एकता रैली : धनबाद का गोल्फ मैदान फिर से रच गया नया इतिहास

धनबाद के ऐतिहासिक गोल्फ मैदान में विगत 9 सितंबर को भाकपा-माले में मासस के विलय की औपचारिक घोषणा के साथ ही झारखंड में वामपंथी आंदोलन के एक नए अध्याय की शुरूआत हो गई. मासस के कार्यकारी अध्यक्ष सह निरसा के पूर्व विधयक अरूप चटर्जी ने इस विलय की घोषणा की. दोनों दलों के हजारों समर्थक इस ऐतिहासिक विलय के गवाह बने. सभा में उमड़ा जनसैलाब करतल ध्वनियों और नाच-गानों के साथ इस एकता का स्वागत कर रहा था. निरसा, सिंदरी, झरिया समेत गिरीडीह, बगोदर, हजारीबाग समेत बिहार के समर्थक भारी संख्या में जनसभा में पहुंचे थे.

संथाल परगना के बांग्लाभाषी मुसलमान भारतीय हैं न कि बांग्लादेशी घुसपैठिये

झारखंड जनाधिकार महासभा व लोकतंत्र बचाओ अभियान की तथ्यान्वेषण रिपोर्ट

हाल के दिनों में भाजपा लगातार प्रचार कर रही है कि संथाल परगना में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी घुसपैठिए आ रहे हैं जो आदिवासियों की जमीन हथिया रहे हैं, आदिवासी महिलाओं से शादी कर रहे हैं और आदिवासियों की जनसंख्या कम हो रही है. क्षेत्र में हाल की हिंसा की कई घटनाओं को जोड़ते हुए इन दावों पर सामाजिक व राजनैतिक माहौल बनाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर चुनाव : बे-ताकत विधानसभा के लिए कशमकश

- अनुराधा भसीन

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों का मतलब चुनावों के ऐलान के पहले ही पूरी तरह से बदल गया था. पहला बड़ा बदलाव जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम लाने  के बाद  हुआ, जिसने राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों – लद्दाख (बिना निर्वाचित विधानसभा के) और जम्मू-कश्मीर (निर्वाचित विधानसभा के साथ) में विभाजित कर दिया. इसके बाद हुए बदलावों ने संशय को और बढ़ा दिया.

लखनऊ के अकबर नगर से उजाड़े गए गरीबों की कहानी


- मीना सिंह

‘लखनऊ बचाओ संघर्ष समिति’ की ओर से 1 अगस्त 2024 को महिला संगठनों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अकबरनगर के विस्थापित परिवारों से वसंत कुंज जाकर मुलाकात की, उनकी पीड़ा से रूबरू हुए और उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में आने वाली परेशानियों की जानकारी ली. प्रतिनिधिमंडल में मीना सिंह (ऐपवा), नाइश हसन (सामाजिक कार्यकर्ता), मधु गर्ग (ऐडवा) और कांति मिश्रा (भारतीय महिला फेडेरेशन) मुख्य रूप से षामिल थीं.