागरी प्रचारिणी सभागार में ऐपवा का 8वां जिला सम्मेलन संपन्न हुआ. सम्मेलन को ऐपवा प्रदेश अध्यक्ष का. कृष्णा अधिकारी ने मुख्य वक्ता के बतौर संबोधित किया.

पूरनपुर में प्रखंडस्तरीय बैठक, संयोजन समिति बनी

28 अगस्त को पीलीभीत जिले के पूरनपुर में ऐपवा की प्रदेश अध्यक्ष का. कृष्णा अधिकारी की मौजूदगी में बैठक आयोजित कर 13 सदस्यीय संयोजन समिति बनाई गई और नसीम जहां को ऐपवा का जिला संयोजक बनाया गया.

अरवल (बिहार) में कैडर कन्वेंशन

1 सितंबर को अरवल स्थित अंबेडकर वाचनालय में ऐपवा का जिलास्तरीय कैडर कन्वेंशन आयोजित हुआ. कन्वेंशन को ऐपवा की प्रदेश सचिव अनिता सिन्हा समेत लीला वर्मा, संध्या कुमारी, जमीला खतून आदि ऐपवा नेत्रियों ने संबोधित करते राष्ट्रीय सम्मेलन तैयारी और सदस्यता अभियान को तेज करने का आह्वान किया. 

तेज हुआ सदस्यता अभियान

विगत दिनों पूरे देश में ऐपवा का सदस्यता अभियान तेज हुआ है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के छठा मील स्थित मुस्लिम कालोनी में ऐपवा नेत्री सरोजिनी विष्ट, बनारस में विभा वाही तथा बिहार के गया में रीता वर्णवाल के नेतृत्व में सदस्यता भर्ती का जोरदार अभियान चलाया गया है.

9th-national-conference -of-aipwa

 

 

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