वर्ष - 29
अंक - 39
19-09-2020

15 सितंबर 2020 को भोजपुर के लासाड़ी में 1942 के शहीदों की याद में शहीद मेला आयोजित किया गया. मेले में भारी संख्या में क्षेत्र के किसान-मजदूर, महिला व छात्र-नौजवान शामिल हुए. इस मौके पर जिला सचिव का. जवाहरलाल सिंह द्वारा झंडोतोलन किया गया. जिले के वरिष्ठ पार्टी नेताओं – जिला सचिव का. जवाहरलाल सिंह, विधायक सुदामा प्रसाद, पूर्व विधायक चंद्रदीप सिंह, राजू यादव, मनोज मंजिल, क्यामुद्दीन अंसारी, रघुवर पासवान, नवीन कुमार, उपेंद्र भारती और के राष्ट्रीय महासचिव नीरज कुमार ने स्मारक व मूर्तियों पर माल्यार्पण किया.

जनकवि निर्माेही ने शहीद गीत गायन के बाद संकल्प सभा शुरु हुई. सभा की अध्यक्षता उपेंद्र सिंह और संचालन मनोज मंजिल ने की. सभा को संबोधित करते हुए नेताओं ने जिला प्रशासन पर राजकीय समारोह के नाम पर शहीदों का अपमान करने का आरोप लगाया. कहा कि वे इन शहीदों के नाम को इतिहास के पन्नों से निकाल कर बाहर लाने वाले कामरेड रामनरेश राम का नाम तक नहीं लेते हैं.

नेताओं ने कहा कि प्रशासन ने लाॅकडाउन के नाम पर शहीद मेले को रोकने की कोशिश की. लेकिन खुद यहां सरकारी आयोजन किया. केन्द्र की मोदी सरकार लाॅकडाउन को देश की संपत्तियों व संसाधनों को अडानी-अंबानी के हाथों बेच डालने के अवसर के रूप में देख रही है और जिला प्रशासन इसे जिले की क्रांतिकारी विरासत को जनता के हाथों से हड़पने के मौके के रूप में.

नेताओं ने कहा कि आज देश मे संविधान और लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है. दिल्ली दंगों को खुले रूप में भड़काने वाले कपिल मिश्रा व अनुराग ठाकुर को खुली छुट मिली हुई है जबकि दंगों का विरोध करनेवाले पत्रकारों, बुद्धिजीवियों व छात्रों को काले कानूनों के तहत फंसा कर जेल में डालने की साजिश रची जा रही है. भोजपुर की मेहनतकश जनता-छात्र-नौजवानों, मजदूर-किसानों व महिलाओं – ने गोरे अंग्रेजों को भगाया है और आज उनके चाटूकार-दलालों संघी व भाजपाई फासिस्ट ताकतों को देश से भगाने का संकल्प ले रहे हैं. आने वाले विधानसभा चुनाव में इन फासिस्ट ताकतों, रोजगार विरोधी, आरक्षण विरोधी, जन विरोधी ताकतों को उखाड़ फेंकना ही कामरेड राम नरेश राम व 1942 के इन शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

 

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