वर्ष - 32
अंक - 25
17-06-2023
पाटलिपुत्र लोकसभा स्तरीय कार्यकर्ता कन्वेंशन संपन्न

विगत 13 जून को मसौढ़ी में पार्टी द्वारा आयोजित पाटलिपुत्र लोकसभा स्तरीय कार्यकर्ता कन्वेंशन को संबोधित करते हुए पार्टी महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि आने वाला चुनाव देश के लिए अति महत्वपूर्ण है. मुगालते में नहीं रहना है कि यह चुनाव 2024 में ही होगा, मोदी सरकार इसे इसी साल के अंत में भी करा सकती है. इसको ध्यान में रखकर अभी से चुनाव की तैयारी में लग जाना है. भाजपा को केवल चुनाव में ही नहीं बल्कि उसके नफरत भरे अभियान को समाज से बेदखल कर देना है. मोदी शासन में सत्ता- संपत्ति का लगातार केंद्रीकरण हो रहा है. दूसरी ओर साजिशों-अफवाहों का विकेंद्रीकरण हो रहा है. मोदी सरकार अंग्रेजों के नक्शे कदम पर चल रही है. उन्होंने यह भी कहा कि मोदी एक राजा की तरह शासन चलाना चाहते हैं. भारत में आज जो कुछ हो रहा है यही तो हिन्दू राष्ट्र है. दलितों, मुसलमानों, महिलाओं और अपने अधिकार की लड़ाई लड़ने वालों पर हमले हो रहे हैं. जिस दिन संसद के नए भवन का उद्घाटन हो रहा था, उसी समय दिल्ली मे महिला पहलवानों पर लाठियां बरसाई जा रही थी. यौन शोषण का आरोपी बृज भूषण शरण सिंह खुलेआम रैलियां कर रहा है. गुजरात का उच्च न्यायालय मनुस्मृति की दुहाई दे रहा है. अम्बेडकर की मूर्तियां गिराई जा रही है. संविधान को रौंदा जा रहा है. इसके खिलाफ हमें व्यापक एकता बनानी होगी. गरीबों के लिए लोकतंत्र जरूरी है तभी वे जी पाएंगे. महागठबंधन बिहार की जरूरत है.

ब्रांचों की गतिशीलता पर जोर बढ़ाएं - माले महासचिव ने कार्यकर्ता कन्वेंशन में कहा कि यदि हमें कारगर हस्तक्षेप करना है तो ब्रांचों को गतिशील बनाना होगा. ऊपर के निर्देशों का मुंह ताकते न रहें, बल्कि भाजपा के खिलाफ स्थानीय स्तर पर आंदोलनों का तांता लगा दें. इसी से पार्टी की ताकत बढ़ेगी. लोकल कमिटियों को मजबूत बनाएं. साजिश के इस दौर में हमें पूरी सतर्कता के साथ आगे बढ़ना है. 6 महीने का समय है. पूरे जोश-खरोश के साथ एक-एक कार्यकर्ता लग जाएं.

कार्यकर्ता कन्वेंशन को पालीगंज विधायक संदीप सौरभ, पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद, फुलवारी विधायक गोपाल रविदास, सुधीर कुमार, माधुरी गुप्ता, अमरसेन दास, मंटू यादव, कृपा नारायण सिंह, अकलू पासवान, सुरेंद्र यादव, विनेश चौरी आदि ने भी संबोधित किया. सभी प्रखंड सचिवों ने अपने इलाक में चल रहे भाजपा हटाओ-देश बचाओ अभियान की समीक्षा रिपोर्ट भी रखी. कन्वेंशन में पटना ग्रामीण के जिला सचिव अमर, पटना महानगर के सचिव अभ्युदय सहित कोई 500 कार्यकर्ता उपस्थित थे.

विदित है कि पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण सीट है. इस लोकसभा के अंतर्गत आने वाली विधानसभा की दो सीटों पालीगंज और फुलवारीशरीफ से अभी पार्टी केे विधायक हैं. मसौढ़ी और विक्रम विधानसभा में भी पार्टी की मजबूत पकड़ है. अन्य दो विधानसभा मनेेर व दानापुर में हाल के दिनों में पार्टी का विस्तार हुआ है. पार्टी के पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद इस सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाकपा-माले ने इस सीट को राजद के लिए छोड़ा था. बहरहाल, पाटलिपुत्र लोकसभा में भाकपा-माले के संघर्षों की मजबूत पहचान और दलित-गरीबों पर उसकी पकड़ व ताकत से राजद सहित महागठबंधन के अन्य दल भी वाकिफ हैं. जरूरत इस बात की है कि बच रहे 6 महीने के समय में इस ताकत को जितना संभव हो सके बढ़ाया जाए. कन्वेंशन में उपस्थित पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस जिम्मेवारी को अपने कंधों पर लिया है और नए जोश के साथ आगे बढ़ गए हैं.