वर्ष - 32
अंक - 19
06-05-2023

विगत 24 अप्रैल 2023 को भाकपा(माले) महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य पलामू आये. उन्होंने सबसे पहले मनिका विधानसभा स्थित जोगना टांड 1857 के क्रांति नायक नीलांबर-पीतांबर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके पूर्व सीपीआई नेता प्रमोद साहू के नेतृत्व में चंदवा के गांधी चौक पर महासचिव का स्वागत किया गया.

इसके बाद मनिका प्रखंड के पंचफेड़ी चौक पर उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया. पांकी विधानसभा क्षेत्रा स्तरीय  जन कन्वेशन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा नीलांबर-पीतांबर को याद करने का मतलब 1857 की क्रांति को याद करना है जिसमें अंग्रेजों के खिलाफ हिंदू-मुस्लिम मिलकर लड़े थे. लेकिन आज देश में नफरत का माहौल बनाया जा रहा है. देश में त्यौहारों को खुशी का नहीं, भय का प्रतीक बनाया जा रहा है. रामनवमी के मौके पर बिहार शरीफ व सासाराम (बिहार) और पांकी व जमशेदपुर (झारखंड) जैसे कई जगहों पर लोगों को नफरत की आग में झोंकने की साजिश हुई.

उन्होंने कहा कि खेती-किसानी चैपट है और बेरोजगारी से राज्य और देश तबाह है. छात्र-नौजवान रोजगार के सवाल पर केंद्र और राज्य सरकारों को लगातार घेर रहे हैं. मोदी सरकार द्वारा आरक्षण पर लगातार हमलों सेे आदिवासी-दलित-पिछड़ों का गुस्सा स्वाभाविक है. ऐतिहासिक किसान आंदोलन की वजह से मोदी सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा करनी पड़ी थी. उसने वादा किया था कि न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून बनाया जाएगा. लेकिन यह भी 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की घोषणा की तरह झूठा साबित हुआ. दो करोड़ रोजगार का वादा भी जुमला ही निकला. मोदी सरकार ग्रामीण गरीबों के रोजगार की गारंटी करने वाले कानून मनरेगा को कदम ब कदम खत्म कर रही है. उसने मनरेगा के लिए न्यूनतम मजदूरी 228 रू. घाेिषत की है. क्या इसमें एक परिवार के लिए दो वक्त की रोटी, बच्चों की पढ़ाई व दवाई संभव है?

उन्होंने कहा कि नीलांबर-पीतांबर और हजारों शहीदों की कुर्बानियों से हमें आजादी और बराबरी के साथ रहने का अधिकार मिला है. भगत सिंह और अंबेडकर ने हमें अपने अधिकारों के लिए लड़ना सिखाया है. भाकपा(माले) का लाल झंडा गरीबों के संघर्षों का प्रतीक है. जल-जंगल-जमीन और रोजगार हमारा अधिकार है. हमें इसके लिए जन संघर्षों को तेज करना है और संप्रदायिक उन्नमादियो को अलगाव में डालना है. जन कन्वेशन की अध्यक्षता सरफराज आलम और संचालन आरवाईए राज्य सचिव अविनाश रंजन ने किया. कार्यक्रम को जिला परिषद सदस्य सह माले नेत्री खुशबू कुमारी, आइसा राज्य सचिव त्रिलोकीनाथ, किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. बी एन सिंह, किसान नेता केडी सिंह, ऐपवा नेत्री गीता मंडल, जिला सचिव आरएन सिंह, कमेश सिंह चेरो, दिव्या भगत आदि ने भी संबोधित किया.

मनिका विधानसभा के बरवाडीह प्रखंड अंतर्गत कुटमू मोड़ स्थित प्रतापी चेरो महाराजा मेदिनीराय के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लातेहार जिले में आदिवासियों पर सबसे ज्यादा जुल्म हो रहा है. पुलिसिया कार्रवाई में नक्सली के नाम पर आदिवासियों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है. एक मात्रा भाकपा(माले) आदिवासियों के पक्ष में आंदोलनरत है. राजा मेदिनीराय के शासन काल में हर घर में दूध-दही का अथाह भंडार रहता था. लेकिन अब इस क्षेत्रा के लोग बाहर के प्रदेशो में पलायन को मजबूर है. भाजपा जात-पांत की राजनीति कर आदिवासी लेागों को आपस में तोड़ने का काम कर रही है. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला सचिव का. बिरजू राम और संचालन आइसा नेता रंजीत कुमार सिंह ने की.

देर शाम वे राज्य कमिटी की बैठक में शामिल होने के लिए बेतला रवाना हुए. बेतला नेशनल पार्क के कांप्रफेंस हाॅल में संपन्न हुई दो दिवसीय राज्य कमेटी बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव पर भी चर्चा की गई. 

– रंजीत कुमार सिंह