वर्ष - 28
अंक - 44
19-10-2019

जल जमाव (बाढ़) से तबाह और बर्बाद हुए पटना के हजारों दलित, गरीब, झुग्गीवासियों ने दलित गरीब बस्तियों में स्वास्थ्य शिविर लगाने, कीटनाशक का छिड़काव करने, गरीब-दलित टोलों में टैंकर से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने, शहरी आवास योजना के योग्य गरीबों को इसका लाभ देने तथा वर्षा के कारण अबतक सर्वाधिक मुसीबत से जूझ रहे जल्ला क्षेत्र के किसानों, कुर्जी बिंदटोली के गरीबों व रानीपुर पैजाबा के गरीबों को राहत देने आदि मांगों पर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन निकाला.

बाढ़ पीड़ित गांधी मैदान के गेट नंबर 10 के पास जमा हुए और वहां से प्रदर्शन निकालकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे. प्रदर्शनकारी डबल इंजन वाली नीतीश मोदी सरकार शर्म करो, गरीबों के लिये 50 किलो अनाज और 6 हजार रु. मुआवजा का प्रबंध करो, सभी गरीब टोलों में मुफ्त चिकित्सा शिविर का प्रबंध करो, जिलाधिकारी होश में आओ, गरीबों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराओ, बोल गरीबों हल्ला बोल, कुशासन सरकार पर हल्ला बोल, सभी गरीबों एक हो आदि का नारा लगा रहे थे.

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प्रदर्शन का नेतृत्व माले केंद्रीय कमिटी सदस्य व पटना नगर सचिव अभ्युदय, राज्य कमिटी सदस्य रणविजय कुमार व रामबली प्रसाद, नगर कमिटी के सदस्य जितेंद्र कुमार, शम्भूनाथ मेहता, मुर्तजा अली, अनय मेहता, नसीम अंसारी, अशोक कुमार, पन्ना लाल सिंह व अनुराधा देवी आदि नेताओं ने किया. नेताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में हुई आम सभा को संबोधित करते हुए नीतीश-मोदी सरकार पर गरीबों की अनदेखी करने का आरोप लगाया और कहा कि दलित-गरीब झुग्गीवासियों को राहत का लाभ नहीं मिल पा रहा है.

जिलाधिकारी ने आठ सदस्यीय शिष्टमंडल से मुलाकात कर तमाम मांगों पर वार्ता किया. माले नेताओं ने पानी से घिरे जल्ला क्षेत्रा के 6 पंचायतों से पानी निकासी कराने (ताकि कार्तिक माह से दूसरे फसल का पैदावार हो सके), तीन तरफ कटाव में बसे कुर्जी बिंदटोली के गरीबों के लिये रास्ता का निर्माण करने व 300 पशुओं को चारा उपलब्ध कराने तथा पटना सिटी स्थित रानीपुर पैजाबा के गरीबों जिनके घर वर्षा से ढह गए है उन्हें राहत देने की भी मांग की. जिलाधिकारी द्वारा गरीबों को 50 किलो अनाज और 6 हजार रुपया मुआवजा की मांग को सरकार के समक्ष पेश करने, प्रदर्शनकारियों द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची के मुताबिक गरीबों के 22 टोलों में स्वास्थ्य शिविर लगाने, कीटनाशक का छिड़काव कराने तथा टैंकर से पेयजल उपलब्ध कराने का आश्वासन मिलने के बाद घेराव खतम किया गया.

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