वर्ष - 29
अंक - 6
01-02-2020

सीएए-एनआरसी व एनपीआर की असलियत को घर-घर जाकर समझाने का माले महासचिव ने किया आह्वान

25 फरवरी को पटना में होगा ऐतिहासिक विधानसभा मार्च

31 जनवरी 2020 को पटना के भारतीय नृत्य कला मंदिर के मुक्ताकाश मंच में भाकपा(माले) व इंसाफ मंच की ओर से सीएए, एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ बिहार विधानसभा से प्रस्ताव पारित करवाने की मांग पर एक विशाल जन सम्मेलन आयोजित किया गयासम्मेलन में पूरे राज्य से पार्टी कार्यकर्ता आए थे और साथ ही, जगह-जगह चलाए जा रहे धरनों से भी प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए.

सम्मेलन को संबोधित करते हुए माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि अपने नागरिकों को अवैध मानने वाली सरकार ही अवैध है, और सबसे पहले उसे ही अपनी गद्दी छोड़नी चाहिए. ये काले कानून न केवल अल्पसंख्यकों के खिलाफ हैं बल्कि गरीबों, मजदूरों, किसानों व देश की व्यापक जनता के भी खिलाफ है. अब समय आ गया है कि सीएए, एनआरसी, एनपीआर के जाल और बेरोजगारी व आर्थिक मंदी, तथा संसाधनों के निजीकरण के खिलाफ हमें व्यापक लड़ाई छेड़ देनी है. देश के गांव-कस्बों को शाहीन बाग बना देना है और भाजपा-आरएसएस के झूठ का पर्दाफाश करना है.

insa

[समयाभाव के कारण हम सम्मेलन की पूरी रिपोर्ट अभी नहीं दे पा रहे हैं. अगले अंक में इस सम्मेलन की संपूर्ण रिपोर्ट दी जाएगी – संपादक]